Fact Check: एडिटेड है सीडीएस अनिल चौहान का सरकार की आलोचना करने के दावे वाला वीडियो, पढ़ें पड़ताल
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सीडीएस अनिल चौहान ने सरकार की आलोचना की है। हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है।
विस्तार
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में सीडीएस जनरल अनिल चौहान कुछ बोलते नजर आ रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अनिल चौहान ने सरकार की आलोचना की है। उनका कहना है कि, जब मोदी सरकार आई है, तब से हमारी सेना राजनीति कार्यों में हिस्सा लेने लगी है।
अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में वायरल वीडियो को गलत पाया है। हमने पाया कि वायरल वीडियो एडिट किया गया है। सीडीएस ने सरकार की आलोचना नहीं की है।
क्या है दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सीडीएस ने सरकार की आलोचना की है।
जरयाब अली (@zaryabali720) नाम के एक्स यूजर ने लिखा “भारतीय सीडीएस अनिल चौहान ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "एक पेशेवर सेना हमेशा अपने देश के लिए लड़ती है लेकिन जब से पीएम मोदी सत्ता में आए हैं, उन्होंने हमेशा भारतीय सेना को अपनी राजनीतिक पार्टी की र** माना है, यही कारण है कि हमने भारतीय सेना के भगवाकरण का विरोध किया।" पोस्ट का लिंक आप यहां और आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं।

इसी तरह के अन्य दावों के लिंक आप यहां देख सकते हैं। इनके आर्काइव लिंक आप यहां देख सकते हैं।
पड़ताल
इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इस दौरान हमें समाचार एजेंसी एएनआई के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट मिली। वीडियो में हमें कहीं भी सीडीएस चौहान वायरल दावे से कहे जाने वाली बात नहीं कही है। उन्होंने कहा है "अगर आप 20वीं सदी की भू-राजनीतिक घटनाओं को देखें, तो भारत का विभाजन, पाकिस्तान का आना, चीन के साथ हमारा युद्ध, इन सबने भारत को एक महाद्वीपीय दृष्टिकोण अपनाने के लिए मजबूर किया। लेकिन अगर आप भारत के भूगोल पर नजर डालें, तो मुझे लगता है कि यह बताता है कि भारत एक महाद्वीपीय और एक समुद्री शक्ति है। इसलिए भारत हिंद महासागर क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान रखता है, और इसलिए, हम हमेशा किसी भी अन्य देश के लिए पहली प्रतिक्रिया देने वाले और पसंदीदा भागीदार रहे हैं..."
आगे की पड़ताल में हमें पीआईबी फैक्ट चेक की पोस्ट मिली। इस पोस्ट में वायरल दावे को गलत बताया गया है। पोस्ट में लिखा है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। यह वीडियो गलत सूचना फैलाने और भारतीय सशस्त्र बलों में विश्वास कम करने के लिए एआई द्वारा तैयार किया गया है।
पड़ताल का नतीजा
हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को झूठा पाया है। सीडीएस ने ऐसी कोई बयान नहीं दिया है।