Baddi Air Pollution: दिल्ली, गाजियाबाद, और नोएडा की तरह हो गई बद्दी की आबोहवा, हवा में धूल के कण अधिक
Baddi Air Pollution: बद्दी की आबोहवा दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा की तरह हो गई है। पढ़ें पूरी खबर...
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सोलन जिले के बद्दी की आबोहवा लगातार खराब हो रही है। यहां का एक्यूआई वेरी पूअर जोन में पहुंच गया है। इन दिनों बद्दी की आबोहवा दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा की तरह हो गई है। दिसंबर में छह दिन वेरी पूअर, दस दिन पूअर और तीन दिन मोडरेट जोन में एक्यूआई रहा।
शुक्रवार को धर्मशाला, मनाली और परवाणू को छोड़ कर प्रदेश के सभी जिलों में हवा में धूल के कण अधिक पाए गए। दिसंबर में 11, 12, 17, 18 और 19 दिसंबर को बद्दी का एक्यूआई वेरी पूअर जोन में रहा। शुक्रवार को यह 311 था। वीरवार को 345 सबसे अधिक रहा। इस माह के दस दिन बद्दी का एक्यूआई पूअर जोन में रहा, जबकि केवल तीन दिन माडरेट जोन में रहा। इससे सांस के रोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने वाले संस्था हिम परिवेश के अध्यक्ष लक्ष्मी चंद ठाकुर ने बताया कि हवा अब लोगों के रहने लायक नहीं रही है। उद्योगपत्तियों ने अपने-अपने उद्योगों में ईटीपी तो लगा रखे हैं लेकिन यह तभी चलते हैं जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कोई अधिकारी कंपनी में पहुंचता है। इसके अलावा उद्योगों में जो भी ईटीपी के वाटर टैंक बने हैं, वह बारिश के दौरान ही खाली कर दिए जाते हैं इससे यहां दूषित पानी लोगों को खेतों और जल स्रोतों में जा रहा है। वर्तमान में यहां के किसी भी कुएं या बावड़ी का पानी पीने लायक नहीं रहा, जबकि चार दशक पूर्व लोग इन प्राचीन जल स्रोतों से पानी पीते थे। उन्होंने सरकार से प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
उधर, प्रदूषण बोर्ड के सदस्य सचिव प्रवीण गुप्ता ने बताया कि बोर्ड की ओर से सभी उद्योगों में रूटीन में जांच की जाती है। प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ समय समय पर कार्रवाई अमल में लाई जाती है। बद्दी में फोरलेन व संपर्क सड़कों की हालत खराब है। बारिश न होने से धूल बहुत उड़ रही है। जिसके चलते एक्यूआई बढ़ रहा है।
शुक्रवार को प्रदेश के जिलों में एक्यूआई की स्थिति
जिले का नाम एक्यूआई
| बद्दी | 311 |
| कालाअंब | 190 |
| पांवटा साहिब | 149 |
| बरोटीवाला | 144 |
| नालागढ़ | 115 |
| शिमला | 63 |
| सुंदरनगर | 52 |
| ऊना | 83 |
| डमटाल | 63 |
| धर्मशाला | 45 |
| मनाली | 34 |
| परवाणू | 48 |