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Sirsa News: ऊर्जा को सही दिशा देने में एनएसएस की भूमिका महत्वपूर्ण
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सिरसा। एनएसएस कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव सुनील कुमार व अन्य मौजिज लोग। विवि प्रवक्ता
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सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सभागार में बुधवार को एनएसएस सेल की ओर से दो दिवसीय पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि कुलसचिव डाॅ. सुनील कुमार पहुंचे। डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा देने में एनएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।
राष्ट्र निर्माण में एनएसएस स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने एनएसएस के महत्व, समाज निर्माण में इसकी भूमिका और कार्यक्रम अधिकारियों और लिपिकीय स्टाफ की जिम्मेदारियों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। डाॅ. सुनील कुमार ने कहा कि नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) केवल एक गतिविधि नहीं, बल्कि युवाओं में सेवा, संवेदना और राष्ट्रीयता की भावना जगाने वाला अभियान है।
एनएसएस स्वयंसेवक जब गांवों, स्कूलों और सामाजिक स्थलों पर जाकर कार्य करते हैं, तो वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारियों को सलाह दी कि वे ग्रामीण समस्याओं, स्वच्छता, साक्षरता, स्वास्थ्य जागरूकता, नशा उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में विद्यार्थियों को अधिक मैदान-आधारित गतिविधियों के लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम राज्य एनएसएस अधिकारी, उच्च शिक्षा निदेशालय, हरियाणा पंचकूला के निर्देशानुसार फतेहाबाद और सिरसा जिले की ग्रांट इन ऐड व सेल्फ फाइनेंसिंग यूनिट्स के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों और क्लर्कों के लिए आयोजित किया गया। पंचकूला से आए एनएसएस राज्य अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभागियों को भारत सरकार और हरियाणा सरकार के विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
इस अवसर पर सहायक गुरप्रीत ने प्रतिभागियों को पीएफएमएस पोर्टल की प्रक्रियाओं लॉगिन, यूनिट विवरण अपडेट, फंड रिलीज, बैंक खाता प्रबंधन, रिपोर्ट तैयार करना और रिकॉर्ड संधारण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रतिभागियों को अपने-अपने लैपटॉप पर पीएफएमएस के विभिन्न मॉड्यूल्स का व्यावहारिक अभ्यास भी कराया गया।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियों की ओर से पूछे गए सभी प्रश्नों के समाधान दिए गए तथा डिजिटल वित्तीय प्रणाली के महत्व पर विशेष जोर दिया गया। विश्वविद्यालय के एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. रोहतास ने बताया कि आयोजन स्थल पर तकनीकी सहायता केंद्र भी स्थापित किया गया था, जिसमें प्रतिभागियों को ऑन-स्पॉट सहयोग प्रदान किया।
सीआरएसयू जींद से एनएसएस कोऑर्डिनेटर व स्टेट अवाॅर्डी डॉ. जितेंद्र कुमार ने बतौर रिसोर्स पर्सन बोलते हुए प्रतिभागियों को समय प्रबंधन व वित्तीय प्रबंधन के विभिन्न गुर बताए। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने इस पहल को अत्यंत उपयोगी, व्यावहारिक और समयानुकूल बताया और वित्तीय कार्यों को अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर गुरसाहिब सिंह, डॉ. अमित सांगवान, डॉ. जीत राम, डॉ. रमेश शर्मा, पूनम लोहान, अशोक सहित लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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राष्ट्र निर्माण में एनएसएस स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने एनएसएस के महत्व, समाज निर्माण में इसकी भूमिका और कार्यक्रम अधिकारियों और लिपिकीय स्टाफ की जिम्मेदारियों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। डाॅ. सुनील कुमार ने कहा कि नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) केवल एक गतिविधि नहीं, बल्कि युवाओं में सेवा, संवेदना और राष्ट्रीयता की भावना जगाने वाला अभियान है।
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एनएसएस स्वयंसेवक जब गांवों, स्कूलों और सामाजिक स्थलों पर जाकर कार्य करते हैं, तो वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारियों को सलाह दी कि वे ग्रामीण समस्याओं, स्वच्छता, साक्षरता, स्वास्थ्य जागरूकता, नशा उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में विद्यार्थियों को अधिक मैदान-आधारित गतिविधियों के लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम राज्य एनएसएस अधिकारी, उच्च शिक्षा निदेशालय, हरियाणा पंचकूला के निर्देशानुसार फतेहाबाद और सिरसा जिले की ग्रांट इन ऐड व सेल्फ फाइनेंसिंग यूनिट्स के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों और क्लर्कों के लिए आयोजित किया गया। पंचकूला से आए एनएसएस राज्य अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभागियों को भारत सरकार और हरियाणा सरकार के विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
इस अवसर पर सहायक गुरप्रीत ने प्रतिभागियों को पीएफएमएस पोर्टल की प्रक्रियाओं लॉगिन, यूनिट विवरण अपडेट, फंड रिलीज, बैंक खाता प्रबंधन, रिपोर्ट तैयार करना और रिकॉर्ड संधारण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रतिभागियों को अपने-अपने लैपटॉप पर पीएफएमएस के विभिन्न मॉड्यूल्स का व्यावहारिक अभ्यास भी कराया गया।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियों की ओर से पूछे गए सभी प्रश्नों के समाधान दिए गए तथा डिजिटल वित्तीय प्रणाली के महत्व पर विशेष जोर दिया गया। विश्वविद्यालय के एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. रोहतास ने बताया कि आयोजन स्थल पर तकनीकी सहायता केंद्र भी स्थापित किया गया था, जिसमें प्रतिभागियों को ऑन-स्पॉट सहयोग प्रदान किया।
सीआरएसयू जींद से एनएसएस कोऑर्डिनेटर व स्टेट अवाॅर्डी डॉ. जितेंद्र कुमार ने बतौर रिसोर्स पर्सन बोलते हुए प्रतिभागियों को समय प्रबंधन व वित्तीय प्रबंधन के विभिन्न गुर बताए। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने इस पहल को अत्यंत उपयोगी, व्यावहारिक और समयानुकूल बताया और वित्तीय कार्यों को अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर गुरसाहिब सिंह, डॉ. अमित सांगवान, डॉ. जीत राम, डॉ. रमेश शर्मा, पूनम लोहान, अशोक सहित लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया।