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Panchkula News: हरियाणा पुलिस की नई वेबसाइट लोगों के लिए बनी सिरदर्द<bha>;</bha> तकनीकी खामियों से रुके काम, बढ़ी लोगों की परेशानी
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पंचकूला। जिले के नागरिकों के लिए सेवाओं को और अधिक सुगम बनाने के उद्देश्य से हाल ही में हरियाणा पुलिस की वेबसाइट को अपग्रेड किया गया था, लेकिन यह अपग्रेड अब लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। क्योंकि इस वेबसाइट पर बार-बार तकनीकी खामियां सामने आ रही हैं, जिससे आम नागरिकों के काम रुक रहे हैं और उनको जरूरी पुलिस सेवाओं तक पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अपग्रेड की गई नई वेबसाइट के जरिये चरित्र प्रमाणपत्र, पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट, चोरी हुए वाहनों की ई-एफआईआर, एफआईआर डाउनलोड, अनट्रेस्ड रिपोर्ट, खोई हुई वस्तुओं की शिकायत और अन्य सामान्य सत्यापन सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई हैं। लेकिन साइट पर लॉगिन के दौरान मोबाइल नंबर और ओटीपी की प्रक्रिया बार-बार दोहरानी पड़ती है, जिससे काफी समय लग रहा है। ऐसे में लोगों के काम रुक रहे हैं और काफी परेशानी हो रही है।
जानकारी के मुताबिक ओटीपी से लॉगिन करने के बाद भी एफआईआर देखने के लिए फिर से मोबाइल नंबर डालना पड़ता है और दोबारा ओटीपी आता है। उसके बाद भी एफआईआर डाउनलोड करने का कोई स्पष्ट विकल्प नहीं दिखाई देता। पूरा प्रोसेस बेहद समय लेने वाला है। बताया जा रहा है कि इस वेबसाइट में ये बदलाव नेशनल इंफाॅर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) की ओर से किए गए हैं, जो राज्य सरकार के लिए ई-गवर्नेंस समाधान उपलब्ध कराता है। हालांकि तकनीकी खामियों के चलते आम लोग खासकर बुजुर्ग और मोबाइल फोन से वंचित नागरिक, जरूरी सेवाओं तक पहुंच नहीं बना पा रहे हैं।
इस वेबसाइट में दो लॉगिन विकल्प दिए गए हैं। एक बार का मोबाइल ओटीपी लॉगिन और एक साइनअप फॉर्म, जिसमें मोबाइल नंबर, ईमेल, आधार नंबर और पता जैसी निजी जानकारियां अनिवार्य हैं। नागरिक कल्याण संघ (सीडब्ल्यूए) पंचकूला के अध्यक्ष एसके नायर ने कहा कि जनसेवा के लिए बनी वेबसाइट को सरल और जनसुलभ होना चाहिए। अगर इसका इस्तेमाल करने वाले को अधिक समय लग रहा है तो यह तकनीकी खामियों से भरी है तो यह अपने उद्देश्य को ही विफल कर रही है।
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अपग्रेड की गई नई वेबसाइट के जरिये चरित्र प्रमाणपत्र, पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट, चोरी हुए वाहनों की ई-एफआईआर, एफआईआर डाउनलोड, अनट्रेस्ड रिपोर्ट, खोई हुई वस्तुओं की शिकायत और अन्य सामान्य सत्यापन सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई हैं। लेकिन साइट पर लॉगिन के दौरान मोबाइल नंबर और ओटीपी की प्रक्रिया बार-बार दोहरानी पड़ती है, जिससे काफी समय लग रहा है। ऐसे में लोगों के काम रुक रहे हैं और काफी परेशानी हो रही है।
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जानकारी के मुताबिक ओटीपी से लॉगिन करने के बाद भी एफआईआर देखने के लिए फिर से मोबाइल नंबर डालना पड़ता है और दोबारा ओटीपी आता है। उसके बाद भी एफआईआर डाउनलोड करने का कोई स्पष्ट विकल्प नहीं दिखाई देता। पूरा प्रोसेस बेहद समय लेने वाला है। बताया जा रहा है कि इस वेबसाइट में ये बदलाव नेशनल इंफाॅर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) की ओर से किए गए हैं, जो राज्य सरकार के लिए ई-गवर्नेंस समाधान उपलब्ध कराता है। हालांकि तकनीकी खामियों के चलते आम लोग खासकर बुजुर्ग और मोबाइल फोन से वंचित नागरिक, जरूरी सेवाओं तक पहुंच नहीं बना पा रहे हैं।
इस वेबसाइट में दो लॉगिन विकल्प दिए गए हैं। एक बार का मोबाइल ओटीपी लॉगिन और एक साइनअप फॉर्म, जिसमें मोबाइल नंबर, ईमेल, आधार नंबर और पता जैसी निजी जानकारियां अनिवार्य हैं। नागरिक कल्याण संघ (सीडब्ल्यूए) पंचकूला के अध्यक्ष एसके नायर ने कहा कि जनसेवा के लिए बनी वेबसाइट को सरल और जनसुलभ होना चाहिए। अगर इसका इस्तेमाल करने वाले को अधिक समय लग रहा है तो यह तकनीकी खामियों से भरी है तो यह अपने उद्देश्य को ही विफल कर रही है।