सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   Bangladesh Media Attack: Shashi Tharoor Raises Alarm, Says Assault Is on Democracy’s Very Foundations

Bangladesh: 'मोहम्मद यूनुस खुद दें दखल, भीड़तंत्र को हावी...', बांग्लादेश हिंसा पर शशि थरूर ने दी सलाह

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवम गर्ग Updated Sat, 20 Dec 2025 10:45 AM IST
सार

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बांग्लादेश में हुए स्थानीय अखबारों के दफ्तर में हमले पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा- मीडिया संस्थानों पर हमला नहीं है, बल्कि यह प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है।

विज्ञापन
Bangladesh Media Attack: Shashi Tharoor Raises Alarm, Says Assault Is on Democracy’s Very Foundations
शशि थरूर - फोटो : ANI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

बांग्लादेश से आ रही हिंसा की खबरों पर कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रोथोम आलो और डेली स्टार के दफ्तरों पर की गई भीड़ द्वारा हिंसा और आगजनी सिर्फ दो मीडिया संस्थानों पर हमला नहीं है, बल्कि यह प्रेस की स्वतंत्रता और बहुलतावादी समाज की बुनियाद पर सीधा प्रहार है।

Trending Videos


थरूर ने डेली स्टार के संपादक महफूज अनाम और अन्य साहसी पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की। उनका कहना है कि पत्रकारों को अपनी जान बचाने के लिए संदेश भेजने पड़ें, जबकि उनके दफ्तर जल रहे हों यह किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए बेहद खतरनाक संकेत है।
विज्ञापन
विज्ञापन


वीजा सेवाएं बंद होना बड़ी चिंता
उन्होंने बताया कि बढ़ते सुरक्षा खतरों के चलते खुलना और राजशाही स्थित भारतीय सहायक उच्चायोगों में वीजा सेवाओं का निलंबन एक बड़ा झटका है। इसका सीधा असर छात्रों, मरीजों और परिवारों पर पड़ा है, जो भारत-बांग्लादेश के बीच सामान्य होती आवाजाही से राहत महसूस कर रहे थे।


 

अंतरिम सरकार से तीन अहम मांगें
स्थिर और समृद्ध पड़ोस के लिए थरूर ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से तीन प्रमुख कदम उठाने की अपील की:-

  • पत्रकारों की सुरक्षा: भीड़तंत्र को हावी न होने दिया जाए और मीडिया कर्मियों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
  • राजनयिक मिशनों की सुरक्षा: दूतावास और वाणिज्य दफ्तर सुरक्षित रहें, ताकि लोगों के बीच संपर्क बना रहे।
  • शांति की बहाली: हिंसा की जगह संवाद को प्राथमिकता दी जाए। इसमें अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस को खुद नेतृत्व करना चाहिए।
चुनाव से पहले बिगड़ता माहौल
शशि थरूर ने याद दिलाया कि बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को राष्ट्रीय चुनाव होने हैं। ऐसे में हिंसा और असहिष्णुता का माहौल लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने चेताया कि अगर हालात नहीं संभले, तो चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं।

पूरे क्षेत्र के लिए जरूरी है बांग्लादेश की स्थिरता
शशि थरूर ने कहा कि बांग्लादेश की स्थिरता पूरे क्षेत्र के लिए बेहद अहम है। उम्मीद है कि देश में जल्द शांति लौटे और जनता की आवाज हिंसा या डर से नहीं, बल्कि मतपत्र के जरिए सुनी जाए।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed