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हरियाणा पुलिस की लापरवाही: लापता युवक का शव लावारिस मानकर करवाया पोस्टमार्टम, परिजनों ने लगाए ये आरोप
माई सिटी रिपोर्टर पानीपत
Published by: शाहिल शर्मा
Updated Wed, 22 Oct 2025 07:50 PM IST
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सार
परिजनों का आरोप है थाना किला पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद युवक को तलाश करने का कोई प्रयास नहीं किया। वहीं, तहसील कैंप थाना पुलिस ने भी शव मिलने पर आस-पास की कॉलोनियों और थानों से कोई संपर्क नहीं किया।
मृतक के परिजन
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
सेवा सुरक्षा और सहयोग का दम भरने वाली पानीपत पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। चार दिन पहले बलजीत नगर के लापता युवक सतीश की किला थाना पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। वहीं, पड़ोस की तहसील कैंप थाना पुलिस ने लावारिस का शव बरामद कर उसका पोस्टमार्टम भी करा दिया। दोनों थानों की पुलिस ने एक दूसरे से कोई संपर्क तक नहीं किया।
चार दिन बाद परिजनों को कहीं से सूचना मिली तो उन्होंने नागरिक अस्पताल में पहुंचकर शव की शिनाख्त की। परिजनों ने दोनों थानों की पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। दलबीर नगर के महेंद्र ने बताया कि उनका भाई सतीश उम्र 32 साल घरेलू सामान की रेहड़ी लगाता था। वह 19 अक्तूबर को सुबह करीब 10 बजे घर से निकले था जिसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा। उन्होंने किला थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस ने 20 अक्तूबर को उनकी गुमशुदगी दर्ज कर ली और युवक की तलाश करने की बात कही।
उन्हें बुधवार को सूचना मिली कि सतीश का शव जिला नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखा हुआ है। वह तुरंत ही शवगृह पहुंचे और शव की शिनाख्त की। उन्हें पता चला कि शव 19 अक्तूबर को तहसील कैंप थाना पुलिस को देसराज कॉलोनी में एक प्लॉट में मिला था। पुलिस ने अज्ञात मानकर शव का पोस्टमार्टम करा दिया था।
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चार दिन बाद परिजनों को कहीं से सूचना मिली तो उन्होंने नागरिक अस्पताल में पहुंचकर शव की शिनाख्त की। परिजनों ने दोनों थानों की पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। दलबीर नगर के महेंद्र ने बताया कि उनका भाई सतीश उम्र 32 साल घरेलू सामान की रेहड़ी लगाता था। वह 19 अक्तूबर को सुबह करीब 10 बजे घर से निकले था जिसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा। उन्होंने किला थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस ने 20 अक्तूबर को उनकी गुमशुदगी दर्ज कर ली और युवक की तलाश करने की बात कही।
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उन्हें बुधवार को सूचना मिली कि सतीश का शव जिला नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखा हुआ है। वह तुरंत ही शवगृह पहुंचे और शव की शिनाख्त की। उन्हें पता चला कि शव 19 अक्तूबर को तहसील कैंप थाना पुलिस को देसराज कॉलोनी में एक प्लॉट में मिला था। पुलिस ने अज्ञात मानकर शव का पोस्टमार्टम करा दिया था।
पुलिस पर लगाए अनदेखी के आरोप
परिजनों का आरोप है थाना किला पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद युवक को तलाश करने का कोई प्रयास नहीं किया। वहीं, तहसील कैंप थाना पुलिस ने भी शव मिलने पर आस-पास की कॉलोनियों और थानों से कोई संपर्क नहीं किया। जहां से शव मिला था उससे मात्र 50 मीटर दूरी पर ही उनका घर भी है। इसके बावजूद भी उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। जिस कारण उन्हें चार दिन बाद शव मिला सका। परिजनों का आरोप है कि एक दिन और देरी होने पर पुलिस लावारिस मानकर शव का अंतिम संस्कार भी करा देती और परिजनों को सूचना तक नहीं मिलती।
पुलिस ने युवक के लापता होने की सूचना पर थाने में केस दर्ज किया था। उसी समय से आस-पास के थानों से संपर्क किया गया। शव मिलने पर परिजनों को बुलाकर शव उनके सुपुर्द कर दिया गया है। -श्रीनिवास, प्रभारी थाना किला।
परिजनों का आरोप है थाना किला पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद युवक को तलाश करने का कोई प्रयास नहीं किया। वहीं, तहसील कैंप थाना पुलिस ने भी शव मिलने पर आस-पास की कॉलोनियों और थानों से कोई संपर्क नहीं किया। जहां से शव मिला था उससे मात्र 50 मीटर दूरी पर ही उनका घर भी है। इसके बावजूद भी उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। जिस कारण उन्हें चार दिन बाद शव मिला सका। परिजनों का आरोप है कि एक दिन और देरी होने पर पुलिस लावारिस मानकर शव का अंतिम संस्कार भी करा देती और परिजनों को सूचना तक नहीं मिलती।
पुलिस ने युवक के लापता होने की सूचना पर थाने में केस दर्ज किया था। उसी समय से आस-पास के थानों से संपर्क किया गया। शव मिलने पर परिजनों को बुलाकर शव उनके सुपुर्द कर दिया गया है। -श्रीनिवास, प्रभारी थाना किला।