सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Fact Check ›   Video of Italian PM giorgia meloni 2019 speech shared in Pahalgam attack

Fact Check: इटली की प्रधानमंत्री के 2019 के भाषण के वीडियो को पहलगाम हमले से जोड़कर किया जा रहा शेयर

फैक्ट चेक डेस्क, अमर उजाला Published by: संध्या Updated Sat, 03 May 2025 02:00 PM IST
सार

Fact Check: सोशल मीडिया पर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि मेलोनी ने अपने इस भाषण में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। हमारी पड़ताल में यह वीडियो 2019 का निकला, इसमें भारत-पाकिस्तान का कोई जिक्र नहीं है। 

विज्ञापन
Video of Italian PM giorgia meloni 2019 speech shared in Pahalgam attack
फैक्ट चेक - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनका संबंध भारत और पाकिस्तान से बताया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर फर्जी या फिर गलत संदर्भ के साथ वायरल हैं। हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव बढ़ा हुआ है। कई देशों ने इस हमले के खिलाफ भारत का समर्थन किया गया है। है। ऐसे में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। 

Trending Videos


वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि मेलोनी ने अपने इस भाषण में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। मेलोनी अपने भाषण में काफी तेज बोलती हुई भी नजर आ रही हैं। अमर उजाला नें अपनी पड़ताल में इस वीडियो का पाकिस्तान और भारत के संबंध में नहीं पाया। पड़ताल में पता चला कि वीडियो 2019 का है जब मेलोनी  रोम को यूरोपीय संघ की राजधानी बनाने की मांग कर रही थीं। वीडियो को भारत और पाकिस्तान से जोड़कर भ्रामक दावा किया जा रहा है। 
विज्ञापन
विज्ञापन


क्या है दावा  
इस वीडियो को शेयर करके पाकिस्तान और भारत के बीच चल रहे तनाव से जोड़ा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मेलोनी ने भारत के पक्ष में बोलते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है।  

दिव्यदिवा (@potus021) नाम के एक एक्स यूजर ने 30 अप्रैल 2025 को इस वीडियो को शेयर करके लिखा “इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए दावा किया कि कल तक वह नक्शे से मिट सकता है।” पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।  

 

इस तरह के दावों के कई और लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इसके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। 
पड़ताल 
इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो को कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। यहां हमें यह वीडियो ग्लोब आई न्यूज़ पर 19 जनवरी 2025 में पोस्ट मिला। इसके साथ कैप्शन लिखा गया था “इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का कहना है कि रोम को यूरोपीय संघ की राजधानी बनाया जाना चाहिए ताकि इसकी प्राचीन पहचान का प्रतिनिधित्व किया जा सके।” यहां से पता चला की वीडियो पहलगाम हमले के समय का नहीं है। 

 आगे हमने इस पोस्ट से संकेत लेते हुए कीवर्ड के माध्यम से खबर को सर्च करने की कोशिश की। इससे जुड़ी खबर हमें कोरिअर टीवी नाम की एक वेबसाइट पर देखने को मिली। कोरिएरे डेला सेरा इटली के सबसे पुराने समाचार पत्रों में से एक है और यह इटली का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला समाचार पत्र है। यहां 2019 में छपी खबर में बताया गया था कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि “यूरोपीय संघ की राजधानी रोम होनी चाहिए और मैं इस दावे को यूरोप तक ले जाना चाहती हूं। यूरोपीय संघ की राजधानी इसकी हज़ार साल पुरानी परंपरा का सबसे प्रतिनिधि स्थान होना चाहिए, न कि कार्यालय स्थापित करने के लिए सबसे सुविधाजनक स्थान"।” 

 आगे हमें वीस्टा नाम का एक लोगो वीडियो में दिखा हमने यूट्यूब पर इस नाम के चैनल को सर्च किया। यहां हमें विस्टा एजेंज़िया टेलीविसिवा नाज़ियोनेल नाम के चैनल पर यह वीडियो मिला। इस वीडियो को अप्रैल 2019 में प्रकाशित किया गया था। यहां कैप्शन लिखा गया था “जॉर्जिया मेलोनी का गुस्सा: "यूरोपीय संघ की राजधानी रोम ही होनी चाहिए!" 

  आगे हमने अमर उजाला के न्यूज डेस्क से यह जानने के लिए संपर्क किया कि क्या बाकि देशों की तरह की इटली की तरफ से भी पहलगाम हमले पर कोई प्रतिक्रिया दी गई है। तो यहां हमें पता चला कि इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने ट्वीट किया, 'भारत में आज हुए आतंकवादी हमले से बहुत दुःख हुआ, जिसमें अनेक लोग हताहत हुए। इटली प्रभावित परिवारों, घायलों, सरकार और सभी भारतीय लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।'

 


पड़ताल का नतीजा 

हमारी पड़ताल में यह साफ है कि वीडियो 2019 का है जिसे पहलगाम की घटना से जोड़कर भ्रामक दावा किया जा रहा है। 

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed