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Rewari News: केंद्रीय कैबिनेट से जल्द मिलेगी आरआरटीएस को मंजूरी, रेवाड़ी की बदलेगी सूरत
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Mon, 15 Dec 2025 01:29 AM IST
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धारूहेड़ा से गुजरता दिल्ली जयपुर हाईवे। संवाद
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रेवाड़ी। केंद्रीय कैबिनेट से जल्द ही आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने वाली है। केंद्रीय सांख्यिकी, कार्यक्रम एवं कार्यान्वयन एवं योजना राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने रविवार को गांव बाम्बड़ में कुडिया राम की मूर्ति अनावरण के दौरान प्रोजेक्ट से जुड़ी अहम जानकारी दी है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि कैबिनेट से जल्द ही आरआरटीएस की मंजूरी मिलने वाली है। आरआरटीएस के निर्माण के बाद रेवाड़ी व बाबल की सूरत तेजी से बदलेगी। वहीं विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि वर्तमान में रेवाड़ी का चहुंमुखी विकास हो रहा है। एम्स का निर्माण तेजी से चल रहा है और आने वाले दिनों में रैपिड मेट्रो का कार्य जल्द शुरू होगा।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने धारूहेड़ा में लगभग पांच एकड़ भूमि पर बनने वाले इस स्टेशन को लेकर एनसीआरटीसी ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचएसआईआईडीसी) से जमीन उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है।
प्रस्तावित स्टेशन दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बनाया जाएगा जहां दोनों दिशाओं से यात्रियों के लिए प्रवेश और निकासी की सुविधा होगी। एनसीआरटीसी की योजना के अनुसार यह स्टेशन अरावली पर्वतमाला के समीप बनाया जाएगा। प्रस्तावित भूमि में से करीब तीन एकड़ जमीन एचएसआईआईडीसी के अधीन है जबकि दो एकड़ जमीन एचएसवीपी के पास है।
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दमकल केंद्र तक स्टेशन से नौ मीटर चौड़ी सड़क का होगा निर्माण
पहले इस स्टेशन के लिए केवल चार एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई गई थी। लेकिन अब मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के तहत इसे विकसित करने की योजना के कारण अतिरिक्त एक एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इस वजह से स्टेशन की नई योजना तैयार कर संबंधित विभागों को जमीन उपलब्ध करवाने का अनुरोध भेजा गया है।
स्टेशन के पास दमकल केंद्र (फायर स्टेशन) भी बनाया जाएगा ताकि आपात स्थिति में तत्काल सहायता मिल सके। इस दमकल केंद्र तक स्टेशन से नौ मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, स्टेशन को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि यह भविष्य में आने वाले परिवहन साधनों मेट्रो, बस या ई-रिक्शा से आसानी से जुड़ सके।
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आरआरटीएस प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है कॉरिडोर
दिल्ली से हरियाणा और राजस्थान को रैपिड रेल से जोड़ने के लिए भारत सरकार दिल्ली से अलवर के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) प्रोजेक्ट के तहत कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने एनसीआरटीसी कंपनी को दी है। इस पर लगातार काम किया जा रहा है। कॉरिडोर नेशनल हाईवे (एनएच)-48 के साथ-साथ बनाया जा रहा है, जहां एचवीपीएनएल हाई वोल्टेज लाइन के तार बाधा बन रहे थे। इसलिए उन तारों की ऊंचाई बढ़ाकर 31 मीटर कर दी गई है। इससे रैपिड रेल कॉरिडोर आसानी से बन सकेगा। जयपुर से दिल्ली की दिशा में आने वाले यात्रियों के लिए यह स्टेशन अरावली क्षेत्र के समीप एक बड़ा ट्रांजिट हब बनेगा। इससे रेवाड़ी, धारूहेड़ा, भिवाड़ी और गुरुग्राम तक का क्षेत्र तेजी से कनेक्टिविटी के दायरे में आएगा।
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केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि कैबिनेट से जल्द ही आरआरटीएस की मंजूरी मिलने वाली है। आरआरटीएस के निर्माण के बाद रेवाड़ी व बाबल की सूरत तेजी से बदलेगी। वहीं विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि वर्तमान में रेवाड़ी का चहुंमुखी विकास हो रहा है। एम्स का निर्माण तेजी से चल रहा है और आने वाले दिनों में रैपिड मेट्रो का कार्य जल्द शुरू होगा।
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राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने धारूहेड़ा में लगभग पांच एकड़ भूमि पर बनने वाले इस स्टेशन को लेकर एनसीआरटीसी ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचएसआईआईडीसी) से जमीन उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है।
प्रस्तावित स्टेशन दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बनाया जाएगा जहां दोनों दिशाओं से यात्रियों के लिए प्रवेश और निकासी की सुविधा होगी। एनसीआरटीसी की योजना के अनुसार यह स्टेशन अरावली पर्वतमाला के समीप बनाया जाएगा। प्रस्तावित भूमि में से करीब तीन एकड़ जमीन एचएसआईआईडीसी के अधीन है जबकि दो एकड़ जमीन एचएसवीपी के पास है।
दमकल केंद्र तक स्टेशन से नौ मीटर चौड़ी सड़क का होगा निर्माण
पहले इस स्टेशन के लिए केवल चार एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई गई थी। लेकिन अब मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के तहत इसे विकसित करने की योजना के कारण अतिरिक्त एक एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इस वजह से स्टेशन की नई योजना तैयार कर संबंधित विभागों को जमीन उपलब्ध करवाने का अनुरोध भेजा गया है।
स्टेशन के पास दमकल केंद्र (फायर स्टेशन) भी बनाया जाएगा ताकि आपात स्थिति में तत्काल सहायता मिल सके। इस दमकल केंद्र तक स्टेशन से नौ मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, स्टेशन को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि यह भविष्य में आने वाले परिवहन साधनों मेट्रो, बस या ई-रिक्शा से आसानी से जुड़ सके।
आरआरटीएस प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है कॉरिडोर
दिल्ली से हरियाणा और राजस्थान को रैपिड रेल से जोड़ने के लिए भारत सरकार दिल्ली से अलवर के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) प्रोजेक्ट के तहत कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने एनसीआरटीसी कंपनी को दी है। इस पर लगातार काम किया जा रहा है। कॉरिडोर नेशनल हाईवे (एनएच)-48 के साथ-साथ बनाया जा रहा है, जहां एचवीपीएनएल हाई वोल्टेज लाइन के तार बाधा बन रहे थे। इसलिए उन तारों की ऊंचाई बढ़ाकर 31 मीटर कर दी गई है। इससे रैपिड रेल कॉरिडोर आसानी से बन सकेगा। जयपुर से दिल्ली की दिशा में आने वाले यात्रियों के लिए यह स्टेशन अरावली क्षेत्र के समीप एक बड़ा ट्रांजिट हब बनेगा। इससे रेवाड़ी, धारूहेड़ा, भिवाड़ी और गुरुग्राम तक का क्षेत्र तेजी से कनेक्टिविटी के दायरे में आएगा।