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Kullu News: जमीन सूंघ गया बगीचे में सजा लाल सपना
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Sat, 13 Sep 2025 10:51 PM IST
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कुल्लू में अनार की 50 फीसदी फसल खराब होने से बागवानों की आंखों में दिख रही पीड़ा
ज्यादा बारिश होने से बगीचों में सड़ा अनार, गुणवत्ता कम होने से नहीं मिल रहे अच्छे दाम
बलदेव राज
कुल्लू। जिले में इस बार अनार खिले नहीं, बल्कि सड़ गए। बागवानों की आंखों में लाल रंग की जगह अब पीड़ा है। कंधारी और सिंदूरी जैसे शानदार किस्मों के अनार बगीचों में ही गिर पड़े। ये न मंडी पहुंचे और न ही बागवानों को मेहनत का मोल मिला।
भारी बारिश ने जो किया, वह सिर्फ फसल का नुकसान ही नहीं था, बल्कि उनकी उम्मीदें थीं जो हर पेड़ के नीचे बिखरी पड़ी हैं। अत्यधिक बारिश ने कई इलाकों में सेब की फसल खराब कर दी है। निचले क्षेत्रों में बगीचों में 50 फीसदी अनार भी सड़ गया है। पौधों के सड़ने के बाद अनार गिर रहा है। जमीन पर अनार नजर आ रहे हैं। सालभर की कमाई सड़ने से बागवानों को नुकसान उठाना पड़ा है।
जिले के निचले इलाकों बजौरा, हुरला, थरास, गड़सा, भुंतर, मौहल, शमशी, सैंज और बंजार के कुछ क्षेत्रों में अनार की पैदावार होती है। जिले में करीब 800 हेक्टेयर में अनार का उत्पादन होता है। अनार के प्रति बागवानों का रुझान बढ़ता जा रहा है। कंधारी, सिंदूरी, मृदुला आदि किस्मों का अनार यहां तैयार होता है। खास बात यह है कि कुल्लू के अनार की व्यापारियों में खूब मांग होती है। बागवान सेस राम ठाकुर, पीतांबर, जवन दास, अमरनाथ और नोखू राम ने कहा कि बारिश अनार उत्पादकों के लिए आफत बनकर बरसी है। अधिक बारिश से 50 फीसदी अनार खराब हो गया है। बगीचों में जो अनार बचा है, उसे मंडियों में ला रहे हैं तो गुणवत्ता पर असर पड़ने से कम दाम में बिक रहा है।
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विभाग की ओर से नुकसान का आकलन करने के बाद रिपोर्ट तैयार की जा रही है। साथ ही बारिश से बगीचों में फलों और पौधों को कितना नुकसान हुआ है, इसकी भी रिपोर्ट बनाई जा रही है। - राजकुमार, उपनिदेशक, बागवानी विभाग
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125 रुपये तक मिल रहे दाम
शनिवार को सब्जी मंडी बंद रही। शुक्रवार को सब्जी मंडी भुंतर में सिंदूरी अनार 125 रुपये किलो बिका था। अनार के दामों में आने वाले दिनों में उछाल आने की संभावना है। सब्जी मंडी भुंतर के आढ़ती मानस कुमार सूद ने कहा कि व्यापारियों में अनार की काफी मांग है।
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ज्यादा बारिश होने से बगीचों में सड़ा अनार, गुणवत्ता कम होने से नहीं मिल रहे अच्छे दाम
बलदेव राज
कुल्लू। जिले में इस बार अनार खिले नहीं, बल्कि सड़ गए। बागवानों की आंखों में लाल रंग की जगह अब पीड़ा है। कंधारी और सिंदूरी जैसे शानदार किस्मों के अनार बगीचों में ही गिर पड़े। ये न मंडी पहुंचे और न ही बागवानों को मेहनत का मोल मिला।
भारी बारिश ने जो किया, वह सिर्फ फसल का नुकसान ही नहीं था, बल्कि उनकी उम्मीदें थीं जो हर पेड़ के नीचे बिखरी पड़ी हैं। अत्यधिक बारिश ने कई इलाकों में सेब की फसल खराब कर दी है। निचले क्षेत्रों में बगीचों में 50 फीसदी अनार भी सड़ गया है। पौधों के सड़ने के बाद अनार गिर रहा है। जमीन पर अनार नजर आ रहे हैं। सालभर की कमाई सड़ने से बागवानों को नुकसान उठाना पड़ा है।
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जिले के निचले इलाकों बजौरा, हुरला, थरास, गड़सा, भुंतर, मौहल, शमशी, सैंज और बंजार के कुछ क्षेत्रों में अनार की पैदावार होती है। जिले में करीब 800 हेक्टेयर में अनार का उत्पादन होता है। अनार के प्रति बागवानों का रुझान बढ़ता जा रहा है। कंधारी, सिंदूरी, मृदुला आदि किस्मों का अनार यहां तैयार होता है। खास बात यह है कि कुल्लू के अनार की व्यापारियों में खूब मांग होती है। बागवान सेस राम ठाकुर, पीतांबर, जवन दास, अमरनाथ और नोखू राम ने कहा कि बारिश अनार उत्पादकों के लिए आफत बनकर बरसी है। अधिक बारिश से 50 फीसदी अनार खराब हो गया है। बगीचों में जो अनार बचा है, उसे मंडियों में ला रहे हैं तो गुणवत्ता पर असर पड़ने से कम दाम में बिक रहा है।
विभाग की ओर से नुकसान का आकलन करने के बाद रिपोर्ट तैयार की जा रही है। साथ ही बारिश से बगीचों में फलों और पौधों को कितना नुकसान हुआ है, इसकी भी रिपोर्ट बनाई जा रही है। - राजकुमार, उपनिदेशक, बागवानी विभाग
125 रुपये तक मिल रहे दाम
शनिवार को सब्जी मंडी बंद रही। शुक्रवार को सब्जी मंडी भुंतर में सिंदूरी अनार 125 रुपये किलो बिका था। अनार के दामों में आने वाले दिनों में उछाल आने की संभावना है। सब्जी मंडी भुंतर के आढ़ती मानस कुमार सूद ने कहा कि व्यापारियों में अनार की काफी मांग है।