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ED: केवाईसी का दुरुपयोग, धोखाधड़ी कर कमाए 505 करोड़, गेम्स एप में 'सॉफ्टवेयर' को इंसानों की जगह बनाया 'प्लेयर'
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Mon, 24 Nov 2025 05:16 PM IST
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ED (सांकेतिक)
- फोटो : Adobe Stock
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विनजो गेम्स एप के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस खेल में शामिल लोग यह समझते रहे कि वे इंसानों के साथ खेल रहे हैं, जबकि हकीकत यह थी कि वे सॉफ्टवेयर/एल्गोरिदम के साथ खेलते रहे। उन्हें यह बात पता ही नहीं चल सकी। इस तरह बहुत से लोगों के साथ धोखा कर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया। दूसरा, लोगों के केवाईसी दस्तावेजों का दुरुपयोग किया गया। आरोपियों ने लगभग 505 करोड़ रुपये बतौर 'अपराध की आय' एकत्र कर लिए। 'अपराध की आय' को विदेशी निवेश की आड़ में अमेरिका और सिंगापुर भेज दिया गया।
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), बेंगलुरु जोनल कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत विनजो गेम्स एप के मामले में 18.11.2025 से 22.11.2025 तक दिल्ली और गुड़गांव में चार स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। मेसर्स विनजो गेम्स प्राइवेट लिमिटेड अपने एप - विनजो के माध्यम से ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग सेवाओं के व्यवसाय में है।
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तलाशी के दौरान, धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 17 (1ए) के तहत विनजो गेम्स प्राइवेट लिमिटेड के पास मौजूद लगभग 505 करोड़ रुपये मूल्य की अपराध आय (पीओसी) को बैंक बैलेंस, बॉन्ड, एफडीआर, म्यूचुअल फंड के रूप में फ्रीज कर दिया गया है। लिमिटेड और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, खातों को ब्लॉक करने, प्रतिरूपण, पैन का दुरुपयोग आदि के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि शिकायतकर्ताओं के केवाईसी का विनजो और अन्य द्वारा दुरुपयोग किया गया था। शिकायतकर्ताओं को विनजो और अन्य द्वारा धोखाधड़ी गतिविधियों और धोखाधड़ी के कारण काफी नुकसान हुआ है। ईडी की जांच से पता चला है कि विनजो कंपनी भारत से (भारतीय इकाई द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उसी प्लेटफ़ॉर्म पर) ब्राजील, अमेरिका और जर्मनी जैसे विदेशी देशों में रियल मनी गेम्स (आरएमजी) चला रही है। केंद्र सरकार द्वारा आरएमजी पर प्रतिबंध (22/08/2025 से प्रभावी) के बाद भी, कंपनी के पास अभी भी 43 करोड़ रुपये की राशि है, जो गेमर्स/ग्राहकों को वापस नहीं की गई है।
ईडी के अनुसार, मेसर्स विनजो प्राइवेट लिमिटेड आपराधिक गतिविधियों और बेईमानी में लिप्त थी। यानी ग्राहकों को एल्गोरिदम/सॉफ्टवेयर के साथ खेलने के लिए मजबूर किया जाता था। उन्हें बिना यह बताए कि वे सॉफ्टवेयर/एल्गोरिदम के साथ खेल रहे हैं, न कि इंसानों के साथ। विनजो ने मेसर्स विनजो प्राइवेट लिमिटेड के वॉलेट में ग्राहकों द्वारा रखे गए धन की निकासी को भी रोक दिया गया या सीमित कर दिया गया।
मेसर्स विनजो प्राइवेट लिमिटेड ने ऐसे एल्गोरिदम/सॉफ्टवेयर के बेईमान उपयोग के माध्यम से वास्तविक ग्राहकों द्वारा लगाई गई और हारी गई शर्त राशि के रूप में पीओसी भी उत्पन्न किया है, जो इकाई द्वारा अपने बैंक खातों में प्राप्त किया जाता है।
ईडी की जांच से यह भी पता चला है कि वैश्विक संचालन, यानी सभी प्रकार के खेलों (आरएमजी सहित) की मेजबानी, भारत से एक ही एप (एप्लिकेशन) और एक ही प्लेटफ़ॉर्म के तहत की जाती है। यह भी पाया गया कि भारतीय इकाई द्वारा विदेशी निवेश की आड़ में धन को अमेरिका और सिंगापुर भेज दिया गया है। 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर (489.90 करोड़ रुपये) की धनराशि अमेरिका में उनके बैंक खाते ('विंज़ो यूएस इंक' के नाम से बैंक खाते) में जमा की गई है, जो एक मुखौटा कंपनी है, क्योंकि सभी संचालन और दैनिक व्यावसायिक गतिविधियां, बैंक खातों का संचालन भारत से किया जाता है।