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Kullu News: लाहौल की पहाड़ियों में ट्रेप कैमरे में कैद में हुआ लंगूर
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Wed, 03 Dec 2025 06:11 AM IST
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लाहौल की पहाड़ियों में कैद हुआ लंगूर। संवाद
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जसरथ गांव के पास दारा की पहाड़ी पर मिला जीव
लंगूूर की मौजूदगी से वन विभाग के साथ स्थानीय लोग भी हैरान
दिनेश जस्पा
उदयपुर (लाहौल- स्पीति)। जनजातीय क्षेत्र लाहौल के पहाड़ों में पहली बार लंगूर देखा गया। यह लंगूर ट्रैप कैमरे में कैद हुआ है। कड़ाके की ठंड वाले इलाके में लंगूर की मौजूदगी से वन विभाग के साथ लोग भी हैरान हैं। घाटी के शोधकर्ताओं और वन्य प्रेमियों के लिए एक नया अध्याय जुड़ गया है।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व वन विभाग के सहयोग पर एक संस्था ने जसरथ गांव के समीप दारा की पहाड़ी पर जीव जंतुओं के खोज के लिए ट्रैप कैमरा लगा रखा था। 28 नवंबर को उनके कैमरे में एक लंगूर कैद हो गया। इससे साफ हो गया कि शीत मरुस्थल लाहौल में भी लंगूर भी पाए जा रहे हैं। अब तक लाहौल में आईबैक्स, बर्फानी तेंदुआ , कस्तूरी मृग, भूरा एवं काला भालू, तिब्तियन वुल्फ जैसे कई प्रजाति के जीव जंतु हैं। अब घाटी में लंगूर भी कैद हो गया है।
प्रदेश में लंगूर को मुख्य रूप से चंबा घाटी में कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इनकी आबादी भी हिमाचल के चंबा जिले तक ही सीमित है, जो चंबा घाटी और कालातोप खज्जियार वन्यजीव अभयारण्य जैसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं। जिसे हिमालयन ग्रे लंगूर और चंबा लंगूर भी कहा जाता है। वन मंडलाधिकारी लाहौल इंद्रा जीत सिररा ने बताया कि लाहौल में लंगूर एक ट्रेप कैमरे में कैद हुआ है। कहा कि यह कहना संभव ही नहीं है कि लाहौल में लंगूर पाए जाते हैं। हो सकता है यह चंबा के कुगती पास होते हुए लाहौल की तरफ आया हो। यहां की जलवायु के हिसाब से यहां लंगूर का देखा जाना शोध का विषय है। संवाद
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लंगूूर की मौजूदगी से वन विभाग के साथ स्थानीय लोग भी हैरान
दिनेश जस्पा
उदयपुर (लाहौल- स्पीति)। जनजातीय क्षेत्र लाहौल के पहाड़ों में पहली बार लंगूर देखा गया। यह लंगूर ट्रैप कैमरे में कैद हुआ है। कड़ाके की ठंड वाले इलाके में लंगूर की मौजूदगी से वन विभाग के साथ लोग भी हैरान हैं। घाटी के शोधकर्ताओं और वन्य प्रेमियों के लिए एक नया अध्याय जुड़ गया है।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व वन विभाग के सहयोग पर एक संस्था ने जसरथ गांव के समीप दारा की पहाड़ी पर जीव जंतुओं के खोज के लिए ट्रैप कैमरा लगा रखा था। 28 नवंबर को उनके कैमरे में एक लंगूर कैद हो गया। इससे साफ हो गया कि शीत मरुस्थल लाहौल में भी लंगूर भी पाए जा रहे हैं। अब तक लाहौल में आईबैक्स, बर्फानी तेंदुआ , कस्तूरी मृग, भूरा एवं काला भालू, तिब्तियन वुल्फ जैसे कई प्रजाति के जीव जंतु हैं। अब घाटी में लंगूर भी कैद हो गया है।
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प्रदेश में लंगूर को मुख्य रूप से चंबा घाटी में कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इनकी आबादी भी हिमाचल के चंबा जिले तक ही सीमित है, जो चंबा घाटी और कालातोप खज्जियार वन्यजीव अभयारण्य जैसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं। जिसे हिमालयन ग्रे लंगूर और चंबा लंगूर भी कहा जाता है। वन मंडलाधिकारी लाहौल इंद्रा जीत सिररा ने बताया कि लाहौल में लंगूर एक ट्रेप कैमरे में कैद हुआ है। कहा कि यह कहना संभव ही नहीं है कि लाहौल में लंगूर पाए जाते हैं। हो सकता है यह चंबा के कुगती पास होते हुए लाहौल की तरफ आया हो। यहां की जलवायु के हिसाब से यहां लंगूर का देखा जाना शोध का विषय है। संवाद