कुरुक्षेत्र। युवाओं में सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार की ओर से दो दिवसीय विशेष भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के विद्यार्थियों को पंचकूला स्थित नेचर कैंप थापली एवं कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का भ्रमण कराया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दौरा किया।
विद्यार्थियों ने गीता महोत्सव के दौरान हरियाणा की समृद्ध आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के बारे में जानकारी प्राप्त की और विभिन्न प्रदर्शनी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और ऐतिहासिक स्थलों का अवलोकन किया। इस अवसर पर छात्रों में उत्साह और जिज्ञासा देखने को मिली।
प्रदेश सरकार के युवा कल्याण संयोजक नरेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की यह पहल युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ने और उनके भीतर सांस्कृतिक गौरव की भावना को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को भारत की आध्यात्मिक विरासत, इतिहास और परंपराओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करते हैं। प्रदेश सरकार भविष्य में भी ऐसे प्रेरक कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को जागरूक और सक्षम बनाने का प्रयास जारी रखेगी। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से पूर्व कैप्टन प्रीतम सिंह (डिप्टी मैनेजर, यूथ अफेयर्स एंड सर्विसेज), आकाश कुमार, प्रद्युम्न कुमार दास, शिवानी चौधरी, नैना सिंह, स्नेहा कुमारी सहित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों ने इस भ्रमण में सक्रिय रूप से भाग लिया और गीता महोत्सव की गौरवशाली परंपरा को जानने का अवसर प्राप्त किया।

कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में मौजदू चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी। वि