Fact Check: नरेन्द्र मोदी का बांग्लादेश सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से मिलने का दावा गलत, पढ़ें पड़ताल
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से मिल रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मोहम्मद यूनुस को हिन्दू प्रताड़ना पर धन्यवाद देते हुए सम्मान किया। PTI ने दावे को गलत पाया है।
विस्तार
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस की एक तस्वीर को शेयर की जा रही है। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी एक लाल रंग के गाउन में नजर आ रहे हैं।
क्या है दावा
दावा किया है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बांग्लादेशी प्रधान मोहम्मद यूनुस को हिन्दू प्रताड़ना पर धन्यवाद देते हुए सम्मान किया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने 20 नवबंर, 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “ भारतीय Pradhan Maulana, बांग्लादेशी Pradhan Maulana Mohammad Yunus को हिन्दू प्रताड़ना पर धन्यवाद देते और सम्मान करते हुए।” (शब्दों को ज्यों का त्यों लिखा गया है)" पोस्ट का लिंक आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में इंडियन साइंस कांग्रेस के एक कार्यक्रम में मोहम्मद यूनुस को सम्मानित किया था।
दावे की पुष्टि के लिए डेस्क ने सबसे पहले तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। जहां पीटीआई को प्रधानमंत्री मोदी के ऑफिसियल यूट्यूब पर 2015 का इंडियन साइंस कांग्रेस के एक कार्यक्रम का एक वीडियो मिला। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को सम्मानित करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो का लिंक और स्क्रीन शॉट यहां देखें-
पड़ताल को आगे बढ़ाने पर पीटीआई को इंडिया टूडे की वेबसाइट पर एक फोटो स्टोरी मिली, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को मोहम्मद यूनुस को सम्मानित करते हुए देखा जा सकता है। इंडिया टूडे ने फोटो के कैप्शन में अंग्रेजी में लिखा है कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुंबई विश्वविद्यालय में 102वें इंडियन साइंस कांग्रेस 2015 के दौरान नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को सम्मानित किया।” खबर का लिंक और स्क्रीन शॉट यहां देखें-
पड़ताल की नतीजा
पीटीआई की जांच में पता चला कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में इंडियन साइंस कांग्रेस के एक कार्यक्रम में सम्मनित किया था। यूजर्स तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करते हुए पुरानी तस्वीरों को हालिया बताते हुए सोशल मीडिया यूज़र्स भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
(This story was originally published by PTI as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)