{"_id":"673493766035535f17036496","slug":"picture-of-qatar-bridge-goes-viral-as-prayagraj-faizabad-road-2024-11-13","type":"wiki","status":"publish","title_hn":"Fact Check: कतर के ब्रिज की तस्वीर प्रयागराज-फैजाबाद रोड की बताकर वायरल, जानें पड़ताल में इसकी सच्चाई","category":{"title":"Fact Check","title_hn":"फैक्ट चेक","slug":"fact-check"}}
Fact Check: कतर के ब्रिज की तस्वीर प्रयागराज-फैजाबाद रोड की बताकर वायरल, जानें पड़ताल में इसकी सच्चाई
फैक्ट चेक डेस्क, अमर उजाला
Published by: संध्या
Updated Wed, 13 Nov 2024 08:30 PM IST
सार
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें एक ब्रिज को प्रयागराज- फैजाबाद रोड का बताया जा रहा है। हमारी पड़ताल में ये पता चला कि तस्वीर भारत की नहीं बल्कि कतर की है।
विज्ञापन
फैक्ट चेक
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक एक्सप्रेसवे पर दो आर्चेस दिख रहे हैं। ये देखने में काफी खूबसूरत लग रहा है।
क्या है दावा
इस तस्वीर को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की है। कहा जा रहा है कि जब से इलाहाबाद का नाम बदला है तब से फैजाबाद इलाहाबाद रोड का विकास हुआ है।
तरूण (@fptarun) नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “जब से इलाहाबाद प्रयागराज हुआ है।”
दिव्या कुमारी (@divyakumaari) नाम के एक एक्स अकाउंट से लिखा गया “इलाहाबाद जब से प्रयागराज हुआ है फैज़ाबाद इलाहाबाद रोड का विकास तो हुआ है।”
पड़ताल
इस तस्वीर की पड़ताल करने के लिए करने के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। यहां हमें इसी आर्चेस वाले फ्लाईओवर की तस्वीर किसी दूसरे एंगल ने खींची हुई मिली। फोटो वेबसाइट आई स्टॉक पर मिली। इस तस्वीर को शकील शाह द्वारा मई 2021 में खींचा गया था।
इस तस्वीर को दोहा शहर में अल वाहदा ब्रिज बताया गया था। इसे 56 ब्रिज ऑफ आर्क के नाम से जाना जाता है।
आगे हमें कीवर्ड से सर्च करने पर एक और फोटो वेबसाइट अलामी पर ये तस्वीर मिली। इस तस्वीर के साथ लिखा गया था “अल वाहदा ब्रिज शहर का सबसे ऊंचा स्मारक है। इसे 56 ब्रिज ऑफ आर्क के नाम से जाना जाता है।”
पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में ये साफ है कि तस्वीर भारत की नहीं बल्कि कतर की है।
Trending Videos
क्या है दावा
इस तस्वीर को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की है। कहा जा रहा है कि जब से इलाहाबाद का नाम बदला है तब से फैजाबाद इलाहाबाद रोड का विकास हुआ है।
विज्ञापन
विज्ञापन
तरूण (@fptarun) नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “जब से इलाहाबाद प्रयागराज हुआ है।”
जब से इलाहाबाद प्रयागराज हुआ है। pic.twitter.com/O0SfDxbsE6
— Tarun 🚩🇮🇳 (@fptarun) November 1, 2024
दिव्या कुमारी (@divyakumaari) नाम के एक एक्स अकाउंट से लिखा गया “इलाहाबाद जब से प्रयागराज हुआ है फैज़ाबाद इलाहाबाद रोड का विकास तो हुआ है।”
इलाहाबाद जब से प्रयागराज हुआ है फैज़ाबाद इलाहाबाद रोड का विकास तो हुआ है। 👇 pic.twitter.com/2dgAlqIypS
— दिव्या कुमारी (@divyakumaari) November 1, 2024
पड़ताल
इस तस्वीर की पड़ताल करने के लिए करने के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। यहां हमें इसी आर्चेस वाले फ्लाईओवर की तस्वीर किसी दूसरे एंगल ने खींची हुई मिली। फोटो वेबसाइट आई स्टॉक पर मिली। इस तस्वीर को शकील शाह द्वारा मई 2021 में खींचा गया था।
इस तस्वीर को दोहा शहर में अल वाहदा ब्रिज बताया गया था। इसे 56 ब्रिज ऑफ आर्क के नाम से जाना जाता है।
आगे हमें कीवर्ड से सर्च करने पर एक और फोटो वेबसाइट अलामी पर ये तस्वीर मिली। इस तस्वीर के साथ लिखा गया था “अल वाहदा ब्रिज शहर का सबसे ऊंचा स्मारक है। इसे 56 ब्रिज ऑफ आर्क के नाम से जाना जाता है।”
पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में ये साफ है कि तस्वीर भारत की नहीं बल्कि कतर की है।