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Rewari News: ई-लाइब्रेरी बदलेगी ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर, युवाओं को मिलेगा पढ़ाई का आधुनिक अनुभव
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धारूहेड़ा में खुली लाइब्रेरी। संवाद
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रेवाड़ी। जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए 7 खंडों के 12 गांवों में ई-लाइब्रेरी की सुविधा शुरू की जा रही है। इन आधुनिक लाइब्रेरी के खुलने से अब विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए शहर स्थित लाइब्रेरी का रुख नहीं करना पड़ेगा बल्कि वे अपने ही गांव में बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।
जिले के बावल खंड के बालावास, खोल खंड के खोरी और पाली, डहीना खंड के मसीत और कंवाली, जाटूसाना खंड के जाटूसाना और करावरा मानकपुर, नाहड़ खंड के बव्वा और कृष्ण नगर, धारूहेड़ा खंड के निखरी और रेवाड़ी खंड के भाड़ावास व माजरा गुरदास गांव में इन ई-लाइब्रेरी को खोला गया है।
इन ई-लाइब्रेरी का निर्माण पंचायत राज विभाग की ओर से किया गया है। विभाग ने ग्राम पंचायतों के खाली पड़े भवनों और अन्य उपयुक्त स्थानों का चयन कर करीब 1 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में इनका निर्माण व पुनर्निर्माण कराया।
बीते कुछ महीनों से चल रहे निर्माण कार्य के साथ-साथ भवनों का सुंदरीकरण भी किया गया है जो अब पूरी तरह से संपन्न हो चुका है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है।
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सुविधायुक्त बनाने के लिए सरकार ने अतिरिक्त बजट भी प्रदान किया
लाइब्रेरी को पूरी तरह सुविधायुक्त बनाने के लिए सरकार ने अतिरिक्त बजट भी दिया है। इनमें 57.12 लाख रुपये की लागत से फर्नीचर की व्यवस्था की गई है जबकि 9.12 लाख रुपये की राशि प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों और प्रेरणादायक साहित्य पर खर्च की गई है। लाइब्रेरी में सामान्य ज्ञान, गणित, तर्कशक्ति, करंट अफेयर्स, सिविल सेवा, बैंकिंग, एसएससी, पुलिस, सेना और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से जुड़ी पुस्तकों को रखा गया है।
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आरामदायक कुर्सियां और अध्ययन के लिए टेबल लगाई गई
विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इन ई-लाइब्रेरी में बैठने के लिए आरामदायक कुर्सियां और अध्ययन के लिए टेबल लगाई गई हैं। इसके साथ ही पूरी लाइब्रेरी को वातानुकूलित (एसी) रखा गया है ताकि विद्यार्थी शांत और एकाग्र वातावरण में पढ़ाई कर सकें। आने वाले समय में यहां कंप्यूटर की सुविधा के साथ-साथ तेज गति की फ्री वाई-फाई सेवा भी उपलब्ध करवाई जाएगी जिससे विद्यार्थी ऑनलाइन स्टडी मटेरियल और डिजिटल संसाधनों का लाभ उठा सकें।
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लाइब्रेरी का संचालन संबंधित ग्राम पंचायत अपने स्तर पर करेंगी
इन लाइब्रेरी का संचालन संबंधित ग्राम पंचायतों द्वारा अपने स्तर पर किया जाएगा। पंचायतें न्यूनतम शुल्क लेकर विद्यार्थियों को अध्ययन की सुविधा देंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र इसका लाभ उठा सकें। इससे ग्रामीण युवाओं में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति रुचि बढ़ेगी और उन्हें अपने ही गांव में बेहतर संसाधन मिल सकेंगे।
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वर्जन:
लाइब्रेरी खुलने से ग्रामीण क्षेत्र में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को बड़ा फायदा होगा। सभी 12 ई-लाइब्रेरियों में जल्द ही उच्च गुणवत्ता वाले कंप्यूटर और तेज गति की फ्री वाई-फाई कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
-नरेंद्र गुलिया, एक्सईएन, पंचायती राज विभाग रेवाड़ी।
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जिले के बावल खंड के बालावास, खोल खंड के खोरी और पाली, डहीना खंड के मसीत और कंवाली, जाटूसाना खंड के जाटूसाना और करावरा मानकपुर, नाहड़ खंड के बव्वा और कृष्ण नगर, धारूहेड़ा खंड के निखरी और रेवाड़ी खंड के भाड़ावास व माजरा गुरदास गांव में इन ई-लाइब्रेरी को खोला गया है।
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इन ई-लाइब्रेरी का निर्माण पंचायत राज विभाग की ओर से किया गया है। विभाग ने ग्राम पंचायतों के खाली पड़े भवनों और अन्य उपयुक्त स्थानों का चयन कर करीब 1 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में इनका निर्माण व पुनर्निर्माण कराया।
बीते कुछ महीनों से चल रहे निर्माण कार्य के साथ-साथ भवनों का सुंदरीकरण भी किया गया है जो अब पूरी तरह से संपन्न हो चुका है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है।
सुविधायुक्त बनाने के लिए सरकार ने अतिरिक्त बजट भी प्रदान किया
लाइब्रेरी को पूरी तरह सुविधायुक्त बनाने के लिए सरकार ने अतिरिक्त बजट भी दिया है। इनमें 57.12 लाख रुपये की लागत से फर्नीचर की व्यवस्था की गई है जबकि 9.12 लाख रुपये की राशि प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों और प्रेरणादायक साहित्य पर खर्च की गई है। लाइब्रेरी में सामान्य ज्ञान, गणित, तर्कशक्ति, करंट अफेयर्स, सिविल सेवा, बैंकिंग, एसएससी, पुलिस, सेना और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से जुड़ी पुस्तकों को रखा गया है।
आरामदायक कुर्सियां और अध्ययन के लिए टेबल लगाई गई
विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इन ई-लाइब्रेरी में बैठने के लिए आरामदायक कुर्सियां और अध्ययन के लिए टेबल लगाई गई हैं। इसके साथ ही पूरी लाइब्रेरी को वातानुकूलित (एसी) रखा गया है ताकि विद्यार्थी शांत और एकाग्र वातावरण में पढ़ाई कर सकें। आने वाले समय में यहां कंप्यूटर की सुविधा के साथ-साथ तेज गति की फ्री वाई-फाई सेवा भी उपलब्ध करवाई जाएगी जिससे विद्यार्थी ऑनलाइन स्टडी मटेरियल और डिजिटल संसाधनों का लाभ उठा सकें।
लाइब्रेरी का संचालन संबंधित ग्राम पंचायत अपने स्तर पर करेंगी
इन लाइब्रेरी का संचालन संबंधित ग्राम पंचायतों द्वारा अपने स्तर पर किया जाएगा। पंचायतें न्यूनतम शुल्क लेकर विद्यार्थियों को अध्ययन की सुविधा देंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र इसका लाभ उठा सकें। इससे ग्रामीण युवाओं में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति रुचि बढ़ेगी और उन्हें अपने ही गांव में बेहतर संसाधन मिल सकेंगे।
वर्जन:
लाइब्रेरी खुलने से ग्रामीण क्षेत्र में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को बड़ा फायदा होगा। सभी 12 ई-लाइब्रेरियों में जल्द ही उच्च गुणवत्ता वाले कंप्यूटर और तेज गति की फ्री वाई-फाई कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
-नरेंद्र गुलिया, एक्सईएन, पंचायती राज विभाग रेवाड़ी।