Fact Check: माकपा नेता सुभाषिनी अली ने नहीं की पीएम मोदी की तारीफ, ये है वायरल वीडियो का सच
Fact Check: माकपा की वरिष्ठ नेता सुभाषिनी अली के दावे से एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करती नजर आ रही हैं। बूम ने पाया कि वायरल वीडियो सुभाषिनी अली का नहीं है।
विस्तार
देश में इस समय लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं। तमाम पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने में जुटी हुई हैं। इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (CPI-M) की वरिष्ठ नेता सुभाषिनी अली के दावे से एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करती नजर आ रही हैं।
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो सुभाषिनी अली का नहीं है। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर दावे का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि यह वीडियो उनसे संबंधित नहीं है।
वायरल वीडियो में महिला कह रही हैं, "वैसे अगर देश को अगर आगे ले जाना है, तो राहुल गांधी का नाम मत लीजिए। क्योंकि अभी उनको राजनीति और देश के बारे में कुछ नहीं पता। इस वक्त देश को संभालना है क्योंकि वर्ल्ड के अंदर बड़ा क्राइसिस चल रहा है। ऐसा नहीं है कि इंग्लैंड अलग है, सब जगह बहुत बुरा हाल है। भारत को अगर बचाना है तो नरेंद्र मोदी को आगे लाना होगा, मैंने जीवन में इंदिरा गांधी को भी देखा है और पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी देखा है और आज नरेंद्र मोदी को भी देख रही हूं।"
वीडियो में महिला आगे कहती है, "अपने घर में एक पिता चार बच्चों को नहीं संभाल सकता, चारों की दिशाएं अलग हैं, पूरे भारत को संभाल के बैठे हैं वो। अरे तुम्हें तो उनका धन्यवाद करना चाहिए कि ईरान इराक इस वक्त वर्ल्ड-वॉर में जा रहे हैं। कहीं वर्ल्ड-वॉर ही ना हो जाए, क्या पता नरेंद्र मोदी ही इस चीज को बचा रहें हों। भारत को मोदी जी ही कंट्रोल कर रहे हैं। मैं तो सोचती हूं वह शांति के दूत भी हैं।"
फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, 'सीपीएम नेता सुभाषिनी अली, पहली बार किसी सीपीएम नेता का हृदय परिवर्तन देख रहा हूं।'
एक एक्स यूजर ने सुभाषिनी अली को टैग करते हुए वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, 'इस वीडियो पर आपको विश्वास नहीं होगा, मुझे भी नहीं हो रहा है, परंतु यदि इस वीडियो में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है तो वाकई... वरिष्ठ वामपंथी नेत्री सुभाषिनी अली ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में अपने विचार रखकर सबको चौंका दिया।'
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले सुभाषिनी अली का आधिकारिक एक्स अकाउंट चेक किया। उन्होंने 3 मई 2024 को दावे का खंडन करते हुए कहा कि वायरल वीडियो उनसे संबंधित नहीं हैं।
उन्होंने वायरल वीडियो को शेयर करने वाले एक यूजर को कोट के साथ रीपोस्ट करते हुए इसका जवाब दिया। पहले कोट पोस्ट में उन्होंने लिखा, "यह नकली है। यह मैं नहीं हूं, न ही मेरी आवाज है और न ही यह मेरे विचार हैं। यह दिवालिया और बेईमान लोगों का काम है।"
This is fake. Not me. Not my voice. Certainly NOT my views. यह नकली है। यह मैं नहीं, मेरी आवाज नहीं और मेरे विचार नहीं। यह दिवालिया और बेईमान लोगों का काम है। https://t.co/AKGI67kErn
— Subhashini Ali (@SubhashiniAli) May 3, 2024
दूसरे कोट पोस्ट में उन्होंने लिखा, "मेरे नाम से बनाया गया यह एक फर्जी वीडियो है। यह मैं नहीं हूं। यह न ही यह मेरी आवाज है और न ही मेरे विचार। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) और पुलिस को सूचना दी है। देखते हैं वे क्या करते हैं।"
This is a fake video attributed to me. Not me. Not my voice. Not my views. Have reported to ECI and police. Let's see what they do. https://t.co/AKGI67lcgV
— Subhashini Ali (@SubhashiniAli) May 3, 2024
इसके अलावा बूम ने देखा कि वायरल वीडियो में 99 Khabar के नाम वाली एक माइक आईडी दिख रही थी। इससे संकेत लेकर सर्च करने पर बूम को 99 Khabar के यूट्यूब चैनल पर 29 जनवरी 2024 को अपलोड किया हुआ वीडियो मिला। वीडियो का शीर्षक है, ‘सुंदर लड़कियां राहुल गांधी से नाराज क्यों Modi vs Rahul Gandhi Public Opinion| Loksabha Election 2024’
वीडियो में 6 मिनट 55 सेकंड से वायरल वीडियो वाली महिला को अपनी राय रखते हुए सुना जा सकता है। स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में दिखाई दे रही महिला सीपीएम नेता नहीं बल्कि एक आम महिला हैं।
(This story was originally published by Boom as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)