{"_id":"686fb98702a3558a75050cc1","slug":"a-night-of-mentorship-music-magic-nayii-udaan-2025-soars-to-new-heights-kailash-kher-2025-07-10","type":"story","status":"publish","title_hn":"Nayii Udaan 2025: संगीत, मेंटरशिप और सपनों की जादुई शाम; 'नई उड़ान' की यादगार रात कैलाश खेर के साथ","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Nayii Udaan 2025: संगीत, मेंटरशिप और सपनों की जादुई शाम; 'नई उड़ान' की यादगार रात कैलाश खेर के साथ
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: पवन पांडेय
Updated Thu, 10 Jul 2025 06:39 PM IST
सार
गायक कैलाश खेर ने अपने 51वें जन्मदिन के मौके पर 'नई उड़ान 2025' कार्यक्रम की जरिए अपने सुरों का जादू बिखेरा। अमर उजाला इस कार्यक्रम का प्रिंट पार्टनर है। इसके बाद कैलाश खेर ने मंच पर आकर एक खास संदेश दिया। उन्होंने कहा- 'संगीत ने जो मुझे दिया, अब समय है उसे बांटने का- नई उड़ान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, एक मिशन है'।
विज्ञापन
नई उड़ान 2025-एक यादगार रात, कैलाश खेर के साथ
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
मुंबई के बांद्रा में सेंट एंड्रयू ऑडिटोरियम में सोमवार को एक खास संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 'नई उड़ान 2025' के तहत पद्मश्री कैलाश खेर के 51वें जन्मदिन को एक अलग अंदाज में मनाया गया। अमर उजाला इस कार्यक्रम का प्रिंट पार्टनर था। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि गुरु-शिष्य परंपरा, मार्गदर्शन और संगीत के नए सितारों का उत्सव था।
क्या है 'नई उड़ान'?
'नई उड़ान' कैलाश खेर की तरफ से शुरू की गई एक खास पहल है, जो हर साल भारत के कोनों-कोनों से नए और उभरते संगीत कलाकारों को मंच देती है। यह आयोजन इस विचार पर टिका है कि जो कुछ भी कलाकार को संगीत ने दिया है, वह अब वो अपने अनुभव से दूसरों को लौटाए- यानी 'गुरु बनकर शिष्य को मार्ग दिखाना'। कैलाश खेर कहते हैं- 'संगीत से जो मिला है, उसे बांटना मेरा फर्ज है। नई उड़ान एक उत्सव है उन सपनों का जो बस एक मौके के इंतजार में हैं।'
200 से ज्यादा एंट्री, 10 चुने हुए सितारे
इस साल सोशल मीडिया पर एक खुली अपील के जरिए देशभर से 200 से ज्यादा डिजिटल एंट्रीज आईं। इनमें से 10 शानदार युवा कलाकारों को चुना गया। इसमें प्रदीप धाकड़, मानसी सिसोदिया, अमिषा सिंह, विशाखा माहोरे, वसुधा तिवारी, ऋतिक कुमार, अभिषेक सर्राफ, अमान खान, अमृता भारती, अजय सालवान शामिल हैं। इन सभी ने मंच पर ऐसा जादू बिखेरा कि दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। हर प्रस्तुति में जुनून, मेहनत और आत्मा झलक रही थी।
बड़े कलाकार बने 'मेंटर' – संगीत के अनुभव का वरदान
इन युवा कलाकारों के साथ मंच साझा किया भारत के पांच जाने-माने संगीत कलाकारों ने, जिन्होंने न केवल गाया, बल्कि दिल से मार्गदर्शन भी दिया। इसमें अमित गुप्ता, प्रियाणी वाणी पंडित, ह्रदय गट्टानी, आभास जोशी और पुरुषार्थ जैन शामिल हुए। ये 'मेंटर' सिर्फ परफॉर्मर नहीं थे, बल्कि उन्होंने इन नए कलाकारों के साथ डुएट प्रस्तुतियां दीं, उन्हें मंच पर संबल और प्रेरणा दी।
संगीत से परे — एक भावना, एक परिवार
पूरा ऑडिटोरियम सिर्फ सुरों से नहीं, बल्कि एक खास ऊर्जा से भर गया था। यह ऊर्जा थी विश्वास की, प्रेरणा की और साथ चलने की। प्रत्येक प्रस्तुति यह दर्शा रही थी कि जब सही मार्गदर्शन मिल जाए, तो नया कलाकार भी चमक सकता है। हर तालियों की गूंज एक नई उम्मीद थी। इस कार्यक्रम में आए दर्शकों, संगीत प्रेमियों और इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स की आंखों में खुशी के आंसू थे। कई लोगों ने इसे जीवन का सबसे भावुक और प्रेरणादायक लाइव अनुभव बताया।
कैलाश खेर ने दिया ये संदेश
इस कार्यक्रम के अंत में, खुद पद्मश्री कैलाश खेर ने मंच पर आकर एक खास संदेश दिया, 'संगीत ने जो मुझे दिया, अब समय है उसे बांटने का। नई उड़ान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, एक मिशन है। जब तक गुरुओं की भावना जीवित है और शिष्यों में उड़ने की चाह है, तब तक नई उड़ान जारी रहेगी।'
सोशल मीडिया पर मिला जबरदस्त समर्थन
कार्यक्रम की ऑनलाइन बुकिंग शुरू होते ही सारे टिकट बिक गए। सोशल मीडिया पर भी इसे जबरदस्त समर्थन मिला। युवाओं से लेकर अनुभवी संगीत प्रेमियों तक, सभी ने इस मंच की सराहना की। 'नई उड़ान 2025' ने ये साबित कर दिया कि सिर्फ टैलेंट ही नहीं, सही मार्गदर्शन और मंच मिलना भी जरूरी है। जब अनुभवी कलाकार दिल खोलकर नए कलाकारों का साथ दें, तो भारतीय संगीत का भविष्य वाकई सुनहरा है।
Trending Videos
क्या है 'नई उड़ान'?
'नई उड़ान' कैलाश खेर की तरफ से शुरू की गई एक खास पहल है, जो हर साल भारत के कोनों-कोनों से नए और उभरते संगीत कलाकारों को मंच देती है। यह आयोजन इस विचार पर टिका है कि जो कुछ भी कलाकार को संगीत ने दिया है, वह अब वो अपने अनुभव से दूसरों को लौटाए- यानी 'गुरु बनकर शिष्य को मार्ग दिखाना'। कैलाश खेर कहते हैं- 'संगीत से जो मिला है, उसे बांटना मेरा फर्ज है। नई उड़ान एक उत्सव है उन सपनों का जो बस एक मौके के इंतजार में हैं।'
विज्ञापन
विज्ञापन
200 से ज्यादा एंट्री, 10 चुने हुए सितारे
इस साल सोशल मीडिया पर एक खुली अपील के जरिए देशभर से 200 से ज्यादा डिजिटल एंट्रीज आईं। इनमें से 10 शानदार युवा कलाकारों को चुना गया। इसमें प्रदीप धाकड़, मानसी सिसोदिया, अमिषा सिंह, विशाखा माहोरे, वसुधा तिवारी, ऋतिक कुमार, अभिषेक सर्राफ, अमान खान, अमृता भारती, अजय सालवान शामिल हैं। इन सभी ने मंच पर ऐसा जादू बिखेरा कि दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। हर प्रस्तुति में जुनून, मेहनत और आत्मा झलक रही थी।
बड़े कलाकार बने 'मेंटर' – संगीत के अनुभव का वरदान
इन युवा कलाकारों के साथ मंच साझा किया भारत के पांच जाने-माने संगीत कलाकारों ने, जिन्होंने न केवल गाया, बल्कि दिल से मार्गदर्शन भी दिया। इसमें अमित गुप्ता, प्रियाणी वाणी पंडित, ह्रदय गट्टानी, आभास जोशी और पुरुषार्थ जैन शामिल हुए। ये 'मेंटर' सिर्फ परफॉर्मर नहीं थे, बल्कि उन्होंने इन नए कलाकारों के साथ डुएट प्रस्तुतियां दीं, उन्हें मंच पर संबल और प्रेरणा दी।
संगीत से परे — एक भावना, एक परिवार
पूरा ऑडिटोरियम सिर्फ सुरों से नहीं, बल्कि एक खास ऊर्जा से भर गया था। यह ऊर्जा थी विश्वास की, प्रेरणा की और साथ चलने की। प्रत्येक प्रस्तुति यह दर्शा रही थी कि जब सही मार्गदर्शन मिल जाए, तो नया कलाकार भी चमक सकता है। हर तालियों की गूंज एक नई उम्मीद थी। इस कार्यक्रम में आए दर्शकों, संगीत प्रेमियों और इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स की आंखों में खुशी के आंसू थे। कई लोगों ने इसे जीवन का सबसे भावुक और प्रेरणादायक लाइव अनुभव बताया।
कैलाश खेर ने दिया ये संदेश
इस कार्यक्रम के अंत में, खुद पद्मश्री कैलाश खेर ने मंच पर आकर एक खास संदेश दिया, 'संगीत ने जो मुझे दिया, अब समय है उसे बांटने का। नई उड़ान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, एक मिशन है। जब तक गुरुओं की भावना जीवित है और शिष्यों में उड़ने की चाह है, तब तक नई उड़ान जारी रहेगी।'
सोशल मीडिया पर मिला जबरदस्त समर्थन
कार्यक्रम की ऑनलाइन बुकिंग शुरू होते ही सारे टिकट बिक गए। सोशल मीडिया पर भी इसे जबरदस्त समर्थन मिला। युवाओं से लेकर अनुभवी संगीत प्रेमियों तक, सभी ने इस मंच की सराहना की। 'नई उड़ान 2025' ने ये साबित कर दिया कि सिर्फ टैलेंट ही नहीं, सही मार्गदर्शन और मंच मिलना भी जरूरी है। जब अनुभवी कलाकार दिल खोलकर नए कलाकारों का साथ दें, तो भारतीय संगीत का भविष्य वाकई सुनहरा है।