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Fact Check: सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर सीताराम येचुरी की नहीं, पड़ताल में जानें इसकी सच्चाई

फैक्ट चेक डेस्क, अमर उजाला Published by: संध्या Updated Thu, 19 Sep 2024 08:30 PM IST
सार

Fact Check: एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि डॉक्टर सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 

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Doctors  paying tribute to Sitaram Yechury viral picture
FACT CHECK - फोटो : AMAR UJALA
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विस्तार
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी का 12 सितंबर को 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। निधन के बाद येचुरी के परिवार ने येचुरी के पार्थिव शरीर को शोध के लिए एम्स को दान कर दिया। इसी के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। तस्वीर में हरे रंग के कपड़े से ढका हुआ एक शव दिख रखा हुआ है। इस शव के सामने कई डॉक्टर हरे रंग के कपड़े पहने हुए खड़े दिख रहे हैं। 
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क्या है दावा
इस तस्वीर को शेयर करके लोग इस शव को सीताराम येचुरी का बता रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने अंगदाता सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दे रहे है। 
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अभिषेक कुमार पिंटू नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने एक अंग दाता को अंतिम सम्मान दिया। अंग दाता का नाम कॉमरेड सीताराम येचुरी है।”



एडवोकेट सौम्यदीप्ता रॉय (@soumodiptoroyy) नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “#AIIMS #Delhi के डॉक्टरों का यह एक उल्लेखनीय कार्य है। अंगदाता #सीताराम येचुरी को अंतिम सलामी देकर सम्मानित करना दूसरों को जीवन का दूसरा मौका देकर उनके अपार योगदान को मान्यता देता है। गौतम हलधर ने यह तस्वीर खींची और शेयर की।”
नसरीन इब्राहिम (@EbrahimNasreen) नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “क्या उल्लेखनीय भाव है! दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने अंगदाता *स्वर्गीय श्री सीताराम येचुरी जी* को सम्मानित करके उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी, जो दूसरों को जीवन का दूसरा मौका देने में उनके अपार योगदान को स्वीकार करता है।”

पड़ताल
पड़ताल में हमने इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया वहां हमें थाईलैंड के ऑनलाइन मीडिया आउलेट Khaosod Online पर ये तस्वीर और इससे जुड़ी जानकारी मिली। वहां इस तस्वीर को एक अक्तूबर 2016 को छापा गया था। यहां से ये पता चल गया कि तस्वीर पुरानी है। खबर के मुताबिक ये एक चीनी डॉक्टर का शव है जिनकी 41 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद उनकी अंगदान की इच्छा को पूरा किया गया। 

पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में ये साफ है कि वायरल तस्वीर सीताराम येचुरी की नहीं है। 




 
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