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Mahendragarh-Narnaul News: एक्यूआई <bha>@</bha> 390, सांस लेना हुआ दूभर
संवाद न्यूज एजेंसी, महेंद्रगढ़/नारनौल
Updated Wed, 22 Oct 2025 12:09 AM IST
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फोटो नंबर-20नारनौल में मंगलवार दोपहर के समय आसमान में छाया स्मॉग। संवाद
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नारनौल। नारनौल में दीपावली के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। मंगलवार सुबह पांच बजे 359, नौ बजे 370, दस बजे 370 और 11 बजे 373 रहा।
शाम 4 बजे एक्यूआई 390 पहुंच गया है। इससे आमजन को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 18 अक्तूबर को 218, 19 अक्तूबर को 279, 20 अक्तूबर को 311 दर्ज किया गया था। इससे अब आंखों में भी जलन होने लगी है। पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा सरकार के कठोर कानून और जुर्माना के बावजूद पराली जलाने के साथ आतिशबाजी की वजह से वायु प्रदूषण बढ़ा है।
वायु गुणवत्ता में गिरावट से अनेक प्रकार की आमजन को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसमें अस्थमा, फेफड़ों का संक्रमण, हृदय की समस्याएं, त्वचा रोग, बालों का गिरना, आंख, नाक, गले में जलन, उच्च रक्तचाप, शरीर की रक्षा प्रणाली का कमजोर होना और ब्रेन स्ट्रोक की संभावना सहित कई जोखिम शामिल हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में वायु गुणवत्ता बहुत खराब और गंभीर श्रेणी में है।
इंसेट
खनन कार्य और क्रशर जोन भी प्रदूषण बढ़ाने में सहायक
क्षेत्र में परिवहन के साधनों में वृद्धि और लंबे ट्रैफिक जाम, खनन कार्य, क्रशर जोन, निर्माण कार्य, टूटी सड़कें, वनों की कटाई से भी प्रदूषण बढ़ रहा है। स्माॅग में कोहरे, धूल और वायु प्रदूषक जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, वाष्पशील कार्बनिक यौगिक इत्यादि का एक हानिकारक मिश्रण होता है। इस धुंध के कारण सांस और फेफड़ों से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं। बता दें कि एनसीआर में ग्रैप दो लागू होने के बाद भी वायु प्रदूषण सूचकांक पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
इंसेट
मौसम में बदलाव की संभावना
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि अक्तूबर के अंतिम दिनों और नवंबर की शुरुआत में हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम में बदलाव की संभावना बन रही है। इसके कारण संपूर्ण इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार होगा। हालांकि मंगलवार को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर बर्फबारी होने से जबकि मैदानी राज्यों में आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी।
इंसेट
एनसीआर में चार बजे के एक्यूआई
दिल्ली एनसीआर 400-500
धारूहेड़ा 401
जींद 397
बहादुरगढ़ 386
नारनौल 385
रोहतक 374
गुरुग्राम 362
सिरसा 346
चरखी दादरी 342
भिवानी 332
मानेसर 322
वायु गुणवत्ता सूचकांक की श्रेणियां
0 -50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
वायु गुणवत्ता के आधार पर ग्रैप को चार चरण:
चरण एक खराब (201-300)
चरण दो बहुत खराब (301-400)
चरण तीन गंभीर (401-450)
चरण चार गंभीर प्लस (450)
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शाम 4 बजे एक्यूआई 390 पहुंच गया है। इससे आमजन को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 18 अक्तूबर को 218, 19 अक्तूबर को 279, 20 अक्तूबर को 311 दर्ज किया गया था। इससे अब आंखों में भी जलन होने लगी है। पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा सरकार के कठोर कानून और जुर्माना के बावजूद पराली जलाने के साथ आतिशबाजी की वजह से वायु प्रदूषण बढ़ा है।
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वायु गुणवत्ता में गिरावट से अनेक प्रकार की आमजन को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसमें अस्थमा, फेफड़ों का संक्रमण, हृदय की समस्याएं, त्वचा रोग, बालों का गिरना, आंख, नाक, गले में जलन, उच्च रक्तचाप, शरीर की रक्षा प्रणाली का कमजोर होना और ब्रेन स्ट्रोक की संभावना सहित कई जोखिम शामिल हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में वायु गुणवत्ता बहुत खराब और गंभीर श्रेणी में है।
इंसेट
खनन कार्य और क्रशर जोन भी प्रदूषण बढ़ाने में सहायक
क्षेत्र में परिवहन के साधनों में वृद्धि और लंबे ट्रैफिक जाम, खनन कार्य, क्रशर जोन, निर्माण कार्य, टूटी सड़कें, वनों की कटाई से भी प्रदूषण बढ़ रहा है। स्माॅग में कोहरे, धूल और वायु प्रदूषक जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, वाष्पशील कार्बनिक यौगिक इत्यादि का एक हानिकारक मिश्रण होता है। इस धुंध के कारण सांस और फेफड़ों से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं। बता दें कि एनसीआर में ग्रैप दो लागू होने के बाद भी वायु प्रदूषण सूचकांक पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
इंसेट
मौसम में बदलाव की संभावना
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि अक्तूबर के अंतिम दिनों और नवंबर की शुरुआत में हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम में बदलाव की संभावना बन रही है। इसके कारण संपूर्ण इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार होगा। हालांकि मंगलवार को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर बर्फबारी होने से जबकि मैदानी राज्यों में आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी।
इंसेट
एनसीआर में चार बजे के एक्यूआई
दिल्ली एनसीआर 400-500
धारूहेड़ा 401
जींद 397
बहादुरगढ़ 386
नारनौल 385
रोहतक 374
गुरुग्राम 362
सिरसा 346
चरखी दादरी 342
भिवानी 332
मानेसर 322
वायु गुणवत्ता सूचकांक की श्रेणियां
0 -50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
वायु गुणवत्ता के आधार पर ग्रैप को चार चरण:
चरण एक खराब (201-300)
चरण दो बहुत खराब (301-400)
चरण तीन गंभीर (401-450)
चरण चार गंभीर प्लस (450)