Fact Check: पुलवामा हमले पर पीएम मोदी से सवाल पूछने वाला सीएम योगी का वीडियो है फर्जी, यहां जानें पूरा सच
Fact Check: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें वह प्रधानमंत्री मोदी से पुलवामा हमले को लेकर सवाल करते दिख रहे हैं। हालांकि, बूम ने अपनी जांच में बताया कि सीएम योगी का वीडियो एडिटेड है।
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देश में इस समय लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं। इस चुनाव में भाजपा कांग्रेस के घोषणा-पत्र में संपत्ति के बंटवारे के जिक्र होने का आरोप लगाते हुए हमला कर रही है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पुलवामा हमले को लेकर सवाल करते दिख रहे हैं। बूम ने अपनी जांच में पाया कि बीजेपी नेता का वीडियो एडिटेड है। 25 अप्रैल 2024 को यूपी के इटावा में दिए गए योगी आदित्यनाथ के भाषण को काट-छांटकर शेयर किया जा रहा है। नोएडा पुलिस ने योगी का एडिटेड वीडियो शेयर करने वाले एक शख्स को अरेस्ट किया है।
बूम ने वायरल वीडियो की आईआईटी जोधपुर द्वारा निर्मित डीपफेक एनालिसिस टूल 'इतिसार' की मदद से पड़ताल की और पाया कि वीडियो को एडिट किया गया है लेकिन यह डीपफेक नहीं है।
वायरल वीडियो में योगी आदित्यनाथ कहते नजर आ रहे हैं, "हम भी पूछना चाहते हैं कि मोदी जी पुलवामा के शहीदों की जो विधवा हैं उनके मंगलसूत्र का क्या हुआ और हमारे नौजवानों के परिवार की विधवाओं का क्या हुआ, उनके मंगलसूत्र का क्या हुआ?"
एक्स पर श्याम गुप्ता @shyamguptarpswa नाम के एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'मोदी जी के खिलाफ तो योगी जी भी आ गए मैदान मे वो भी बोल रहे पुलवामा के शहीद वीर जवानों की पत्नियों का मंगलसूत्र कहा गया। #नहीं_चाहिए_भाजपा #भाजपा_हटाओ_देश_बचाओ क्या यह वीडियो सही है अगर सही है तो जनता अंधभक्त है।'
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फैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि योगी आदित्यनाथ का बयान एडिट कर वायरल किया जा रहा है। योगी का यह वीडियो 25 अप्रैल 2024 को इटावा में दिए गए भाषण का हिस्सा है, जहां वह मैनपुरी से समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद और प्रत्याशी डिंपल यादव पर हमला बोल रहे थे।
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए इनविड टूल की मदद से कीफ्रेम से लेकर गूगल रिवर्स इमेज के जरिए चेक किया। यहां बूम को इंडिया टुडे की 25 अप्रैल 2024 को पब्लिश की गई रिपोर्ट मिली। इसमें बताया कि डिंपल यादव को घेरते हुए इटावा में 1990 अयोध्या गोलीकांड को लेकर सपा पर निशाना साधा।
रिपोर्ट में बताया गया कि कांग्रेस पर पीएम मोदी के मंगलसूत्र तंज को लेकर डिंपल यादव ने हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि केंद्र 2019 पुलवामा हमले का कारण नहीं पता लगा सकी जिसने जवानों की विधवाओं के मंगलसूत्र छीन लिए।
डिंपल के इसी बयान को घेरते हुए योगी आदित्यनाथ ने इटावा की रैली में डिंपल को घेरते हुए कहा था कि जिन रामभक्तों का लहू समाजवादी पार्टी की सरकार ने अयोध्या में बहाने का कार्य किया था, उन नौजवानों के परिवार की विधवाओं का क्या हुआ, उनके मंगलसूत्र का क्या हुआ?
बूम को समाचार एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर योगी आदित्यनाथ का पूरा भाषण मिला। लगभग एक घंटे लंबे भाषण के 14।38 मिनट से योगी डिंपल यादव का नाम लिए उन पर निशाना साधते हैं। उन्होंने कहा, "समाजवादी पार्टी की नेत्री द्वारा कहा जा रहा है कि मोदी जी पुलवामा के शहीदों के जो विधवा हैं उनके मंगलसूत्र का क्या हुआ, हम भी पूछना चाहते हैं समाजवादी पार्टी की नेत्री से जिन रामभक्तों का लहू समाजवादी पार्टी की सरकार ने अयोध्या में बहाने का कार्य किया था, उन नौजवानों के परिवार की विधवाओं का क्या हुआ, उनके मंगलसूत्र का क्या हुआ?"
वीडियो सुनकर स्पष्ट है कि योगी आदित्यनाथ के भाषण के इसी हिस्से को एडिट किया गया और इसमें से 'समाजवादी पार्टी की नेता' वाले भाग को हटा दिया गया।
इस मामले में नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस ने केस दर्ज कर योगी आदित्यनाथ का एडिटेड वीडियो शेयर करने वाले शख्स को अरेस्ट कर लिया। यूपी पुलिस ने इसे लेकर एक्स पर पोस्ट भी किया, जिसके अनुसार, 'मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का एआई जनरेटेड डीप फेक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड कर भ्रामक तथ्य फैलाने वाले अभियुक्त श्याम गुप्ता को दिनांक 02।05।2024 को यूपी एसटीएफ नोएडा यूनिट द्वारा गिरफ्तार किया गया है। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना प्रसारित करना दंडनीय अपराध है और ऐसा करने वालों के विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।'
माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का एआई जनरेटेड डीप फेक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड कर भ्रामक तथ्य फ़ैलाने वाले अभियुक्त श्याम गुप्ता को दिनांक 02.05.2024 को @uppstf नोएडा यूनिट द्वारा गिरफ्तार किया गया है। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना प्रसारित करना दंडनीय अपराध है और… pic.twitter.com/VwJW1D48ix
— UP POLICE (@Uppolice) May 2, 2024
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हालांकि बूम ने आईआईटी जोधपुर द्वारा निर्मित डीपफेक एनालिसिस टूल इतिसार के जरिए वीडियो की पड़ताल की। इसके अनुसार, योगी के भाषण में ऑडियो- वीडियो एडिटिंग की गई है लेकिन यह डीपफेक नहीं है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में दावा किया था कि अगर कांग्रेस सरकार में आई तो वो लोगों की संपत्तियां लेकर ज्यादा बच्चों वालों और घुसपैठियों को बांट देगी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस मंगलसूत्र तक नहीं बचने देगी। पीएम के इस बयान की काफी आलोचना हुई थी।
(This story was originally published by Boom, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)