Fact Check: इटली की प्रधानमंत्री के 2019 के भाषण के वीडियो को पहलगाम हमले से जोड़कर किया जा रहा शेयर
Fact Check: सोशल मीडिया पर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि मेलोनी ने अपने इस भाषण में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। हमारी पड़ताल में यह वीडियो 2019 का निकला, इसमें भारत-पाकिस्तान का कोई जिक्र नहीं है।
विस्तार
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनका संबंध भारत और पाकिस्तान से बताया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर फर्जी या फिर गलत संदर्भ के साथ वायरल हैं। हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव बढ़ा हुआ है। कई देशों ने इस हमले के खिलाफ भारत का समर्थन किया गया है। है। ऐसे में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि मेलोनी ने अपने इस भाषण में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। मेलोनी अपने भाषण में काफी तेज बोलती हुई भी नजर आ रही हैं। अमर उजाला नें अपनी पड़ताल में इस वीडियो का पाकिस्तान और भारत के संबंध में नहीं पाया। पड़ताल में पता चला कि वीडियो 2019 का है जब मेलोनी रोम को यूरोपीय संघ की राजधानी बनाने की मांग कर रही थीं। वीडियो को भारत और पाकिस्तान से जोड़कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।
क्या है दावा
इस वीडियो को शेयर करके पाकिस्तान और भारत के बीच चल रहे तनाव से जोड़ा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मेलोनी ने भारत के पक्ष में बोलते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है।
दिव्यदिवा (@potus021) नाम के एक एक्स यूजर ने 30 अप्रैल 2025 को इस वीडियो को शेयर करके लिखा “इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए दावा किया कि कल तक वह नक्शे से मिट सकता है।” पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
इस तरह के दावों के कई और लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इसके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
पड़ताल
इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो को कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। यहां हमें यह वीडियो ग्लोब आई न्यूज़ पर 19 जनवरी 2025 में पोस्ट मिला। इसके साथ कैप्शन लिखा गया था “इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का कहना है कि रोम को यूरोपीय संघ की राजधानी बनाया जाना चाहिए ताकि इसकी प्राचीन पहचान का प्रतिनिधित्व किया जा सके।” यहां से पता चला की वीडियो पहलगाम हमले के समय का नहीं है।
पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में यह साफ है कि वीडियो 2019 का है जिसे पहलगाम की घटना से जोड़कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।