Kashmir Akhnoor Sector Encounter: अखनूर सेक्टर में आतंकी घुसपैठ की नाकाम, हिमाचल के जेसीओ कुलदीप चंद बलिदान
Subedar Kuldeep Chand: जम्मू के अखनूर सेक्टर में एलओसी पर गोलीबारी में सेना के एक जवान सूबेदार कुलदीप चंद का बलिदान हो गया है। कुलदीप चंद हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के रहने वाले थे।
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जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम करते हुए हिमाचल के जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) बलिदान हो गए। जिला हमीरपुर के कोहलवीं गांव के रहने वाले बलिदानी कुलदीप चंद (47) पुत्र रत्न चंद 9 पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार देर रात केरी बट्टल में अग्रिम जंगल में नाले के पास हथियारों से लैस आतंकियों के एक समूह की हरकत देखी गई। इस पर सेना के जवान सतर्क हो गए। इसी बीच, पाकिस्तान के रेंजर्स ने भी घुसपैठ करवाने के लिए फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। दोनों ओर से भीषण गोलीबारी शुरू हो गई। सेना ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर आतंकियों को वापस खदेड़ दिया। इस दौरान ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे जेसीओ कुलदीप चंद गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें तुरंत सैन्य अस्पताल अखनूर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बलिदानी घोषित कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। व्हाइट नाइट कोर, जम्मू के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल पीके मिश्रा और सभी रैंक ने बलिदानी कुलदीप चंद की बहादुरी को सलाम किया है। एक्स पर लिखा, कुलदीप चंद ने घुसपैठ रोधी अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करते हुए प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने टीम के साथ आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम कर दिया। दुख की इस घड़ी में हम शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़े हैं। उधर, बलिदानी के पिता रत्न चंद का कहना है कि वह खुद सैनिक रहे हैं, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने रक्षा के क्षेत्र में केंद्र सरकार के प्रयासों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सरकार को आतंकवाद और सीमा पार की गतिविधियों पर कड़े कदम उठाने चाहिएं।
माता और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, आज होगा अंतिम संस्कार
कुलदीप चंद के बलिदान की खबर मिलने के बाद गांव में शोक का माहौल है। माता शकुंतला देवी और पत्नी संतोष कुमारी का रो-रो कर बुरा हाल है। कुलदीप वर्ष 1995 में नौ पंजाब रेजिमेंट में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। बलिदानी की पार्थिव देह रविवार सुबह घर पहुंचेगी। हमीरपुर के उपायुक्त अमरजीत सिंह ने कहा कि रविवार को सैन्य सम्मान के साथ पैतृक गांव में बलिदानी का अंतिम संस्कार होगा। कुलदीप दो माह पहले छुट्टी काटकर गए थे। बलिदानी अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी, बेटा आर्यन शर्मा, बेटी दीक्षा को छोड़ गए हैं। उनका छोटा भाई परिवार समेत न्यूजीलैंड में रहता है। वे स्वदेश के लिए रवाना हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बलिदानी कुलदीप चंद की शहादत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ''मेरे विधानसभा क्षेत्र नादौन के कोहलवीं गांव निवासी कुलदीप कुमार जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। देश की सेवा में उनके अविस्मरणीय योगदान को सदैव सम्मान के साथ याद किया जाएगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिवार को इस दुःख की घड़ी में धैर्य एवं संबल प्रदान करें। इस दुःख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।''
देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले जेसीओ कुलदीप चंद का यह बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनका शौर्य और देशभक्ति आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। पूरा देश इस दुख की घड़ी में शहीद के परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है- मनोज सिन्हा, उपराज्यपाल, जम्मू कश्मीर।
मेरे विधानसभा क्षेत्र नादौन के कोहलवीं गांव निवासी कुलदीप कुमार जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) April 12, 2025
देश की सेवा में उनके अविस्मरणीय योगदान को सदैव सम्मान के साथ याद किया जाएगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिवार को… pic.twitter.com/c5gsHasY7K
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हमीरपुर जिला के कोहलवीं निवासी सूबेदार कुलदीप चंद के बलिदान पर शोक व्यक्त किया है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान के दौरान कुलदीप चंद वीरगति को प्राप्त हुए। मुकेश ने कहा कि कुलदीप चंद मातृभूमि के वीर सपूत हैं और उन्हें वीरता और अदम्य साहस के लिए सदैव याद किया जाएगा। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की और परमपिता परमात्मा से इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
किश्तवाड़ में तीन आतंकी ढेर किए जाने के बाद सर्च ऑपरेशन, हथियार बरामद
जम्मू-कश्मीर के छात्रू के नायदगाम जंगल में तीन आतंकी मारे जाने के बाद शनिवार को तलाशी अभियान चलाकर सुरक्षाबलों ने हथियार बरामद किए हैं। पांच सेक्टर असम राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर जेबीएस राठी और किश्तवाड़-डोडा-रामबन रेंज के डीआईजी श्रीधर पाटिल ने बताया कि आतंकी गतिविधियों की सूचना मिलने पर 9 अप्रैल को ऑपरेशन शुरू किया गया। सेना की व्हाइट नाइट कोर व जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 11 अप्रैल को एक आतंकी मार गिराया गया। देर रात दो और आतंकी मारे गए। इसके बाद सर्च ऑपरेशन में एक एके-सीरीज राइफल, एक एम-4 कार्बाइन और युद्ध जैसा अन्य सामान बरामद किया गया है। मारे गए आतंकियों की पहचान की जा रही है। संवाद