Babul v/s BJP: केंद्र में आठ साल से कोई बंगाली कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं, सुप्रियो ने भाजपा पर कसा तंज
भाजपा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि आपकी केंद्र में आठ साल से सरकार है, बंगाल से चुने गए 18 सांसद हैं, फिर भी क्या आपको लगता है कि बंगाली इतने अक्षम हैं कि राज्य से किसी को कैबिनेट मंत्री नहीं बना सकते? मेरा पूरा परिवार हैरान था, यह बंगाल के लोगों से विश्वासघात है।
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तृणमूल कांग्रेस के नेता और बुधवार को पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में मंत्री बनाए गए बाबुल सुप्रियो ने भाजपा पर तंज कसने के साथ जमकर निशाना साधा। तृणमूल में शामिल होकर मंत्री बनने को लेकर आलोचना के जवाब में सुप्रियो ने कहा- 'बलि का बकरा बनने से अच्छा है कि मैं पाला बदलने का साहस कर पाया। मंत्री पद की दूसरी पारी, पहली से बेहतर रहेगी।' उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि केंद्र में बीते आठ सालों से कोई बंगाली कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं है? भाजपा मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकती, क्योंकि वह खुद आधी राज्य सरकारें खरीद-फरोख्त से चला रही है।'
ममता सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए सुप्रियो पहले मोदी सरकार-1 में राज्यमंत्री थे। मोदी सरकार-2 में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था। इसके बाद सितंबर 2021 में वे भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पिछले साल अप्रैल में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में उन्होंने टीएमसी के टिकट पर कोलकाता की बालीगंज सीट से चुनाव जीता था। सुप्रियो को ममता मंत्रिमंडल में पर्यटन व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग दिए गए हैं।
बंगाली लोगों के साथ भाजपा ने किया विश्वासघात
पाला बदलने व ममता सरकार में मंत्री बनने को लेकर भाजपा द्वारा की जा रही आलोचना के जवाब में उन्होंने सवाल किया कि कोई बंगाली दिल्ली में कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं हो सकता? मैं दो बार आसनसोल से सांसद चुना गया था। भाजपा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि आपकी केंद्र में आठ साल से सरकार है, बंगाल से चुने गए 18 सांसद हैं, फिर भी क्या आपको लगता है कि बंगाली इतने अक्षम हैं कि राज्य से किसी को कैबिनेट मंत्री नहीं बना सकते? मेरा पूरा परिवार हैरान था, यह बंगाल के लोगों से विश्वासघात है।
दीदी ने जिम्मेदारी दी, पैर छुकर आशीर्वाद लिया
बंगाल के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, 'मुझे दीदी ने जिम्मेदारी दी है। मैंने आज उनके पैर छुए। मेरी दूसरी पारी पहली पारी की तुलना में शानदार होगी।' बता दें, सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव किया। इसमें सुप्रियो समेत आठ मंत्री बनाए गए हैं। यह फेरबदल 2011 से बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा माना जा रहा है।
हालांकि, ममता सरकार को यह बदलाव राज्य में उजागर हुए एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले की वजह से करना पड़ा है। इस घोटाले में ममता बनर्जी के करीबी व आठ विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद चटर्जी को ममता मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया है।
भाजपा दलबदल से चला रही आधी राज्य सरकारें
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुप्रियो ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि वह उन पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकती है। सुप्रियो के मंत्री बनने पर उन्हें ट्विटर पर ट्रोल किया जा रहा था कि मंत्री बनने के लिए उन्होंने पाला बदला। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि वह उस पार्टी को छोड़ने का साहस कर सके, जिसने उन्हें बलि का बकरा बनाने का प्रयास किया था। उन्होंने यह भी कहा कि दलबदल का आरोप इसलिए भी गलत है, क्योंकि भाजपा खुद अपनी आधी राज्य सरकारें इसी दलबदल के आधार पर चला रही है।
भाजपा पर तंज कसते हुए सुप्रियो ने कहा, 'बंगाल में आपका 'ऑपरेशन झारखंड' बेनकाब हो गया। यह पार्टी अपराधियों के लिए एक 'वाशिंग मशीन' जैसी है। इतिहास में कभी भी एक सत्ताधारी दल को विपक्ष से इतनी नफरत नहीं थी।'
And guess what, today is 3rd August, SAME DAY last year when I wrote my FB post about abandoning 'Ungrateful Unethical' BJP after Hon'ble Speaker didn't accept my resignation officially on the 7th of July evening, the very day I was given a raw/cruel deal..
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) August 3, 2022