{"_id":"69447894c9f86a096805bca4","slug":"panipat-achieved-52-percent-target-of-making-illiterates-literate-panipat-news-c-244-1-sknl1016-149073-2025-12-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Panipat News: निरक्षरों को साक्षर करने में 52 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर पाया पानीपत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Panipat News: निरक्षरों को साक्षर करने में 52 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर पाया पानीपत
विज्ञापन
विज्ञापन
पानीपत। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की उल्लास योजना के तहत निरक्षरों को साक्षर बनाने में पानीपत जिला अभी 48 प्रतिशत लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया है। विभाग की ओर से दिए गए लक्ष्य के 52 फीसदी निरक्षरों तक ही जिले के अधिकारी और शिक्षक पहुंच पाए हैं। जबकि इस समय में लक्ष्य को पूरा कर लेना था। शेष 48 फीसदी निरक्षरों को साक्षर बनाते ही लक्ष्य पूरा हो जाएगा। जीटी बेल्ट के जिलों की तुलना में पानीपत की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है। कैथल, कुरुक्षेत्र और करनाल की तुलना में पानीपत नीचे है।
शिक्षा विभाग ने तीन वर्ष की अवधि में पानीपत जिले को 40,936 निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य सौंपा था। अब तक 21,114 निरक्षरों को पढ़ाकर परीक्षा में शामिल किया जा चुका है, जबकि 19,822 निरक्षरों तक अभी भी पहुंचना शेष है। शेष लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभागीय स्तर पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
प्रदेश की जिलावार प्रगति रिपोर्ट पर नजर डालें तो कैथल जिला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पहले स्थान पर है, जहां 85 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। वहीं सिरसा जिला सबसे पीछे है। पानीपत की प्रगति औसत से नीचे मानी जा रही है।
जीटी बेल्ट में स्थिति
जिला साक्षर बने
कुल लक्ष्य
शेष प्रतिशत
कैथल
42,756
50,067 7,311
15
कुरुक्षेत्र
28,745
34,390 5,645
16
करनाल
31,020
55,431 24,411
44
अंबाला
16,548
31,172 14,624
47
पानीपत
21,114
40,936 19,822
48
यमुनानगर
19,364
39,897 20,533
51
नव भारत साक्षरता कार्यक्रम
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत हरियाणा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेशभर में लगभग 9 लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा था। इसके तहत उल्लास योजना संचालित की जा रही है। उल्लास योजना से जुड़े शिक्षकों ने बताया कि पंजीकृत निरक्षरों को प्रथम चरण में गिनती, हिंदी पढ़ना-लिखना सिखाया जा रहा है। साक्षरता परीक्षा में तीन अनिवार्य पेपर होते हैं, जिन्हें उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
वर्जन-
मुख्यालय से मिले लक्ष्य के अनुसार जिले के स्वयंसेवक और कर्मचारी लगातार कार्य कर रहे हैं। मार्च-2026 की परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए सभी टीमें सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं।
- राकेश बूरा, जिला शिक्षा अधिकारी, पानीपत।
-- -
Trending Videos
शिक्षा विभाग ने तीन वर्ष की अवधि में पानीपत जिले को 40,936 निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य सौंपा था। अब तक 21,114 निरक्षरों को पढ़ाकर परीक्षा में शामिल किया जा चुका है, जबकि 19,822 निरक्षरों तक अभी भी पहुंचना शेष है। शेष लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभागीय स्तर पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
प्रदेश की जिलावार प्रगति रिपोर्ट पर नजर डालें तो कैथल जिला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पहले स्थान पर है, जहां 85 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। वहीं सिरसा जिला सबसे पीछे है। पानीपत की प्रगति औसत से नीचे मानी जा रही है।
जीटी बेल्ट में स्थिति
जिला साक्षर बने
कुल लक्ष्य
शेष प्रतिशत
कैथल
42,756
50,067 7,311
15
कुरुक्षेत्र
28,745
34,390 5,645
16
करनाल
31,020
55,431 24,411
44
अंबाला
16,548
31,172 14,624
47
पानीपत
21,114
40,936 19,822
48
यमुनानगर
19,364
39,897 20,533
51
नव भारत साक्षरता कार्यक्रम
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत हरियाणा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेशभर में लगभग 9 लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा था। इसके तहत उल्लास योजना संचालित की जा रही है। उल्लास योजना से जुड़े शिक्षकों ने बताया कि पंजीकृत निरक्षरों को प्रथम चरण में गिनती, हिंदी पढ़ना-लिखना सिखाया जा रहा है। साक्षरता परीक्षा में तीन अनिवार्य पेपर होते हैं, जिन्हें उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
वर्जन-
मुख्यालय से मिले लक्ष्य के अनुसार जिले के स्वयंसेवक और कर्मचारी लगातार कार्य कर रहे हैं। मार्च-2026 की परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए सभी टीमें सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं।
- राकेश बूरा, जिला शिक्षा अधिकारी, पानीपत।