Fact Check: कश्मीर चुनाव के बीच राहुल गांधी का कश्मीरी महिला से बातचीत का वायरल हो रहा वीडियो पुराना, जानें सच
Fact Check: सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी कश्मीरी पंडितों का विरोध करते हैं। पीटीआई की पड़ताल में ये वीडियो कई साल पुराना निकला।
विस्तार
क्या है दावा
इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने राहुल गांधी को घेर पर उनसे सवाल पूछे कि वो कश्मीर के मामले में मोदी जी का विरोध क्यों करते है।
पंकज राज (@ipankaj_raj) नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने हवाई जहाज में यात्रा के दौरान Rahul Gandhi को घेर कर सवाल पूछे कि वो कश्मीर के मामलों पर मोदी का विरोध क्यों करते हैं..? इसका कोई जवाब राहुल गांधी नहीं दे पाया, राष्ट्रीय मीडिया शायद ही ये न्यूज़ दिखा पाए..!!”
विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने हवाई जहाज में यात्रा के दौरान Rahul Gandhi को घेर कर सवाल पूछे कि वो कश्मीर के मामलों पर मोदी का विरोध क्यों करते हैं..?
इसका कोई जवाब राहुल गांधी नहीं दे पाया, राष्ट्रीय मीडिया शायद ही ये न्यूज़ दिखा पाए..!!🙄 pic.twitter.com/vhtNsuGJ3b — Pankaj Raj 🇮🇳 (@ipankaj_raj) September 25, 2024
तरूण चौधरी नाम के एक फेसबुक यूजर ने लिखा “विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने हवाई जहाज में यात्रा के दौरान Rahul Gandhi को घेर कर सवाल पूछे कि वो कश्मीर के मामलों पर मोदी का विरोध क्यों करते हैं..? इसका कोई जवाब राहुल गांधी नहीं दे पाया, राष्ट्रीय मीडिया शायद ही यह न्यूज़ दिखा पाए..!!”
पड़ताल
वीडियो की पड़ताल करने के लिए पीटीआई ने सबसे पहले वीडियो के कीवर्ड को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। गूगल पर पीटीआई को आउटलुक मैगजीन के यूट्यूब चैनल पर 25 अगस्त 2019 को ये वीडियो मिला। जानकारी दी गई कि वीडियो में एक कश्मीरी महिला राहुल गांधी को अनुच्छेद 370 और लॉकडाउन हटने के बाद उनका जीवन कैसे प्रभावित हुए इसके बारे में बता रही है।
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अनुच्छेद 370 हटने के बाद 2019 में राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेता श्रीनगर पहुंचे थे। जहां हंगामे के सभी को वापस दिल्ली भेजा गया। इसी दौरान कश्मीरी महिला ने राहुल गांधी से बात की और अपना दर्द बताया।
पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में ये साफ है कि वीडियो पांच साल पुराना है। जिसे कश्मीर चुनाव के बीच गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।