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Solan News: पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन पर गड्ढों की भरमार रेंग-रेंग कर बद्दी-नालागढ़ पहुंच रहीं गाड़ियां
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बद्दी- नालागढ़ मार्ग पर फोरसीजन होटल के आगे क्षतिग्रस्त मार्ग- संवाद
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अभियान : खस्ताहाल सड़कें-2
17 किलोमीटर लंबे फोरलेन पर वाहन चलाना बना मुसीबत, आए दिन हो रही दुर्घटनाएं
भुड्ड बैरियर के समीप पुल की हालत खस्ता
संवाद न्यूज एजेंसी
बद्दी (सोलन)। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) को जोड़ने वाले पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन की हालत बेहद खस्ता है। सड़क बुरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, जिसके चलते छोटे-बड़े वाहन रेंग-रेंग कर गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। इस 17 किलोमीटर लंबे फोरलेन पर वाहन चलाना अब जोखिम भरा हो गया है। जहां आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं, वहीं वाहनों के रखरखाव का खर्च भी काफी बढ़ गया है। हालात यह हैं कि बद्दी से नालागढ़ पहुंचने में जो समय पहले आधा घंटा लगता था, वह अब डेढ़ से दो घंटे हो गया है। निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण मार्ग पर जल निकासी के लिए नालियां नहीं हैं। इस वजह से बरसात में सड़क के साथ लगते गांव और पहाड़ियों का पानी सड़क पर जमा हो गया था, जिससे यह पूरा मार्ग तालाब और नाले के रूप में बदल गया था। हालांकि पैचवर्क के बाद गड्ढे भरे गए हैं, लेकिन मार्ग अभी भी पूरी तरह से वाहन चलने योग्य नहीं है।सबसे खतरनाक स्थिति भुड्ड बैरियर के समीप पुल की है, जिसकी हालत काफी जर्जर है और यह कभी भी गिर सकता है। एनएचएआई ने इस फोरलेन को तैयार करने के लिए गुजरात की पटेल कंपनी को 469 करोड़ रुपये में ठेका दिया था। कंपनी को 30 महीने का समय मिला था, जिसके बाद एक साल का अतिरिक्त समय भी दिया गया। बावजूद इसके, कंपनी इस मार्ग का केवल 42 फीसदी काम ही पूरा कर पाई। पटेल कंपनी ने 6 जून को अचानक काम छोड़ दिया, जिसके बाद यह महत्वपूर्ण मार्ग भगवान भरोसे चल रहा है।
उद्योगों पर पड़ रहा सीधा असर
पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन तीन हजार से अधिक उद्योगों को जोड़ता है। मार्ग की खस्ताहालत के कारण इन उद्योगों को अपने तैयार और कच्चे माल को लाने-ले जाने में भारी दिक्कतें आ रही हैं। बीबीएनआईए के सलाहकार शैलेष अग्रवाल ने बताया कि सड़क खराब होने की वजह से बाहर से ट्रक तैयार होकर नहीं आ रहे हैं, जिसका सीधा असर यहां तैयार होने वाले माल की कीमतों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 के बाद बीबीएन की कनेक्टिविटी सही तरीके से नहीं हो पाई है, और बरसात आते ही उद्योगपतियों को सड़क का डर सताने लगता है।
धरना-प्रदर्शन के बाद मिला 10 करोड़ का फंड
दून के विधायक राम कुमार चौधरी ने नौ अक्तूबर को मार्ग की खस्ताहालत को लकेर धरना-प्रदर्शन किया था। उसके बाद रिपेयर के लिए 10 करोड़ रुपये का फंड आया और अब मार्ग में पैचवर्क का कार्य चल रहा है। बद्दी व किशनपुरा को छोड़कर मार्ग के गड्ढे भर दिए गए हैं।
कोट
मार्ग के अधूरे काम के लिए नया टेंडर 11 सितंबर को लगा था, जिसकी औपचारिकताएं पूरी न होने के चलते टेंडर नहीं खुल पाया था। अब यह टेंडर 12 दिसंबर को खुलेगा। वर्तमान में बद्दी व किशनपुरा को छोड़कर मार्ग पर पैचवर्क का कार्य चल रहा है।
असलम खान,वरिष्ठ अभियंता,एनएचएआई
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17 किलोमीटर लंबे फोरलेन पर वाहन चलाना बना मुसीबत, आए दिन हो रही दुर्घटनाएं
भुड्ड बैरियर के समीप पुल की हालत खस्ता
संवाद न्यूज एजेंसी
बद्दी (सोलन)। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) को जोड़ने वाले पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन की हालत बेहद खस्ता है। सड़क बुरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, जिसके चलते छोटे-बड़े वाहन रेंग-रेंग कर गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। इस 17 किलोमीटर लंबे फोरलेन पर वाहन चलाना अब जोखिम भरा हो गया है। जहां आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं, वहीं वाहनों के रखरखाव का खर्च भी काफी बढ़ गया है। हालात यह हैं कि बद्दी से नालागढ़ पहुंचने में जो समय पहले आधा घंटा लगता था, वह अब डेढ़ से दो घंटे हो गया है। निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण मार्ग पर जल निकासी के लिए नालियां नहीं हैं। इस वजह से बरसात में सड़क के साथ लगते गांव और पहाड़ियों का पानी सड़क पर जमा हो गया था, जिससे यह पूरा मार्ग तालाब और नाले के रूप में बदल गया था। हालांकि पैचवर्क के बाद गड्ढे भरे गए हैं, लेकिन मार्ग अभी भी पूरी तरह से वाहन चलने योग्य नहीं है।सबसे खतरनाक स्थिति भुड्ड बैरियर के समीप पुल की है, जिसकी हालत काफी जर्जर है और यह कभी भी गिर सकता है। एनएचएआई ने इस फोरलेन को तैयार करने के लिए गुजरात की पटेल कंपनी को 469 करोड़ रुपये में ठेका दिया था। कंपनी को 30 महीने का समय मिला था, जिसके बाद एक साल का अतिरिक्त समय भी दिया गया। बावजूद इसके, कंपनी इस मार्ग का केवल 42 फीसदी काम ही पूरा कर पाई। पटेल कंपनी ने 6 जून को अचानक काम छोड़ दिया, जिसके बाद यह महत्वपूर्ण मार्ग भगवान भरोसे चल रहा है।
उद्योगों पर पड़ रहा सीधा असर
पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन तीन हजार से अधिक उद्योगों को जोड़ता है। मार्ग की खस्ताहालत के कारण इन उद्योगों को अपने तैयार और कच्चे माल को लाने-ले जाने में भारी दिक्कतें आ रही हैं। बीबीएनआईए के सलाहकार शैलेष अग्रवाल ने बताया कि सड़क खराब होने की वजह से बाहर से ट्रक तैयार होकर नहीं आ रहे हैं, जिसका सीधा असर यहां तैयार होने वाले माल की कीमतों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 के बाद बीबीएन की कनेक्टिविटी सही तरीके से नहीं हो पाई है, और बरसात आते ही उद्योगपतियों को सड़क का डर सताने लगता है।
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धरना-प्रदर्शन के बाद मिला 10 करोड़ का फंड
दून के विधायक राम कुमार चौधरी ने नौ अक्तूबर को मार्ग की खस्ताहालत को लकेर धरना-प्रदर्शन किया था। उसके बाद रिपेयर के लिए 10 करोड़ रुपये का फंड आया और अब मार्ग में पैचवर्क का कार्य चल रहा है। बद्दी व किशनपुरा को छोड़कर मार्ग के गड्ढे भर दिए गए हैं।
कोट
मार्ग के अधूरे काम के लिए नया टेंडर 11 सितंबर को लगा था, जिसकी औपचारिकताएं पूरी न होने के चलते टेंडर नहीं खुल पाया था। अब यह टेंडर 12 दिसंबर को खुलेगा। वर्तमान में बद्दी व किशनपुरा को छोड़कर मार्ग पर पैचवर्क का कार्य चल रहा है।
असलम खान,वरिष्ठ अभियंता,एनएचएआई