ऑपरेशन ट्रैकडाउन में सफलता: हरियाणा पुलिस ने एक दिन में 81 हिस्ट्री शीट खोली, 98 कुख्यात गिरफ्तार
कुख्यात अपराधियों को पकड़ने में झज्जर जिला आज सबसे आगे रहा, जिसने 18 केसों में 21 गिरफ्तारियां करके शीर्ष स्थान हासिल किया है । इसके बाद कुख्यात अपराधियों में पकड़ने में करनाल (9), कैथल (8), और रोहतक (8) जिले आगे रहे।
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ऑपरेशन ट्रैकडाउन में अपराधियों पर शिकंजा कसने के मामले में अब तक की सबसे बड़ी सफलता दर्ज की है। इस एक दिन की कार्रवाई में पुलिस ने 75 मामले दर्ज करते हुए 98 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया है। इसके अलावा अन्य अपराधों में संलिप्त 256 अपराधी भी जेल भेजे गए है।
प्रदेश पुलिस ने एक ही दिन में 81 अपराधियों की हिस्ट्री शीट खोली है। यह संख्या पिछले 12 दिन में अब तक खोली गई कुल हिस्ट्री शीट (179) में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है, जिससे हिस्ट्री शीट की कुल संख्या अब 260 पर पहुंच गई है। अब तक ऑपरेशन ट्रैकडाउन के तहत कुल 768 कुख्यात अपराधी पकड़े जा चुके हैं और वहीं अन्य अपराधों में भी पुलिस ने 2980 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
इस ऑपरेशन की सफलता में विभिन्न जिलों का योगदान सराहनीय रहा है। कुख्यात अपराधियों को पकड़ने में झज्जर जिला आज सबसे आगे रहा, जिसने 18 केसों में 21 गिरफ्तारियां करके शीर्ष स्थान हासिल किया है । इसके बाद कुख्यात अपराधियों में पकड़ने में करनाल (9), कैथल (8), और रोहतक (8) जिले आगे रहे। वहीं हिस्ट्री शीट खोलने के मामले में, सोनीपत जिले ने सर्वाधिक 26 अपराधियों
की हिस्ट्री शीट खोलकर अपनी तत्परता दिखाई है। इसके अलावा, रोहतक ने 16 और गुरुग्राम ने 11 अपराधियों की हिस्ट्री शीट खोलकर संगठित अपराधों पर लगाम लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया है।
दर्ज किए गए कुल मामले
ऑपरेशन ट्रैकडाउन के तहत एक दिन में कुल 75 केस दर्ज हुए और 98 गिरफ्तारियां हुईं। अपराधों की श्रेणी में, आर्म्स एक्ट के तहत सर्वाधिक 27 केस दर्ज किए गए और 33 गिरफ्तारियां हुईं। वहीं, 'हत्या के प्रयास' (अटेंप्ट टू मर्डर) के 16 केस में 23 गिरफ्तारियां और 'लूट' के 6 केस में 10 गिरफ्तारियां हुईं। 'उगाही' के 10 केस में 10 गिरफ्तारियां दर्ज की गईं । यह व्यापक कार्रवाई पुलिस की
बहुआयामी रणनीति को दर्शाती है, जिसका उद्देश्य सिर्फ गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि अपराधों की जड़ पर प्रहार करना है।
करनाल पुलिस ने जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना रामनगर की टीम ने शिकायतकर्ता अनिल कुमार की शिकायत पर अनुसंधान अधिकारी सहायक उप निरीक्षक विनोद कुमार की टीम ने आरोपी रमेश (निवासी रामनगर, करनाल) और विशाल वालिया (निवासी करनाल) को प्रेम नगर से काबू किया है। इन आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 16 नवंबर 2025 को यमुना विहार कॉलोनी, करनाल में प्लॉटों पर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया था।
जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी रमेश पुत्र रघुनाथ के खिलाफ इस मामले के अलावा विभिन्न गंभीर अपराधों के तहत छह मामले पहले से ही दर्ज हैं। उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों में 2011 में धारा 384 (जबरन वसूली) और 25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामले और 2022 में धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत दर्ज मामला शामिल है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस ने एक दिन का रिमांड हासिल किया है, जिसके दौरान वारदात में इस्तेमाल हथियार और मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए गहनता से पूछताछ की जाएगी।
पुरानी रंजिश में वांछित चार और आरोपी गिरफ्तार
करनाल पुलिस ने ऑपरेशन ट्रैक डाउन में अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए पुरानी रंजिश के चलते लड़ाई-झगड़े के मामले में वांछित चल रहे चार अन्य आरोपियों को भी 18 नवंबर 2025 को गिरफ्तार किया है। थाना शहर की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सहायक उप निरीक्षक दीपक कुमार की टीम ने बबली, जसराम, प्रदीप, और सागर को काबू किया।
ये सभी आरोपी अप्रैल 2025 को मीरा घाटी पार्क में शिकायतकर्ता मोहित और उसके दोस्त के साथ गाली-गलौच और लाठी-डंडों से मारपीट कर मौके से फरार हो गए थे, जिसके संबंध में थाना शहर में मुकदमा दर्ज था। इस मामले में पहले भी पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ में यह सामने आया है कि मुख्य आरोपी बबली के खिलाफ भी विभिन्न धाराओं के तहत छह मामले दर्ज हैं, जिसमें 2015 में 25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मुकदमा और 2019 में जबरन वसूली (धारा 384) के तहत दर्ज मामला शामिल है। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि मामले में संलिप्त अन्य पहलुओं का भी खुलासा किया जा सके।