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Kaithal News: पिता की हत्या का बदला लेने के लिए की वारदात
संवाद न्यूज एजेंसी, कैथल
Updated Sun, 21 Dec 2025 01:11 AM IST
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प्रेस वर्ता मे जानकारी देती एसपी उपासना।
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संवाद न्यूज, एजेंसी
कैथल/पूंडरी। पाई निवासी वीरभान (75) और उनके भतीजे राजेंद्र (38) की हत्या में शामिल दो आरोपियों को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि पिता की हत्या का बदला लेने के लिए दोहरा हत्याकांड अंजाम दिया। उधर, परिजनों ने मृतक राजेंद्र और वीरभान का शनिवार शाम को संस्कार कर दिया गया।
एसपी उपासना ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। पकड़े गए आरोपी विजय (22) और राहुल (26) भी पाई गांव निवासी हैं। राहुल 2012 में मारे गए राजबीर का बेटा है और विजय फकीरचंद का बेटा है। दोनों वीरभान के रिश्ते में भतीजे लगते हैं।
एसपी ने दावा कर बताया कि पुलिस दबाव के चलते राहुल और विजय ने शनिवार को पूंडरी थाने में आत्मसमर्पण किया। आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किए गए दो कट्टे बरामद किए गए हैं। अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में एसपी ने बताया कि आरोपियों ने कबूल किया है कि शुक्रवार को पाई निवासी राजेंद्र और उसके ताऊ वीरभान की गोली मारकर हत्या आरोपियों ने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए की।
चार युवक हथियार लहराते हुए आए ः 19 दिसंबर की सुबह करीब 9:30 बजे वह अपने ताऊ के लड़के सुनील के साथ गांव की गली में खड़ा था। उसी दौरान उसके ताऊ वीरभान श्मशान वाले खेत से घर लौट रहे थे। जब वह गांव में पहुंचे तो दो बाइक पर सवार चार युवक हथियार लहराते हुए आए और भाना पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरोपियों ने मौके पर धमकी देते हुए कहा कि उन्होंने परिवार के एक अन्य सदस्य राजेंद्र को भी गोली मार दी है और उसका शव जटेहड़ी रोड पर खेतों में पड़ा है। इसके बाद आरोपी भाग गए थे।
मौके पर मिली थी स्कूटी ः परिजनों ने मौके पर जाकर देखने पर राजेंद्र की स्कूटी सड़क पर खड़ी मिली और कुछ दूरी पर खेतों में उसका शव पड़ा मिला था। पूंडरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। एसपी ने बताया मामले की गहनता को देखते हुए जिले की सभी क्राइम युनिट स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट, सीआई-1, एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ सहित थाना पूंडरी पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे।
पुलिस ने लगातार विभिन्न जगह पर छापे मारे और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए थे। एसपी ने दावा कर कहा कि पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते दो आरोपियों ने शनिवार को थाना पूंडरी में आत्मसमर्पण किया गया। उन्हें एसडीयू के एसआई विरेंद्र की टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया।
परिवार में मातम ः दोहरे हत्याकांड के बाद से राजेंद्र व वीरभान के परिवार में मातम पसरा रहा। देर रात तक भी शवों का पोस्टमार्टम न होने की स्थिति में शनिवार दोपहर तक राजेंद्र व वीरभान उर्फ भाना राम के घर में सन्नाटा छाया रहा। शनिवार को गांव के श्मशान घाट में एक परिवार की दो चिता जलने लोगों की आंखों में आंसू देखे गए। राजेंद्र को मुखाग्नि उनके बेटे अनूप तथा भाना राम को उनके भतीजे तेजी ने दी। मृतकों व आरोपियों के घर के पास पुलिस बल तैनात रहा। मृतकों के अंतिम संस्कार के दौरान भी श्मशान घाट में पुलिस बल मौजूद रहा। राजेंद्र की मौत से परिवार पर संकट आ गया है। उनके पिता कैंसर से पीड़ित हैं। बेटे अनूप की उम्र महज 13 वर्ष है। राहुल ने आईटीआई की हुई है। विजय आठवीं पास है।
राजेंद्र को चार और वीरभान को मारीं तीन गोलियां
आरोपियों ने राजेंद्र को चार और वीरभान को तीन गोलियां मारी थीं। राजेंद्र को लगी चार गोलियों में आंख की पुतली के पास, दो हाथों पर और कमर के ऊपर लगी थी। वीरभान को तीन गोलियां छाती में मारी थी। एसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि करीब 13 साल पहले 2012 में जमीनी विवाद को लेकर दोनों आरोपियों के पिता की हत्या तेजधार हथियार से की गई थी। इस मामले में राजेंद्र सजा काट रहा था। अब 2019 से हाई कोर्ट से उसे जमानत मिली हुई थी। आरोपियों को राजेंद्र के आने-जाने की जानकारी थी। शुक्रवार सुबह बाइक पर सवार होकर आरोपियों ने राजेंद्र का पीछा किया। जटेहड़ी गांव के पास गोलियों से भून दिया। इसके बाद आरोपी बाइक पर बैठकर गांव पाई आए। जहां पर उसके ताऊ वीरभान उर्फ भाना को गली में 15-20 मिनट बाद गोली मारकर हत्या कर दी। शनिवार को दोनों शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद गांव में शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पहले भी आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज
आरोपी राहुल पर पहले भी हत्या व गंभीर चोटें मारने व गोली चलाने के दो प्राथमिकी दर्ज है। आरोपी विजय पर गंभीर चोटें मारने सहित गोली चलाने व चोरी का प्रयास की दो प्राथमिकी दर्ज है। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग दो अवैध देशी कट्टे बरामद किए गए हैं। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा अन्य संलिप्त आरोपियों की तलाश जारी है। दोनों आरोपी रविवार को अदालत में पेश किए जाएंगे, जिनका पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
करीब 14-15 वर्षों से है जमीन का विवाद
एसपी उपासना ने बताया कि तेजेंद्र उर्फ तेजी निवासी गांव पाई की शिकायत के अनुसार, उसके परिवार व गांव के ही चेला राम के परिवार के बीच पिछले करीब 14-15 वर्षों से जमीन का विवाद चल रहा है। इसी वजह से 2012 में हुए झगड़े में चेला राम के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई थी। उस मामले में उनके परिवार के कई सदस्यों को सजा हुई थी तथा वर्ष 2018 में वे हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए थे।
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कैथल/पूंडरी। पाई निवासी वीरभान (75) और उनके भतीजे राजेंद्र (38) की हत्या में शामिल दो आरोपियों को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि पिता की हत्या का बदला लेने के लिए दोहरा हत्याकांड अंजाम दिया। उधर, परिजनों ने मृतक राजेंद्र और वीरभान का शनिवार शाम को संस्कार कर दिया गया।
एसपी उपासना ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। पकड़े गए आरोपी विजय (22) और राहुल (26) भी पाई गांव निवासी हैं। राहुल 2012 में मारे गए राजबीर का बेटा है और विजय फकीरचंद का बेटा है। दोनों वीरभान के रिश्ते में भतीजे लगते हैं।
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एसपी ने दावा कर बताया कि पुलिस दबाव के चलते राहुल और विजय ने शनिवार को पूंडरी थाने में आत्मसमर्पण किया। आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किए गए दो कट्टे बरामद किए गए हैं। अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में एसपी ने बताया कि आरोपियों ने कबूल किया है कि शुक्रवार को पाई निवासी राजेंद्र और उसके ताऊ वीरभान की गोली मारकर हत्या आरोपियों ने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए की।
चार युवक हथियार लहराते हुए आए ः 19 दिसंबर की सुबह करीब 9:30 बजे वह अपने ताऊ के लड़के सुनील के साथ गांव की गली में खड़ा था। उसी दौरान उसके ताऊ वीरभान श्मशान वाले खेत से घर लौट रहे थे। जब वह गांव में पहुंचे तो दो बाइक पर सवार चार युवक हथियार लहराते हुए आए और भाना पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरोपियों ने मौके पर धमकी देते हुए कहा कि उन्होंने परिवार के एक अन्य सदस्य राजेंद्र को भी गोली मार दी है और उसका शव जटेहड़ी रोड पर खेतों में पड़ा है। इसके बाद आरोपी भाग गए थे।
मौके पर मिली थी स्कूटी ः परिजनों ने मौके पर जाकर देखने पर राजेंद्र की स्कूटी सड़क पर खड़ी मिली और कुछ दूरी पर खेतों में उसका शव पड़ा मिला था। पूंडरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। एसपी ने बताया मामले की गहनता को देखते हुए जिले की सभी क्राइम युनिट स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट, सीआई-1, एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ सहित थाना पूंडरी पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे।
पुलिस ने लगातार विभिन्न जगह पर छापे मारे और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए थे। एसपी ने दावा कर कहा कि पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते दो आरोपियों ने शनिवार को थाना पूंडरी में आत्मसमर्पण किया गया। उन्हें एसडीयू के एसआई विरेंद्र की टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया।
परिवार में मातम ः दोहरे हत्याकांड के बाद से राजेंद्र व वीरभान के परिवार में मातम पसरा रहा। देर रात तक भी शवों का पोस्टमार्टम न होने की स्थिति में शनिवार दोपहर तक राजेंद्र व वीरभान उर्फ भाना राम के घर में सन्नाटा छाया रहा। शनिवार को गांव के श्मशान घाट में एक परिवार की दो चिता जलने लोगों की आंखों में आंसू देखे गए। राजेंद्र को मुखाग्नि उनके बेटे अनूप तथा भाना राम को उनके भतीजे तेजी ने दी। मृतकों व आरोपियों के घर के पास पुलिस बल तैनात रहा। मृतकों के अंतिम संस्कार के दौरान भी श्मशान घाट में पुलिस बल मौजूद रहा। राजेंद्र की मौत से परिवार पर संकट आ गया है। उनके पिता कैंसर से पीड़ित हैं। बेटे अनूप की उम्र महज 13 वर्ष है। राहुल ने आईटीआई की हुई है। विजय आठवीं पास है।
राजेंद्र को चार और वीरभान को मारीं तीन गोलियां
आरोपियों ने राजेंद्र को चार और वीरभान को तीन गोलियां मारी थीं। राजेंद्र को लगी चार गोलियों में आंख की पुतली के पास, दो हाथों पर और कमर के ऊपर लगी थी। वीरभान को तीन गोलियां छाती में मारी थी। एसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि करीब 13 साल पहले 2012 में जमीनी विवाद को लेकर दोनों आरोपियों के पिता की हत्या तेजधार हथियार से की गई थी। इस मामले में राजेंद्र सजा काट रहा था। अब 2019 से हाई कोर्ट से उसे जमानत मिली हुई थी। आरोपियों को राजेंद्र के आने-जाने की जानकारी थी। शुक्रवार सुबह बाइक पर सवार होकर आरोपियों ने राजेंद्र का पीछा किया। जटेहड़ी गांव के पास गोलियों से भून दिया। इसके बाद आरोपी बाइक पर बैठकर गांव पाई आए। जहां पर उसके ताऊ वीरभान उर्फ भाना को गली में 15-20 मिनट बाद गोली मारकर हत्या कर दी। शनिवार को दोनों शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद गांव में शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पहले भी आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज
आरोपी राहुल पर पहले भी हत्या व गंभीर चोटें मारने व गोली चलाने के दो प्राथमिकी दर्ज है। आरोपी विजय पर गंभीर चोटें मारने सहित गोली चलाने व चोरी का प्रयास की दो प्राथमिकी दर्ज है। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग दो अवैध देशी कट्टे बरामद किए गए हैं। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा अन्य संलिप्त आरोपियों की तलाश जारी है। दोनों आरोपी रविवार को अदालत में पेश किए जाएंगे, जिनका पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
करीब 14-15 वर्षों से है जमीन का विवाद
एसपी उपासना ने बताया कि तेजेंद्र उर्फ तेजी निवासी गांव पाई की शिकायत के अनुसार, उसके परिवार व गांव के ही चेला राम के परिवार के बीच पिछले करीब 14-15 वर्षों से जमीन का विवाद चल रहा है। इसी वजह से 2012 में हुए झगड़े में चेला राम के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई थी। उस मामले में उनके परिवार के कई सदस्यों को सजा हुई थी तथा वर्ष 2018 में वे हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए थे।