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Assam: 'असम विदआउट भाजपा' वाले वीडियो पर बवाल, कांग्रेस बोली- BJP आईटी सेल फैला रही नफरत; थाने में शिकायत दर्ज
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गुवाहाटी
Published by: हिमांशु चंदेल
Updated Thu, 18 Sep 2025 03:09 PM IST
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सार
असम कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने एआई-जनरेटेड वीडियो जारी कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने और मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश की। इस मामले में दिसपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। कांग्रेस ने कहा कि वीडियो का मकसद वोटरों को डराकर प्रभावित करना है।

हिमंत बिस्व सरमा, सीएम, असम
- फोटो : ANI
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विस्तार
असम कांग्रेस ने गुरुवार को राज्य भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी की सोशल मीडिया इकाई एआई-जनरेटेड वीडियो जारी कर समाज में सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने दावा किया कि इन वीडियो के जरिए खासतौर पर मुस्लिम समुदाय और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई को निशाना बनाया गया है। इस मामले में कांग्रेस ने दिसपुर थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है।
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन बेदब्रत बोरा ने भाजपा की सोशल मीडिया सेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में आरोप है कि इन वीडियो का मकसद सांप्रदायिक विद्वेष फैलाना, धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और अपराधी साजिश रचना है। बोरा ने कहा कि यह कदम सीधे तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, जो इस समय बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) चुनावों के लिए लागू है।
भाजपा नेताओं पर सीधे आरोप
कांग्रेस की शिकायत में कहा गया है कि जिम्मेदारी असम भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया, पार्टी की सोशल मीडिया इकाई के सह-संयोजक शेखरज्योति बैश्य और अन्य अज्ञात पदाधिकारियों पर है। बोरा ने मीडिया को बताया कि यह वीडियो 'असम विदआउट भाजपा' शीर्षक से 15 सितंबर को जारी किया गया, जिसमें राज्य को मुस्लिम बहुल दिखाने की कोशिश की गई।
वीडियो की सामग्री पर आपत्ति
बोरा ने कहा कि वीडियो में सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस बिक्री की वैधता, इस्लामी प्रतीकों से सजाए गए स्थलों, 90 प्रतिशत मुस्लिम आबादी के बढ़े-चढ़े दावों और शरीया जैसे कानून लागू करने की तस्वीरें दिखाई गईं। वीडियो के अंत में संदेश था कि 'अपने वोट सोच-समझकर डालें।' कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह सामग्री नफरत और डर फैलाने के लिए बनाई गई है।
ये भी पढ़ें- 'केवल संविधान-संविधान चिल्लाते हैं, सभी बम ढेर हो जाएंगे', भाजपा का राहुल गांधी पर पलटवार
कांग्रेस नेताओं पर निशाना
कांग्रेस का आरोप है कि वीडियो में राहुल गांधी और गौरव गोगोई की छवि को भी खराब करने की कोशिश की गई। बोरा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी 12 सितंबर को इसी तरह का वीडियो जारी किया गया था। उन्होंने इसे असम की नाजुक सांप्रदायिक स्थिति के लिए खतरनाक बताया और पुलिस से फॉरेंसिक जांच कराकर भाजपा सोशल मीडिया इकाई के उपकरण जब्त करने की मांग की।
पोस्ट हटाने की मांग
बोरा ने पुलिस से कहा कि आईटी एक्ट, 2000 के तहत संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से वीडियो तुरंत हटाने के निर्देश दिए जाएं, ताकि यह और ज्यादा न फैल सके। साथ ही, इस मामले की जानकारी असम राज्य चुनाव आयोग को भी दी जानी चाहिए। पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा का पलटवार
इस बीच भाजपा लगातार अपने एक्स हैंडल पर वीडियो साझा कर रही है। पहला वीडियो असम विदआउट भाजपा शीर्षक से जारी हुआ था, जिसमें दावा किया गया कि अवैध प्रवासी गुवाहाटी, हवाई अड्डे, स्टेडियम, चाय बागान और रंगघर जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर कब्जा कर लेंगे। वीडियो में लिखा गया कि हम इस ‘पाइजान’ के सपने को सच नहीं होने देंगे। भाजपा गौरव गोगोई को ‘पाइजान’ कहकर संबोधित करती रही है।
ये भी पढ़ें- सबरीमाला मंदिर की मूर्तियों से चोरी हुआ चार किलो सोना, केरल उच्च न्यायालय ने दिए जांच के आदेश
गोगोई का पलटवार
गोगोई ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि उसकी आईटी सेल के बनाए शब्द, तस्वीरें और वीडियो असम समाज को जरा भी प्रभावित नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि असम का गौरव संत श्रीमंत शंकरदेव, आजन पीर, स्वर्गदेव सिउकाफा, लाचित बरफुकन और भूपेन हजारिका जैसे विभूतियों से बना है। उन्होंने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि वे गाय, कोयला, पान और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े लोगों के इशारों पर राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस का विजन
गोगोई ने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य एक ऐसा समाज बनाना है जहां युवा पायलट, इंजीनियर, डॉक्टर, उद्यमी, बैंकर और बिजनेस मालिक बनें। उन्होंने कहा कि हम एक बड़े असम का निर्माण करना चाहते हैं, जहां मेहनत नफरत से बड़ी हो, शालीनता अहंकार पर भारी पड़े और लोकतंत्र तानाशाही को हराए।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा ने गोगोई के बयान पर तंज कसा और कहा कि “विजनरी पाइजान” ऐसा असम बनाना चाहते हैं जहां उनकी अपनी पीढ़ी कदम रखने की हिम्मत न करे। भाजपा ने लिखा कि गोगोई का “बोर असम” केवल कांग्रेस और उसके समर्थकों के लिए सुरक्षित होगा।
सरकार का रुख
असम के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री पियूष हजारिका ने कहा कि भाजपा के वीडियो केवल “अवैध प्रवासियों से बदलती जनसांख्यिकी” की चेतावनी देते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि अगर मुद्दा अवैध प्रवासियों का है तो उन्हें ‘इस्लामोफोबिया’ क्यों दिख रहा है? वहीं, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस और गोगोई पाकिस्तान जैसे गंभीर मुद्दों का भी मजाक बना रहे हैं। उन्होंने गोगोई को अमूल बेबी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को केवल पीआर से आगे बढ़ने की आदत है।

असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन बेदब्रत बोरा ने भाजपा की सोशल मीडिया सेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में आरोप है कि इन वीडियो का मकसद सांप्रदायिक विद्वेष फैलाना, धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और अपराधी साजिश रचना है। बोरा ने कहा कि यह कदम सीधे तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, जो इस समय बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) चुनावों के लिए लागू है।
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भाजपा नेताओं पर सीधे आरोप
कांग्रेस की शिकायत में कहा गया है कि जिम्मेदारी असम भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया, पार्टी की सोशल मीडिया इकाई के सह-संयोजक शेखरज्योति बैश्य और अन्य अज्ञात पदाधिकारियों पर है। बोरा ने मीडिया को बताया कि यह वीडियो 'असम विदआउट भाजपा' शीर्षक से 15 सितंबर को जारी किया गया, जिसमें राज्य को मुस्लिम बहुल दिखाने की कोशिश की गई।
वीडियो की सामग्री पर आपत्ति
बोरा ने कहा कि वीडियो में सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस बिक्री की वैधता, इस्लामी प्रतीकों से सजाए गए स्थलों, 90 प्रतिशत मुस्लिम आबादी के बढ़े-चढ़े दावों और शरीया जैसे कानून लागू करने की तस्वीरें दिखाई गईं। वीडियो के अंत में संदेश था कि 'अपने वोट सोच-समझकर डालें।' कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह सामग्री नफरत और डर फैलाने के लिए बनाई गई है।
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कांग्रेस नेताओं पर निशाना
कांग्रेस का आरोप है कि वीडियो में राहुल गांधी और गौरव गोगोई की छवि को भी खराब करने की कोशिश की गई। बोरा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी 12 सितंबर को इसी तरह का वीडियो जारी किया गया था। उन्होंने इसे असम की नाजुक सांप्रदायिक स्थिति के लिए खतरनाक बताया और पुलिस से फॉरेंसिक जांच कराकर भाजपा सोशल मीडिया इकाई के उपकरण जब्त करने की मांग की।
पोस्ट हटाने की मांग
बोरा ने पुलिस से कहा कि आईटी एक्ट, 2000 के तहत संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से वीडियो तुरंत हटाने के निर्देश दिए जाएं, ताकि यह और ज्यादा न फैल सके। साथ ही, इस मामले की जानकारी असम राज्य चुनाव आयोग को भी दी जानी चाहिए। पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा का पलटवार
इस बीच भाजपा लगातार अपने एक्स हैंडल पर वीडियो साझा कर रही है। पहला वीडियो असम विदआउट भाजपा शीर्षक से जारी हुआ था, जिसमें दावा किया गया कि अवैध प्रवासी गुवाहाटी, हवाई अड्डे, स्टेडियम, चाय बागान और रंगघर जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर कब्जा कर लेंगे। वीडियो में लिखा गया कि हम इस ‘पाइजान’ के सपने को सच नहीं होने देंगे। भाजपा गौरव गोगोई को ‘पाइजान’ कहकर संबोधित करती रही है।
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गोगोई का पलटवार
गोगोई ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि उसकी आईटी सेल के बनाए शब्द, तस्वीरें और वीडियो असम समाज को जरा भी प्रभावित नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि असम का गौरव संत श्रीमंत शंकरदेव, आजन पीर, स्वर्गदेव सिउकाफा, लाचित बरफुकन और भूपेन हजारिका जैसे विभूतियों से बना है। उन्होंने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि वे गाय, कोयला, पान और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े लोगों के इशारों पर राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस का विजन
गोगोई ने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य एक ऐसा समाज बनाना है जहां युवा पायलट, इंजीनियर, डॉक्टर, उद्यमी, बैंकर और बिजनेस मालिक बनें। उन्होंने कहा कि हम एक बड़े असम का निर्माण करना चाहते हैं, जहां मेहनत नफरत से बड़ी हो, शालीनता अहंकार पर भारी पड़े और लोकतंत्र तानाशाही को हराए।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा ने गोगोई के बयान पर तंज कसा और कहा कि “विजनरी पाइजान” ऐसा असम बनाना चाहते हैं जहां उनकी अपनी पीढ़ी कदम रखने की हिम्मत न करे। भाजपा ने लिखा कि गोगोई का “बोर असम” केवल कांग्रेस और उसके समर्थकों के लिए सुरक्षित होगा।
सरकार का रुख
असम के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री पियूष हजारिका ने कहा कि भाजपा के वीडियो केवल “अवैध प्रवासियों से बदलती जनसांख्यिकी” की चेतावनी देते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि अगर मुद्दा अवैध प्रवासियों का है तो उन्हें ‘इस्लामोफोबिया’ क्यों दिख रहा है? वहीं, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस और गोगोई पाकिस्तान जैसे गंभीर मुद्दों का भी मजाक बना रहे हैं। उन्होंने गोगोई को अमूल बेबी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को केवल पीआर से आगे बढ़ने की आदत है।