Air Pollution: दिल्ली-NCR से भी ज्यादा प्रदूषित हैं देश के ये शहर, इस सूची में कहीं आपका क्षेत्र तो नहीं?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 184 दर्ज किया गया, जो ऑरेंज जोन में आता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहर मेरठ में वायु गुणवत्ता बेहद खराब है और बुधवार को मेरठ में एक्यूआई 327 दर्ज किया गया।

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राजस्थान में स्थिति भयावह
राजस्थान के शहरों में बुधवार को स्थिति भयावह बनी हुई है। राज्य के कई प्रमुख शहर गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। जिनमें श्रीगंगानगर में एक्यूआई 466, चूरू में 413, बीकानेर में 305, अलवर में 363, अजमेर में 306 और राजधानी जयपुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 248 दर्ज किया गया।
हरियाणा के कई शहरों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब
देशभर में ऐसे 15 शहर रहे जहां बुधवार को भी हालात खराब रहे और यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से 400 के बीच पहुंचा, जिनमें हरियाणा के 9 शहर शामिल हैं। इनमें बुधवार को धारूहेड़ा का वायु गुणत्ता सूचकांक (386), चरखी दादरी (364), जींद (374), रोहतक (353), यमुनानगर (344), फतेहाबाद (314), बल्लभगढ़ (315), भिवानी (291) और बहादुरगढ़ (276) दर्ज किया गया।

पंजाब में भी खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण
पंजाब के शहरों की हवा भी दमघोटू है। मंगलवार को लुधियाना में एक्यूआई 271, जालंधर में 247, अमृतसर में 224, पटियाला में 206 दर्ज किया गया। पंजाब में दिवाली के पर्व पर पटाखे जलाने के साथ ही खेतों में पराली जलाने को भी प्रदूषण की प्रमुख वजह माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बेहद खराब हैं हालात
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 184 दर्ज किया गया, जो ऑरेंज जोन में आता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहर मेरठ में वायु गुणवत्ता बेहद खराब है और बुधवार को मेरठ में एक्यूआई 327 दर्ज किया गया। प्रदेश के एक और प्रमुख शहर गाजियाबाद में भी वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है और बुधवार को गाजियाबाद में एक्यूआई 324 दर्ज किया गया। वहीं नोएडा में 320, हापुड़ में 314 एक्यूआई दर्ज किया गया।

MP में वायु प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ा, भोपाल-इंदौर भी सुरक्षित नहीं
मध्य प्रदेश में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया है। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताजा आंकड़ों के अनुसार, ग्वालियर, सागर और मंडीदीप जैसे शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब स्थिति में है। विशेषज्ञों के अनुसार, तापमान में गिरावट, त्योहारों के बाद का धुआं, और हवा की कम गति इस प्रदूषण के पीछे मुख्य कारण हैं।
मध्य प्रदेश में शहरवार AQI स्थिति (MPPCB के अनुसार, 22 अक्टूबर 2025 की सुबह के आंकड़े)-
शहर | AQI | श्रेणी |
---|---|---|
ग्वालियर | 302 | बहुत खराब |
सागर | 231 | बहुत खराब |
मंडीदीप | 220 | बहुत खराब |
जबलपुर | 206 | खराब |
पीथमपुर | 180 | खराब |
बैतूल | 167 | खराब |
इंदौर | 161 | खराब |
भोपाल | 156 | खराब |
देवास | 137 | मध्यम |
कटनी | 110 | मध्यम |
कोलकाता में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में
पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (WBPCB) के एक अधिकारी ने बताया कि जादवपुर स्थित वायु निगरानी केंद्र पर बुधवार सुबह 9 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 (PM 2.5) और बल्लीगंज में 141 दर्ज किया गया। सिंथी क्षेत्र स्थित रवींद्र भारती विश्वविद्यालय में AQI 142 था, जबकि कोलकाता के निकट स्थित न्यू टाउन में यह 165 था। फोर्ट विलियम में सुबह 9 बजे AQI 150 था, जबकि पास के ग्रीन जोन विक्टोरिया में AQI का स्तर 242 रहा।
मंगलवार को जादवपुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 207 और बालीगंज में 213 रहा, जो सोमवार मध्यरात्रि के क्रमशः 159 और 134 से काफी अधिक रहा। हावड़ा के बेलूर में मंगलवार मध्यरात्रि को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 213 रहा, जबकि हावड़ा के शिबपुर बॉटनिकल गार्डन क्षेत्र के कथित हरित बफर बेल्ट में भी यह 195 रहा।

हिमाचल प्रदेश में इस बार दिवाली पर पटाखे चलने के बावजूद वायु प्रदूषण पर खास असर नजर नहीं आया। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में ही एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 150 से ऊपर गया है बाकी जगह एक्यूआई 100 से कम ही रहा। हालांकि, बद्दी का एक्यूआई पिछले साल की तुलना में कम आंका गया है। बद्दी में पिछले साल दिवाली पर एक्यूआई 200 पहुंचा था, लेकिन इस बार 167 रहा। बीच में 16 अक्तूबर को एक्यूआई 183 तक भी पहुंचा था। शिमला, मनाली और सुंदरनगर की हवा सबसे अच्छी रही। तीनों जगहों पर एक्यूआई 50 से नीचे रही। इसके अलावा पांवटा साहिब में 70, कालाअंब में 58, बरोटीवाला में 70, नालागढ़ में 67, डमटाल में 79 एक्यूआई रहा।
बिहार में दम फुला रही हवा
बिहार में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब रहा और राज्य के हाजीपुर में बुधवार का अधिकतम AQI 338 रिकॉर्ड किया गया। वहीं पटना का अधिकतम AQI 213 रिकॉर्ड किया गया। बेगूसराय का अधिकतम AQI 173, समस्तीपुर का अधिकतम AQI 187, अररिया का अधिकतम AQI 196 , पूर्णिया का अधिकतम AQI 180, गया का अधिकतम AQI 188, मुजफ्फरपुर का अधिकतम AQI 181, भागलपुर का अधिकतम AQI 170 रिकॉर्ड किया गया।
डॉक्टरों की लोगों को मास्क पहनने की सलाह
खराब वायु गुणवत्ता के चलते बुजुर्गों और मरीजों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही जिस तरह से वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब है, उससे स्वस्थ लोगों को भी परेशानी हो सकती है। यही वजह है कि डॉक्टर्स ने लोगों को सलाह दी है कि-
1. सुबह और शाम घर से बाहर निकलने से बचें।
2. मास्क (N-95) पहनें।
3. भाप और पानी का सेवन बढ़ाएं।
4. सांस संबंधी रोग, अस्थमा, हृदय संबंधी समस्या वालों को सतर्क रहना चाहिए।