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Rohtak News: मेडिकल स्टोर पर गर्भपात कराने की 18 किट बरामद
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गांव जसिया में मेडिकल स्टोर पर एमटीपी किट बेचने के आरोप में काबू युवक। स्रोत: विभाग

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रोहतक। जसिया गांव में एक मेडिकल स्टोर पर गर्भपात करने की किट बरामद हुई है। मेडिकल स्टोर के लाइसेंस की अवधि भी खत्म थी। साथ ही, गर्भपात की 18 एमटीपी किट भी बरामद हुई है। दवा की दुकान से अमन नाम के युवक को गिरफ्तार किया है।
मेडिकल स्टोर मालिक अमर हुड्डा अभी काबू नहीं हो सका है। यह पूरी कार्रवाई डिकाॅय के नाम पर की गई है। सिविल सर्जन डॉ. विश्वजीत राठी की ओर से दी गई शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि सिविल अस्पताल के अधिकारियों को एक सूचना मिली कि जसिया गांव में ओम मेडिकल स्टोर पर गर्भपात कराने की एमटीपी किट बेची जा रही है। इस कार्रवाई को डिकॉय ऑपरेशन का नाम दिया गया। ड्रग इंस्पेक्टर मनदीप मान, सिविल अस्पताल के सर्जन और नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत राठी व पीएचसी घिलोड़ के एमपीएचडब्लू रणजीत सिंह की टीम बनाई गई।
7 मई की शाम को योजना के तहत टीम ने महिला कुसुम को 500 रुपये के तीन नोट देकर दुकान पर भेजा। टीम ने इन नोट पर अपने हस्ताक्षर भी किए और फिर उसे दुकान से दवा लाने के लिए कहा गया। कुसुम मेडिकल स्टोर पर गई तो वहां पर झज्जर के बामनौली निवासी अमन मिला। उसने महिला की मांग पर 650 रुपये में एमटीपी किट दे दी। महिला ने 500 रुपये के दो नोट दिए थे। टीम मौके पर पहुंच गई और अमन की निशानदेही पर 17 और एमटीपी किट बरामद हुई। गर्भपात कराने वाली कई अन्य दवाएं भी जब्त की गई हैं। आरोपी को काबू करके पूछताछ की तो उसने बताया कि मेडिकल स्टोर जसिया निवासी अमर हुड्डा का है और वह मौके पर मौजूद नहीं था।
सिविल सर्जन डॉ. विश्वजीत राठी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की नजर में 18 किट बहुत ज्यादा हैं। इसके लिए एमपीटी के तहत रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। साथ ही, दवा बेचने का लाइसेंस भी होना चाहिए। जसिया में अमर हुड्डा की दुकान पर दोनों में से कुछ भी नहीं मिला। अब उन पर बीएनएस, एमटीपी एक्ट 1971 और कॉस्मेटिक एक्ट 1940 की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू की गई है।
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सिविल सर्जन की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनमें एक आरोपी अमन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरे को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
- रविंद्र कुमार, थाना प्रभारी सदर।
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मेडिकल स्टोर मालिक अमर हुड्डा अभी काबू नहीं हो सका है। यह पूरी कार्रवाई डिकाॅय के नाम पर की गई है। सिविल सर्जन डॉ. विश्वजीत राठी की ओर से दी गई शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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पुलिस ने बताया कि सिविल अस्पताल के अधिकारियों को एक सूचना मिली कि जसिया गांव में ओम मेडिकल स्टोर पर गर्भपात कराने की एमटीपी किट बेची जा रही है। इस कार्रवाई को डिकॉय ऑपरेशन का नाम दिया गया। ड्रग इंस्पेक्टर मनदीप मान, सिविल अस्पताल के सर्जन और नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत राठी व पीएचसी घिलोड़ के एमपीएचडब्लू रणजीत सिंह की टीम बनाई गई।
7 मई की शाम को योजना के तहत टीम ने महिला कुसुम को 500 रुपये के तीन नोट देकर दुकान पर भेजा। टीम ने इन नोट पर अपने हस्ताक्षर भी किए और फिर उसे दुकान से दवा लाने के लिए कहा गया। कुसुम मेडिकल स्टोर पर गई तो वहां पर झज्जर के बामनौली निवासी अमन मिला। उसने महिला की मांग पर 650 रुपये में एमटीपी किट दे दी। महिला ने 500 रुपये के दो नोट दिए थे। टीम मौके पर पहुंच गई और अमन की निशानदेही पर 17 और एमटीपी किट बरामद हुई। गर्भपात कराने वाली कई अन्य दवाएं भी जब्त की गई हैं। आरोपी को काबू करके पूछताछ की तो उसने बताया कि मेडिकल स्टोर जसिया निवासी अमर हुड्डा का है और वह मौके पर मौजूद नहीं था।
सिविल सर्जन डॉ. विश्वजीत राठी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की नजर में 18 किट बहुत ज्यादा हैं। इसके लिए एमपीटी के तहत रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। साथ ही, दवा बेचने का लाइसेंस भी होना चाहिए। जसिया में अमर हुड्डा की दुकान पर दोनों में से कुछ भी नहीं मिला। अब उन पर बीएनएस, एमटीपी एक्ट 1971 और कॉस्मेटिक एक्ट 1940 की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू की गई है।
सिविल सर्जन की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनमें एक आरोपी अमन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरे को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
- रविंद्र कुमार, थाना प्रभारी सदर।