Fact Check: लेह में भाजपा कार्यालय में लगी आग को बिहार का बताकर किया जा शेयर, पढ़ें पड़ताल
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बिहार में भाजपा के कार्यालय को जला दिया गया है। हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है।
विस्तार
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत मिली। इसके साथ ही नतीश कुमार का दसवीं बार मुख्यमंत्री बन तय है। उनके शपथ ग्रहण की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक इमारत में आग लगी है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पटना में भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई है।
अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। हमने पाया कि वायरल वीडियो लेह का है।
क्या है दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पटना में भाजपा दफ्तर को जला दिया गया है।
खुशगवार आसिफ नाम के फेसबुक यूजर ने लिखा, “क्या बिहार धीरे-धीरे नेपाल बन रहा है।” इसके साथ ही वीडियो में लिखा है कि जला दिया बीजेपी दफ्तर।'' पोस्ट का लिंक आप यहां और आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं।

इसी तरह के अन्य दावों के लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इनके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
पड़ताल
इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले वीडियो के कीफ्रेम गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इस दौरान हमें टाइम्स नाउ नवभारत के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट मिली। यह पोस्ट 24 सितंबर 2025 को साझा की गई है। यहां हमें वायरल वीडियो के देखने को मिला। इसमें बताया गया है कि लेह में युवाओं का हिंसक प्रदर्शन.. पूर्ण राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन उग्र, प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी और आगजनी की।
आगे की पड़ताल में हमें समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट 24 सितंबर 2025 को साझा की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि लद्दाख के लोगों द्वारा राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर किए गए विशाल विरोध प्रदर्शन के दौरान लेह स्थित भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई।
इसके बाद हमें हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट 24 सितंबर 2025 को प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि लद्दाख में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसी बीच लेह में भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई और उसके बाहर एक वाहन को जला दिया गया, जिसके बाद अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई। यह विरोध प्रदर्शन सरकार और लद्दाख के प्रतिनिधियों के बीच 6 अक्टूबर को होने वाली वार्ता के नए दौर से पहले हुए हैं, जिसमें लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) के सदस्य शामिल हैं। ताजा विरोध प्रदर्शन छठी अनुसूची के विस्तार और लद्दाख को राज्य का दर्जा देने के संबंध में केंद्र के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने का एक प्रयास था।
पड़ताल का नतीजा
हमने अपनी पड़ताल में वायरल वीडियो को लेह का पाया है। इस वीडियो को बिहार का बताकर लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।