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श्रीमद्भागवत धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन का सार : कथा व्यास
संवाद न्यूज एजेंसी, रोहतक
Updated Thu, 06 Nov 2025 02:26 AM IST
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20 सेक्टर-14 के राम मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के समापन अवसर पर हवन करते आयोजक। स्रोत :आयोजक
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रोहतक। सेक्टर-14 स्थित श्रीराम मंदिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का बुधवार को समापन हो गया। कथा व्यास सत्यदेव महाराज ने भक्तों को बताया कि श्रीमद्भागवत केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन का सार है।
उन्होंने कहा कि जो मनुष्य भागवत कथा का श्रवण करता है उसे जीवन में शांति, भक्ति और मोक्ष तीनों का वरदान प्राप्त होता है। कथा में भक्ति और भावना का संगम देखने के लिए मिला।
पंडित गुलेश, त्रिलोक, निर्मला, संतराम व सरिता रानी , महेंद्र सिंह व गीता देवी, दिनेश व बबीता, डॉ. परवीन धायल, अंजू देवी, ज्योति, राहुल, रचना, जितेंद्र, मंजू देवी, बृजेश, पूजा देवी सहित अन्य श्रद्धालु कथा में शामिल हुए। समापन के अवसर पर हवन किया गया। इसके बाद भंडारा लगाया गया।
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उन्होंने कहा कि जो मनुष्य भागवत कथा का श्रवण करता है उसे जीवन में शांति, भक्ति और मोक्ष तीनों का वरदान प्राप्त होता है। कथा में भक्ति और भावना का संगम देखने के लिए मिला।
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पंडित गुलेश, त्रिलोक, निर्मला, संतराम व सरिता रानी , महेंद्र सिंह व गीता देवी, दिनेश व बबीता, डॉ. परवीन धायल, अंजू देवी, ज्योति, राहुल, रचना, जितेंद्र, मंजू देवी, बृजेश, पूजा देवी सहित अन्य श्रद्धालु कथा में शामिल हुए। समापन के अवसर पर हवन किया गया। इसके बाद भंडारा लगाया गया।