बिपरजॉय पर रिपोर्ट: 1977 के बाद उत्तरी हिंद महासागर में सबसे लंबी अवधि का चक्रवाती तूफान, 13 दिन तक मचाई तबाही
Biparjoy Cyclone: आईएमडी ने बिपरजॉय पर एक रिपोर्ट में कहा कि चक्रवाती तूफान का कुल जीवनकाल 13 दिन और तीन घंटे था, जो अरब सागर के ऊपर छह दिन और तीन घंटे के गंभीर चक्रवाती तूफानों के औसत जीवन काल से दोगुने से अधिक था।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि इस महीने की शुरुआत में गुजरात में तबाही मचाने वाला बिपरजॉय 1977 के बाद से उत्तरी हिंद महासागर में सबसे लंबी अवधि का चक्रवाती तूफान है। इस साल अरब सागर के ऊपर पहला चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' छह जून को दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर से उठा था और 15 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर पहुंचा था।
आईएमडी ने बिपरजॉय पर एक रिपोर्ट में कहा कि चक्रवाती तूफान का कुल जीवनकाल 13 दिन और तीन घंटे था, जो अरब सागर के ऊपर छह दिन और तीन घंटे के गंभीर चक्रवाती तूफानों के औसत जीवन काल से दोगुने से अधिक था।
उत्तरी हिंद महासागर के ऊपर सबसे लंबी अवधि का चक्रवात बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित हुआ था और 8 से 23 नवंबर 1977 के बीच अरब सागर के ऊपर कमजोर हो गया था, जिसकी जीवन अवधि 14 दिन और छह घंटे थी।
हाल के वर्षों में, अरब सागर के ऊपर अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान क्यार (अक्तूबर, 2019) का जीवनकाल नौ दिन और 15 घंटे था, जबकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान गाजा (नवंबर, 2018) की जीवन अवधि नौ दिन और 15 घंटे थी।
बिपरजॉय ने 2,525 किलोमीटर की अपनी दौड़ में नौ बार रास्तों को भी बदला, जिससे मौसम विज्ञानियों के लिए चक्रवात के मार्ग की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो गया। यह 11 जून को अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया था, लेकिन चार दिन बाद यह कमजोर होकर बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस) में तब्दील हो गया।