{"_id":"68f7de81431b31d6860b2aed","slug":"diwali-fireworks-turn-air-toxic-aqi-reaches-287-sonipat-news-c-197-1-snp1001-144070-2025-10-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sonipat News: दिवाली पर आतिशबाजी से हवा हुई जहरीली...एक्यूआई 287 पहुंचा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sonipat News: दिवाली पर आतिशबाजी से हवा हुई जहरीली...एक्यूआई 287 पहुंचा
संवाद न्यूज एजेंसी, सोनीपत
Updated Wed, 22 Oct 2025 12:56 AM IST
विज्ञापन
फोटो :23: सोनीपत में मंगलवार दोपहर बाद आसमान में छाए बादल व प्रदूषण की चादर। संवाद
विज्ञापन
सोनीपत। दीपावली की रात से मंगलवार की सुबह तक जमकर हुई आतिशबाजी ने हवा को जहरीली बना दिया है। मंगलवार की सुबह जब लोग नींद से जागे तो आसमान में धुएं और धुंध की परत फैली नजर आई। सोनीपत का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) दीपावली से पहले 150 से 200 के बीच था, वहीं मंगलवार को यह बढ़कर 287 तक पहुंच गया।
देर शाम बूंदाबांदी होने से वायु प्रदूषण से आंशिक राहत मिली। सोमवार की रात कुछ इलाकों में एक्यूआई 400 के पार चला गया था जो गंभीर श्रेणी में आता है। रात से हवा की गति बेहद धीमी रही जिससे प्रदूषक तत्व वातावरण में ही जमे रह गए। मंगलवार को हवा की गति नहीं बढ़ सकी। दिनभर तीन किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवा चलती रही।
इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, सिरदर्द और गले में खराश जैसी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। अस्पतालों में भी सांस व एलर्जी की शिकायत लेकर मरीज पहुंचे।
दीपावली पर नियमों की अनदेखी : प्रशासन ने निर्धारित समयावधि में ही पटाखे जलाने की अनुमति दी थी लेकिन शहर से लेकर गांव तक नियमों की खुलेआम अनदेखी हुई। देर रात तक आसमान पटाखों की आवाज गूंजती रही। जानकारों का अनुमान है कि दो दिनों में जिलेभर में करोड़ों रुपये के पटाखे फोड़े गए जिनका धुआं हवा में घुल गया।
कमजोर पश्चिमी विक्षोभ से हुई बूंदाबांदी
जिले में सक्रिय हुए कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मंगलवार देर शाम जिले में बूंदाबांदी हुई, जिससे कुछ राहत महसूस की गई। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रेमदीप ने बताया कि हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषण से फिलहाल बड़ी राहत की उम्मीद कम है। अगले 24 घंटे में बारिश होती है तो वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। हालांकि मंगलवार देर शाम कुछ देर में ही बूंदाबांदी बंद हो गई। उसके बावजूद बादल छाए रहने से फिर से बारिश या बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं।
ग्रैप-2 की पाबंदियां लागू, धूल-धुएं पर सख्ती
वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप)-2 की पाबंदियां लागू हो चुका हैं। इसके तहत धूल उत्पन्न करने वाली निर्माण गतिविधियों पर रोक, बीएस-4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध, डीजल जनरेटर के संचालन पर रोक और खुले में कचरा या पत्तियां जलाने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी।
वर्जन
प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। खुले में कचरा या पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों को निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना चाहिए। -सुशील सारवान, उपायुक्त सोनीपत।
Trending Videos
देर शाम बूंदाबांदी होने से वायु प्रदूषण से आंशिक राहत मिली। सोमवार की रात कुछ इलाकों में एक्यूआई 400 के पार चला गया था जो गंभीर श्रेणी में आता है। रात से हवा की गति बेहद धीमी रही जिससे प्रदूषक तत्व वातावरण में ही जमे रह गए। मंगलवार को हवा की गति नहीं बढ़ सकी। दिनभर तीन किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवा चलती रही।
विज्ञापन
विज्ञापन
इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, सिरदर्द और गले में खराश जैसी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। अस्पतालों में भी सांस व एलर्जी की शिकायत लेकर मरीज पहुंचे।
दीपावली पर नियमों की अनदेखी : प्रशासन ने निर्धारित समयावधि में ही पटाखे जलाने की अनुमति दी थी लेकिन शहर से लेकर गांव तक नियमों की खुलेआम अनदेखी हुई। देर रात तक आसमान पटाखों की आवाज गूंजती रही। जानकारों का अनुमान है कि दो दिनों में जिलेभर में करोड़ों रुपये के पटाखे फोड़े गए जिनका धुआं हवा में घुल गया।
कमजोर पश्चिमी विक्षोभ से हुई बूंदाबांदी
जिले में सक्रिय हुए कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मंगलवार देर शाम जिले में बूंदाबांदी हुई, जिससे कुछ राहत महसूस की गई। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रेमदीप ने बताया कि हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषण से फिलहाल बड़ी राहत की उम्मीद कम है। अगले 24 घंटे में बारिश होती है तो वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। हालांकि मंगलवार देर शाम कुछ देर में ही बूंदाबांदी बंद हो गई। उसके बावजूद बादल छाए रहने से फिर से बारिश या बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं।
ग्रैप-2 की पाबंदियां लागू, धूल-धुएं पर सख्ती
वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप)-2 की पाबंदियां लागू हो चुका हैं। इसके तहत धूल उत्पन्न करने वाली निर्माण गतिविधियों पर रोक, बीएस-4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध, डीजल जनरेटर के संचालन पर रोक और खुले में कचरा या पत्तियां जलाने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी।
वर्जन
प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। खुले में कचरा या पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों को निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना चाहिए। -सुशील सारवान, उपायुक्त सोनीपत।