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खतरे के निशान पर बह रही घग्गर, तीन स्थानों से टूटे छोटे बांध, सरकारी बांध तक पहुंचा पानी
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घग्गर का छोटा बांध टूटने के बाद जलमग्न हुई नरमे की फसल
- फोटो : Sirsa
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सिरसा, बडागुढ़ा, रानियां।
घग्गर नदी अब पूरे उफान है। घग्गर के साथ लगते करीब 35 गांवों में अब डर का माहौल बना हुआ है। नदी में अब पंजाब के सरदूलगढ़ से 34 हजार क्यूसेक पानी सिरसा में पहुंच रहा है। जिले के तीन गांवों में घग्गर का छोटा बांध टूट चुका है और पानी सरकारी बांध के साथ लगा है। वहीं किसान भी घग्गर के छोटे बांध को दुरुस्त कर फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और बड़े बांधों पर मिट्टी की ट्रॉलियां और मिट्टी के कट्टे भरकर रखे हुए हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण दो दिनों में 15 हजार क्यूसेक पानी घग्गर में बढ़ा है। घग्गर का जलस्तर अब खतरे के निशान पर है। वहीं शनिवार के मुकाबले रविवार को ओटू हेड पर 11500 क्यूसेक पानी बढ़ गया है। नहर विभाग ने बढ़ते जलस्तर के कारण ओटू हेड पर कंट्रोल रूम बना दिया है और पुलिस भी ओटू हेड के किनारे पर लगातार गश्त कर रही है। नहरी विभाग से मिली सूचना के अनुसार रविवार शाम तक चौधरी देवीलाल ओटू वीयर पर 32 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा। जिसमें से 25 हजार क्यूसेक पानी राजस्थान छोड़ा जा रहा है। जिसे लेकर नहरी विभाग के अलावा बाढ़ आपदा एवं नियंत्रण विभाग पूर्ण रूप से अलर्ट हो गया है। घग्गर नदी के तटबंधों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। वहीं ग्रामीण भी अपने स्तर पर छोटे बांध के साथ की फसलों को बचाने के लिए प्रयास में लगे हुए है। रात को भी घग्गर के तटबंधों पर ग्रामीण पहरा दे रहे है। प्रशासन की ओर से कई स्थानों पर लाइट की व्यवस्था की गई है।
इन प्वाइंटों पर इतना है जलस्तर
प्वाइंट, जलस्तर क्यूसेक
सरदूलगढ़, 34000
गुहलाचीका, 17556
खनोरी, 11000
चांदपुर, 12750
ओटू हेड, 29000
नहरों में छोड़ा 2600 क्यूसेक पानी
ओटू हेड से निकलने वाली नहर साउथ घग्घर केनाल, शेरावाली पेरलर, नार्थ नगर करनाल, कसाबा माइनर, मंगला माइनर में लगभग 2600 क्यूसेक पानी छोड़ा हुआ है। नहरी विभाग ने बढ़ते जलस्तर के चलते पूरी टीम को अलर्ट पर रखा हुआ है उच्च अधिकारियों द्वारा कंट्रोल रूम से संपर्क बनाया हुआ है और बढ़ते जल स्तर की पल पल की जानकारी साझा की जा रही है।
बुढ़ाभाणा और खैरेका के निकट घग्गर के तटबंध में रिसाव, समय रहते किसानों ने पाया काबू
फोटो- 35
शनिवार रात अचानक बडागुढ़ा के गांव बुढ़ाभाणा के निकट तटबंध में पानी का रिसाव होने लगा। जिसके बाद गांव मल्लेवाला व बुढ़ाभाणा में मुनादी हुई तो किसान अपने ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंच गए। किसानों ने तत्परता दिखाते हुए समय रहते उस पर काबू पा लिया। किसान गुरदीप सिंह, गुरदास, गुरनाम सिंह व भरत सिंह ने बताया कि घग्गर के तटबंध कमजोर होने के चलते उन्हें हर समय टूटने का डर बना रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए किसान रात के समय भी पहरेदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुढ़ाभाणा के नजदीक किसान अशोक कंबोज के खेत की ओर घग्गर के तटबंध में अचानक पानी का रिसाव शुरू हो गया, लेकिन किसानों के मौके पर मौजूद होने के चलते उस पर समय रहते काबू पा लिया गया।
किसान बोले छोटे बांध पर ध्यान नहीं दे रहा प्रशासन
किसानों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि घग्गर के छोटे बांधों पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके चलते मजबूरन वे अपने स्तर पर तटबंधों को मजबूत करने में लगे हुए हैं। किसानों द्वारा लीकेज तटबंध को मिट्टी डालकर मजबूत किया जा रहा है। किसानों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उन्हें बिजली व्यवस्था, खाली बैग व जेसीबी आदि मुहैया करवाए ताकि तटबंधों को मजबूत किया जा सके। घग्गर के छोटे बांध के साथ किसानों की फसल तैयार हो चुकी है। जबकि प्रशासन बड़े बांध को मजबूत कर रहा है।
निगरानी के लिए आठ सेक्टरों में बांटा क्षेत्र
घग्गर नदी सिरसा जिले में करीबन 82 किमी से होकर गुजरती है। निगरानी के लिए प्रशासन की ओर से आठ सेक्टर बनाए गए हैं और प्रत्येक सेक्टर में तीन टीमें लगाई गई हैं। पंजाब बॉर्डर से डबवाली रोड तक दोनों और दो सेक्टर, डबवाली रोड से ओटू तक दो सेक्टर, ओटू से राजस्थान तक चार सेक्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक सेक्टर में ट्रैक्टर ट्रॉली, जेसीबी व मिट्टी से भरे बैग रखवाए गए हैं ताकि समय रहते उनका उपयोग कर नदी को टूटने से बचाया जा सके।
सरदूलगढ़ से 34 हजार क्यूसेक पानी जिले में पहुंच रहा है। स्थिति अभी नियंत्रण में है। घग्गर के बड़े बांध को प्रशासन की ओर से मजबूत किया जा रहा है। गुहला चीका में जलस्तर कम होने के कारण रात को सिरसा में भी जलस्तर कम होगा। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। तटबंधों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
-धर्मपाल मुआल, कार्यकारी अभियंता, घग्गर ब्रांच, सिरसा

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घग्गर नदी अब पूरे उफान है। घग्गर के साथ लगते करीब 35 गांवों में अब डर का माहौल बना हुआ है। नदी में अब पंजाब के सरदूलगढ़ से 34 हजार क्यूसेक पानी सिरसा में पहुंच रहा है। जिले के तीन गांवों में घग्गर का छोटा बांध टूट चुका है और पानी सरकारी बांध के साथ लगा है। वहीं किसान भी घग्गर के छोटे बांध को दुरुस्त कर फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और बड़े बांधों पर मिट्टी की ट्रॉलियां और मिट्टी के कट्टे भरकर रखे हुए हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण दो दिनों में 15 हजार क्यूसेक पानी घग्गर में बढ़ा है। घग्गर का जलस्तर अब खतरे के निशान पर है। वहीं शनिवार के मुकाबले रविवार को ओटू हेड पर 11500 क्यूसेक पानी बढ़ गया है। नहर विभाग ने बढ़ते जलस्तर के कारण ओटू हेड पर कंट्रोल रूम बना दिया है और पुलिस भी ओटू हेड के किनारे पर लगातार गश्त कर रही है। नहरी विभाग से मिली सूचना के अनुसार रविवार शाम तक चौधरी देवीलाल ओटू वीयर पर 32 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा। जिसमें से 25 हजार क्यूसेक पानी राजस्थान छोड़ा जा रहा है। जिसे लेकर नहरी विभाग के अलावा बाढ़ आपदा एवं नियंत्रण विभाग पूर्ण रूप से अलर्ट हो गया है। घग्गर नदी के तटबंधों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। वहीं ग्रामीण भी अपने स्तर पर छोटे बांध के साथ की फसलों को बचाने के लिए प्रयास में लगे हुए है। रात को भी घग्गर के तटबंधों पर ग्रामीण पहरा दे रहे है। प्रशासन की ओर से कई स्थानों पर लाइट की व्यवस्था की गई है।
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इन प्वाइंटों पर इतना है जलस्तर
प्वाइंट, जलस्तर क्यूसेक
सरदूलगढ़, 34000
गुहलाचीका, 17556
खनोरी, 11000
चांदपुर, 12750
ओटू हेड, 29000
नहरों में छोड़ा 2600 क्यूसेक पानी
ओटू हेड से निकलने वाली नहर साउथ घग्घर केनाल, शेरावाली पेरलर, नार्थ नगर करनाल, कसाबा माइनर, मंगला माइनर में लगभग 2600 क्यूसेक पानी छोड़ा हुआ है। नहरी विभाग ने बढ़ते जलस्तर के चलते पूरी टीम को अलर्ट पर रखा हुआ है उच्च अधिकारियों द्वारा कंट्रोल रूम से संपर्क बनाया हुआ है और बढ़ते जल स्तर की पल पल की जानकारी साझा की जा रही है।
बुढ़ाभाणा और खैरेका के निकट घग्गर के तटबंध में रिसाव, समय रहते किसानों ने पाया काबू
फोटो- 35
शनिवार रात अचानक बडागुढ़ा के गांव बुढ़ाभाणा के निकट तटबंध में पानी का रिसाव होने लगा। जिसके बाद गांव मल्लेवाला व बुढ़ाभाणा में मुनादी हुई तो किसान अपने ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंच गए। किसानों ने तत्परता दिखाते हुए समय रहते उस पर काबू पा लिया। किसान गुरदीप सिंह, गुरदास, गुरनाम सिंह व भरत सिंह ने बताया कि घग्गर के तटबंध कमजोर होने के चलते उन्हें हर समय टूटने का डर बना रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए किसान रात के समय भी पहरेदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुढ़ाभाणा के नजदीक किसान अशोक कंबोज के खेत की ओर घग्गर के तटबंध में अचानक पानी का रिसाव शुरू हो गया, लेकिन किसानों के मौके पर मौजूद होने के चलते उस पर समय रहते काबू पा लिया गया।
किसान बोले छोटे बांध पर ध्यान नहीं दे रहा प्रशासन
किसानों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि घग्गर के छोटे बांधों पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके चलते मजबूरन वे अपने स्तर पर तटबंधों को मजबूत करने में लगे हुए हैं। किसानों द्वारा लीकेज तटबंध को मिट्टी डालकर मजबूत किया जा रहा है। किसानों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उन्हें बिजली व्यवस्था, खाली बैग व जेसीबी आदि मुहैया करवाए ताकि तटबंधों को मजबूत किया जा सके। घग्गर के छोटे बांध के साथ किसानों की फसल तैयार हो चुकी है। जबकि प्रशासन बड़े बांध को मजबूत कर रहा है।
निगरानी के लिए आठ सेक्टरों में बांटा क्षेत्र
घग्गर नदी सिरसा जिले में करीबन 82 किमी से होकर गुजरती है। निगरानी के लिए प्रशासन की ओर से आठ सेक्टर बनाए गए हैं और प्रत्येक सेक्टर में तीन टीमें लगाई गई हैं। पंजाब बॉर्डर से डबवाली रोड तक दोनों और दो सेक्टर, डबवाली रोड से ओटू तक दो सेक्टर, ओटू से राजस्थान तक चार सेक्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक सेक्टर में ट्रैक्टर ट्रॉली, जेसीबी व मिट्टी से भरे बैग रखवाए गए हैं ताकि समय रहते उनका उपयोग कर नदी को टूटने से बचाया जा सके।
सरदूलगढ़ से 34 हजार क्यूसेक पानी जिले में पहुंच रहा है। स्थिति अभी नियंत्रण में है। घग्गर के बड़े बांध को प्रशासन की ओर से मजबूत किया जा रहा है। गुहला चीका में जलस्तर कम होने के कारण रात को सिरसा में भी जलस्तर कम होगा। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। तटबंधों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
-धर्मपाल मुआल, कार्यकारी अभियंता, घग्गर ब्रांच, सिरसा
घग्गर के बड़े बांध को दुरुस्त करते ट्रैक्टर चालक - फोटो : Sirsa
घग्गर के नदी में बहता पानी । - फोटो : Sirsa
रानियां के ओटू हैड पर पहुंचा बरसात के पानी दृश्य।- फोटो : Sirsa