{"_id":"691e1de0a474fbd68008de6e","slug":"the-arrival-of-prime-minister-narendra-modi-will-enhance-the-grandeur-of-the-international-gita-festival-swami-gyananand-kurukshetra-news-c-45-1-kur1001-145570-2025-11-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से बढ़ेगी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की भव्यता : स्वामी ज्ञानानंद","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से बढ़ेगी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की भव्यता : स्वामी ज्ञानानंद
संवाद न्यूज एजेंसी, कुरुक्षेत्र
Updated Thu, 20 Nov 2025 01:13 AM IST
विज्ञापन
कुरुक्षेत्र। स्वामी ज्ञानानंद पत्रकारवार्ता करते हुए। संवाद
विज्ञापन
कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को शिरकत करेंगे, जिसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता बनी हुई है। प्रधानमंत्री के आगमन से महोत्सव की भव्यता को चार चांद लगेगा। वहीं 30 को उपराष्ट्रपति पहुंचेगें। इस बार 50 से अधिक देशों को गीता जयंती समारोह के साथ जोड़ा गया है। यह कहना है गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद का।
वे बुधवार को केडीबी के मानद सचिव के कार्यालय में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य कार्यक्रमों के साथ महोत्सव के मुख्य भाव शुरू होंगे। ये मुख्य कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती का प्राण होते हैं। 24 नवम्बर से गीता सेमिनार आयोजित किया जाएगा, जिसमें अलग अलग देशों के संत महात्मा व शोधकर्ता भाग लेंगे, जो अलग अलग विषयों पर किए गए मंथन, चिंतन और शोध पत्रों को प्रस्तुत करेंगे। इसी दिन गीता महायज्ञ किया जाएगा और एक भव्य सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा। 26 नवंबर को श्रीमद्भगवद्गीता कथा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, सीईओ पंकज सेतिया भी मौजूद रहे।
21 हजार विद्यार्थी करेंगे श्लोकोच्चारण
स्वामी ने कहा कि इस बार गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रमों को 18 दिनों से बढ़ाकर 21 दिनों का किया गया हैं। ऐसे में गीता के श्लोकोच्चारण कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 21 हजार विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा, जबकि पिछले कई वर्षो से गीता श्लोकोच्चारण में 18 हजार विद्यार्थी शामिल होते थे। इस कार्यक्रम में देश व विदेश के लाखों लोग लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से श्लोकों का उच्चारण करेंगे।
शिक्षा के साथ गीता जोड़ने का किया जाएगा आग्रह
गीता मनीषी ने कहा कि आजकल बच्चों में संस्कार, एकाग्रता और आस्था की काफी कमी हैं। बच्चे परिवार और समाज से दूर होते जा रहे हैं। स्कूली स्तर पर ही इन सभी विषयों पर ज्ञान देने के लिए कुछ प्रयास किए जाने की जरूरत है। गीता ज्ञान संस्थानम की तरफ से सरकार को स्कूलों में शिक्षा के साथ संस्कार व सामाजिक मूल्यों को बच्चों में उत्पन्न करने के लिए गीता को जोड़ने के लिए आग्रह किया जाएगा।
शहर में प्रवेश के सभी रास्तों पर गीता से संबंधित बनेंगे द्वार
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि केडीबी के तरफ से शहर में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर गीता से संबंधित द्वार तैयार किए जाएंगे ताकि कोई भी नागरिक जब पिहोवा, कैथल, किरमच, अमीन, झांसा सहित अन्य किसी भी रास्ते से कुरुक्षेत्र में प्रवेश करे तब उसके अन्दर गीता भाव उत्पन्न हो। पिपली गीता द्वार को भी नए सिरे से और ज्यादा भव्य बनाया जाएगा। एक चौक को गीता चौक का नाम दिया जाएगा।
Trending Videos
वे बुधवार को केडीबी के मानद सचिव के कार्यालय में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य कार्यक्रमों के साथ महोत्सव के मुख्य भाव शुरू होंगे। ये मुख्य कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती का प्राण होते हैं। 24 नवम्बर से गीता सेमिनार आयोजित किया जाएगा, जिसमें अलग अलग देशों के संत महात्मा व शोधकर्ता भाग लेंगे, जो अलग अलग विषयों पर किए गए मंथन, चिंतन और शोध पत्रों को प्रस्तुत करेंगे। इसी दिन गीता महायज्ञ किया जाएगा और एक भव्य सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा। 26 नवंबर को श्रीमद्भगवद्गीता कथा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, सीईओ पंकज सेतिया भी मौजूद रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
21 हजार विद्यार्थी करेंगे श्लोकोच्चारण
स्वामी ने कहा कि इस बार गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रमों को 18 दिनों से बढ़ाकर 21 दिनों का किया गया हैं। ऐसे में गीता के श्लोकोच्चारण कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 21 हजार विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा, जबकि पिछले कई वर्षो से गीता श्लोकोच्चारण में 18 हजार विद्यार्थी शामिल होते थे। इस कार्यक्रम में देश व विदेश के लाखों लोग लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से श्लोकों का उच्चारण करेंगे।
शिक्षा के साथ गीता जोड़ने का किया जाएगा आग्रह
गीता मनीषी ने कहा कि आजकल बच्चों में संस्कार, एकाग्रता और आस्था की काफी कमी हैं। बच्चे परिवार और समाज से दूर होते जा रहे हैं। स्कूली स्तर पर ही इन सभी विषयों पर ज्ञान देने के लिए कुछ प्रयास किए जाने की जरूरत है। गीता ज्ञान संस्थानम की तरफ से सरकार को स्कूलों में शिक्षा के साथ संस्कार व सामाजिक मूल्यों को बच्चों में उत्पन्न करने के लिए गीता को जोड़ने के लिए आग्रह किया जाएगा।
शहर में प्रवेश के सभी रास्तों पर गीता से संबंधित बनेंगे द्वार
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि केडीबी के तरफ से शहर में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर गीता से संबंधित द्वार तैयार किए जाएंगे ताकि कोई भी नागरिक जब पिहोवा, कैथल, किरमच, अमीन, झांसा सहित अन्य किसी भी रास्ते से कुरुक्षेत्र में प्रवेश करे तब उसके अन्दर गीता भाव उत्पन्न हो। पिपली गीता द्वार को भी नए सिरे से और ज्यादा भव्य बनाया जाएगा। एक चौक को गीता चौक का नाम दिया जाएगा।