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Sonipat News: अनाज मंडी में धान की आवक शुरू, सुविधाओं का इंतजार
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फोटो 08: सोनीपत की नई अनाज मंडी में धान की फसल को देखते खरीदार व आढ़ती। संवाद
- फोटो : संभल में औद्योगिक गलियारे की जमीन।
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सोनीपत। रोहतक रोड स्थित नई अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है लेकिन सुविधाएं अभी मुहैया नहीं कराई जा सकी हैं। मंडी परिसर में जगह-जगह घास उगी है। सफाई व्यवस्था अच्छी नहीं है। इस बार 1509 किस्म का धान 2300 से लेकर 3191 रुपये प्रति क्विंटल तक की दर से बिक रहा है।
इस बार किसानों को पिछले साल से बेहतर दाम मिल रहे हैं। पिछले साल धान 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका था। नई अनाज मंडी में किसान तीन दिन से धान लेकर पहुंच रहे हैं। मंडी में अब तक 750 क्विंटल धान की आवक व खरीद हो चुकी है। पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश से फसल में नमी आ गई थी।
इस कारण किसानों को अपना धान मंडी में लाकर सुखाना पड़ रहा है। नमी ज्यादा होने के कारण धान 2300 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। वहीं, साफ व सूखे हुए धान का भाव 3191 रुपये प्रति क्विंटल लग रहा है।
नई अनाज मंडी में सड़क व प्लेटफार्म खस्ताहाल हैं। अधिकारियों की ओर से जर्जर शेड को बदलने के लिए कोई ध्यान हीं दिया जा रहा है। टेंडर आवंटित होने के बाद भी अब तक शेड तक नहीं बदला गया। इस बार भी किसानों को जर्जर हुए शेड के नीचे धान डालने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
शेड के नीचे वाहन, खुले में रखी गई फसल
कृषि विपणन बोर्ड की ओर से मंडी में बेहतर सुविधा देने का दावा किया जाता है लेकिन मंडी में हालात कुछ और ही है। मंडी में धान की फसल खुले आसमान के नीचे डाली जा रही है जबकि शेड के नीचे भारी वाहनों का कब्जा है। शेड की चादर जर्जर हालत में है। टेंडर आवंटित होने के बाद भी नया शेड नहीं लगाया जा सका है। ऐसे में बारिश के दौरान शेड के नीचे रखी फसल भीग जाएगी। मंडी परिसर में सफाई न होने के कारण प्लेटफार्म व सड़क खस्ताहाल हैं। खरीफ फसलों की खरीद शुरू होने के बाद भी अधिकारी हरकत में नहीं आए हैं।
अनाज मंडी में जर्जर हालत में टीन शेड
नई अनाज मंडी का निर्माण वर्ष 2000 में हुआ था। मंडी से टैक्स के रूप में करोड़ों रुपये हर वर्ष मार्केट कमेटी में जमा होते हैं। मंडी का टीन शेड जर्जर हो चुका है। बारिश आने पर फसल शेड के नीचे होते हुए भी भीग जाती है। शेड बदलवाने के लिए आढ़तियों की ओर से कई बार मांग की जा चुकी है।
-अनाज मंडी में दीवारों का निर्माण शुरू कर दिया है। बारिश के मौसम के चलते सड़कों की मरम्मत नहीं हो सकी। गेहूं के सीजन के दौरान सड़कों की मरम्मत कर दी थी। अब करीब चार करोड़ रुपये का टेंडर आवंटित कर दिया गया है। धान का सीजन खत्म होने के बाद शेड का पुनर्निर्माण कराया जाएगा। -नवनीत, कार्यकारी अभियंता, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड
-अनाज मंडी में सफाई कराई जा रही है। सफाई का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। मंडी में पानी व शौचालय की सुविधा है। फसल लेकर आने वाले किसानों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।-ज्योति मोर, सचिव, मार्केट कमेटी

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इस बार किसानों को पिछले साल से बेहतर दाम मिल रहे हैं। पिछले साल धान 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका था। नई अनाज मंडी में किसान तीन दिन से धान लेकर पहुंच रहे हैं। मंडी में अब तक 750 क्विंटल धान की आवक व खरीद हो चुकी है। पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश से फसल में नमी आ गई थी।
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इस कारण किसानों को अपना धान मंडी में लाकर सुखाना पड़ रहा है। नमी ज्यादा होने के कारण धान 2300 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। वहीं, साफ व सूखे हुए धान का भाव 3191 रुपये प्रति क्विंटल लग रहा है।
नई अनाज मंडी में सड़क व प्लेटफार्म खस्ताहाल हैं। अधिकारियों की ओर से जर्जर शेड को बदलने के लिए कोई ध्यान हीं दिया जा रहा है। टेंडर आवंटित होने के बाद भी अब तक शेड तक नहीं बदला गया। इस बार भी किसानों को जर्जर हुए शेड के नीचे धान डालने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
शेड के नीचे वाहन, खुले में रखी गई फसल
कृषि विपणन बोर्ड की ओर से मंडी में बेहतर सुविधा देने का दावा किया जाता है लेकिन मंडी में हालात कुछ और ही है। मंडी में धान की फसल खुले आसमान के नीचे डाली जा रही है जबकि शेड के नीचे भारी वाहनों का कब्जा है। शेड की चादर जर्जर हालत में है। टेंडर आवंटित होने के बाद भी नया शेड नहीं लगाया जा सका है। ऐसे में बारिश के दौरान शेड के नीचे रखी फसल भीग जाएगी। मंडी परिसर में सफाई न होने के कारण प्लेटफार्म व सड़क खस्ताहाल हैं। खरीफ फसलों की खरीद शुरू होने के बाद भी अधिकारी हरकत में नहीं आए हैं।
अनाज मंडी में जर्जर हालत में टीन शेड
नई अनाज मंडी का निर्माण वर्ष 2000 में हुआ था। मंडी से टैक्स के रूप में करोड़ों रुपये हर वर्ष मार्केट कमेटी में जमा होते हैं। मंडी का टीन शेड जर्जर हो चुका है। बारिश आने पर फसल शेड के नीचे होते हुए भी भीग जाती है। शेड बदलवाने के लिए आढ़तियों की ओर से कई बार मांग की जा चुकी है।
-अनाज मंडी में दीवारों का निर्माण शुरू कर दिया है। बारिश के मौसम के चलते सड़कों की मरम्मत नहीं हो सकी। गेहूं के सीजन के दौरान सड़कों की मरम्मत कर दी थी। अब करीब चार करोड़ रुपये का टेंडर आवंटित कर दिया गया है। धान का सीजन खत्म होने के बाद शेड का पुनर्निर्माण कराया जाएगा। -नवनीत, कार्यकारी अभियंता, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड
-अनाज मंडी में सफाई कराई जा रही है। सफाई का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। मंडी में पानी व शौचालय की सुविधा है। फसल लेकर आने वाले किसानों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।-ज्योति मोर, सचिव, मार्केट कमेटी