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Bhiwani News: अब 32 करोड़ के बजाए दस करोड़ सालाना में तैयार किया सफाई का नया मसौदा
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Wed, 19 Nov 2025 01:26 AM IST
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शहर के सर्कुलर रोड पर मैनुअल तरीके से सफाई के बाद ट्रैक्टर ट्राॅली में कूड़ा डालते कर्मचारी।
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भिवानी। नगर परिषद ने शहर की सफाई के लिए तैयार पुराने 32 करोड़ रुपये के दो वर्षीय प्रस्ताव को बदलकर अब मात्र दस करोड़ रुपये सालाना के खर्च से सफाई का ठेका देने का नया मसौदा तैयार किया है। इसका प्रारूप तैयार कर लिया गया है और इसे अगले सप्ताह शहरी निकाय विभाग के मुख्यालय भेजा जाएगा। नगर परिषद ने पहले की तरह शहर के 513 किलोमीटर के पूरे दायरे को नए मसौदे में यथावत रखा है क्योंकि हरियाणा सरकार की हिदायतों के अनुसार सफाई के नए मानक लागू किए जा रहे हैं।
करीब ढाई लाख आबादी वाले भिवानी शहर के 31 वार्डों का दायरा अब काफी बढ़ चुका है। शहर के आसपास विकसित हुईं कई नई कॉलोनियों में दशकों से नियमित सफाई व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद ने पहले करीब 32 करोड़ रुपये के बजट से तीन चरणों में सफाई का खाका मुख्यालय भेजा था लेकिन यह सरकार द्वारा तय नए मानकों पर खरा नहीं उतरा। आपत्ति लगने के बाद दोबारा भेजा गया मसौदा भी मंजूर नहीं हुआ। इसी कारण पिछले साढ़े तीन साल से शहर की सफाई व्यवस्था मसौदे, आपत्तियों और टेंडर प्रक्रिया में उलझी हुई है। नए प्रस्ताव में सफाई कर्मचारियों के वेतन, कार्य दायरे और तैनाती से संबंधित गाइडलाइन भी तय की गई हैं।
ये रहेंगे शहर में सफाई के मानक
नगर परिषद ने सभी 31 वार्डों का सर्वे कर 513 किलोमीटर शहरी दायरे को सफाई कार्य के लिए चिह्नित किया है। नए मानकों के अनुसार 300 मीटर दायरे वाले वीआईपी क्षेत्रों को प्रथम श्रेणी में रखा गया है। दूसरी श्रेणी में 500 मीटर दायरे में एक सफाई कर्मचारी की तैनाती होगी, जो रनिंग मोड में भी लागू रहेगी। तीसरी अथवा निम्न श्रेणी में 700 मीटर दायरे के लिए एक कर्मचारी तैनात किया जाएगा। नगर परिषद शहर की सफाई के लिए करीब दस करोड़ रुपये का सालाना ठेका देगी। भिवानी शहर से रोजाना करीब सवा सौ टन कचरा निकल रहा है।
शहर के ये हिस्से अभी भी सफाई से वंचित
सर्कुलर रोड के बाहर की कॉलोनियों में नियमित सफाई नहीं हो रही है क्योंकि यहां सफाई कर्मियों की तैनाती नहीं है। नगर परिषद के पास लगभग 275 सफाई कर्मचारी हैं जिनमें से अधिकांश सरकारी कार्यालयों और वीआईपी इलाकों में तैनात हैं। दिनोद रोड, बैंक कॉलोनी, हांसी रोड की देव नगर कॉलोनी, कोंट रोड और ढाणा रोड क्षेत्र की कई कॉलोनियों में सफाई कर्मचारी तक उपलब्ध नहीं हैं। नगर परिषद के पास सफाई से संबंधित शिकायतों के लिए कोई एप भी उपलब्ध नहीं है।
सर्कुलर रोड की सफाई अब भी मैनुअल
सरकार के नए स्वीपिंग मानकों के बावजूद सर्कुलर रोड पर स्वीपिंग मशीन का उपयोग नहीं हो रहा। नगर परिषद ने मशीन की व्यवस्था तो कर ली थी लेकिन लंबे समय से सफाई कर्मचारी मैनुअल तरीके से ही सफाई कर रहे हैं। इससे सड़क पर धूल उड़ती है और हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है।
नगर परिषद ने अब दो साल के बजाए शहरी दायरे में सफाई के लिए एक साल का मसौदा तैयार किया है। नगर परिषद शहर की सफाई पर करीब दस करोड़ का बजट खर्च करेगी। शहरी दायरे के सभी 31 वार्डों में तीन चरण में सफाई का प्रारुप पहले की तरह ही यथावत रहेगा। केवल एक साल का टेंडर कराने से नगर परिषद को काफी कम बजट खर्च करना पड़ेगा। शहरी दायरे में सफाई का नया मसौदा अगले सप्ताह शहरी निकाय विभाग के मुख्यालय को भेजा जाएगा। - भवानी प्रताप सिंह, चेयरपर्सन प्रतिनिधि, नगर परिषद, भिवानी
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करीब ढाई लाख आबादी वाले भिवानी शहर के 31 वार्डों का दायरा अब काफी बढ़ चुका है। शहर के आसपास विकसित हुईं कई नई कॉलोनियों में दशकों से नियमित सफाई व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद ने पहले करीब 32 करोड़ रुपये के बजट से तीन चरणों में सफाई का खाका मुख्यालय भेजा था लेकिन यह सरकार द्वारा तय नए मानकों पर खरा नहीं उतरा। आपत्ति लगने के बाद दोबारा भेजा गया मसौदा भी मंजूर नहीं हुआ। इसी कारण पिछले साढ़े तीन साल से शहर की सफाई व्यवस्था मसौदे, आपत्तियों और टेंडर प्रक्रिया में उलझी हुई है। नए प्रस्ताव में सफाई कर्मचारियों के वेतन, कार्य दायरे और तैनाती से संबंधित गाइडलाइन भी तय की गई हैं।
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ये रहेंगे शहर में सफाई के मानक
नगर परिषद ने सभी 31 वार्डों का सर्वे कर 513 किलोमीटर शहरी दायरे को सफाई कार्य के लिए चिह्नित किया है। नए मानकों के अनुसार 300 मीटर दायरे वाले वीआईपी क्षेत्रों को प्रथम श्रेणी में रखा गया है। दूसरी श्रेणी में 500 मीटर दायरे में एक सफाई कर्मचारी की तैनाती होगी, जो रनिंग मोड में भी लागू रहेगी। तीसरी अथवा निम्न श्रेणी में 700 मीटर दायरे के लिए एक कर्मचारी तैनात किया जाएगा। नगर परिषद शहर की सफाई के लिए करीब दस करोड़ रुपये का सालाना ठेका देगी। भिवानी शहर से रोजाना करीब सवा सौ टन कचरा निकल रहा है।
शहर के ये हिस्से अभी भी सफाई से वंचित
सर्कुलर रोड के बाहर की कॉलोनियों में नियमित सफाई नहीं हो रही है क्योंकि यहां सफाई कर्मियों की तैनाती नहीं है। नगर परिषद के पास लगभग 275 सफाई कर्मचारी हैं जिनमें से अधिकांश सरकारी कार्यालयों और वीआईपी इलाकों में तैनात हैं। दिनोद रोड, बैंक कॉलोनी, हांसी रोड की देव नगर कॉलोनी, कोंट रोड और ढाणा रोड क्षेत्र की कई कॉलोनियों में सफाई कर्मचारी तक उपलब्ध नहीं हैं। नगर परिषद के पास सफाई से संबंधित शिकायतों के लिए कोई एप भी उपलब्ध नहीं है।
सर्कुलर रोड की सफाई अब भी मैनुअल
सरकार के नए स्वीपिंग मानकों के बावजूद सर्कुलर रोड पर स्वीपिंग मशीन का उपयोग नहीं हो रहा। नगर परिषद ने मशीन की व्यवस्था तो कर ली थी लेकिन लंबे समय से सफाई कर्मचारी मैनुअल तरीके से ही सफाई कर रहे हैं। इससे सड़क पर धूल उड़ती है और हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है।
नगर परिषद ने अब दो साल के बजाए शहरी दायरे में सफाई के लिए एक साल का मसौदा तैयार किया है। नगर परिषद शहर की सफाई पर करीब दस करोड़ का बजट खर्च करेगी। शहरी दायरे के सभी 31 वार्डों में तीन चरण में सफाई का प्रारुप पहले की तरह ही यथावत रहेगा। केवल एक साल का टेंडर कराने से नगर परिषद को काफी कम बजट खर्च करना पड़ेगा। शहरी दायरे में सफाई का नया मसौदा अगले सप्ताह शहरी निकाय विभाग के मुख्यालय को भेजा जाएगा। - भवानी प्रताप सिंह, चेयरपर्सन प्रतिनिधि, नगर परिषद, भिवानी