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'सहयोगियों को खत्म करने पर तुली BJP': शिंदे के PM मोदी से मुलाकात पर कांग्रेस बोली- पार्टी को बचाने दिल्ली आए
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली/ मुंबई
Published by: पवन पांडेय
Updated Sat, 25 Oct 2025 07:26 PM IST
सार
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के 2029 तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहने वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है। इसी बीच डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने आज दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की है। जिसे लेकर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि शिंदे अपनी पार्टी को बचाने के लिए दिल्ली आएं हैं।
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दिल्ली में पीएम मोदी से मिले एकनाथ शिंदे
- फोटो : X @mieknathshinde
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विस्तार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे। यह मुलाकात राज्य में आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर हुई। वहीं कांग्रेस पार्टी ने इस मुलाकात पर तंज कसा है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने सहयोगियों को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे 'अपने दल की सुरक्षा के लिए' दिल्ली गए।
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अपनी पार्टी को बचाने के लिए दिल्ली आए शिंदे- सपकाल
हर्षवर्धन सपकाल ने कहा, 'भाजपा चाहती थी कि शिंदे सेना और अजित पवार की एनसीपी अपने दम पर चुनाव लड़े, ताकि उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर किया जा सके। शिंदे ने इस योजना को समझते हुए तुरंत दिल्ली जाकर अपनी पार्टी को बचाने की कोशिश की।' उन्होंने कहा कि भाजपा, शिंदे सेना और एनसीपी का यह 'ट्रिपल इंजन' गठबंधन आंतरिक संघर्षों से भरा हुआ है। तीनों पार्टियों में एक दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ चल रही है, जिससे गठबंधन की स्थिरता पर सवाल उठते हैं।
पीएम से मुलाकात को शिंदे ने बताया शिष्टाचार भेंट
वहीं एकनाथ शिंदे ने मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि यह एक सांस्कृतिक और शिष्टाचार भेंट थी, और उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद किया कि उन्होंने बिहार चुनावों के बीच समय दिया। मुलाकात करीब 90 मिनट चली। उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की। स्थानीय निकाय चुनावों में साझेदार पार्टियां अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, न कि किसी गठबंधन के तहत। उन्होंने कहा, 'ये जमीनी चुनाव हैं। स्थानीय नेता महसूस करते हैं कि उन्हें अपने बल पर चुनाव लड़ना चाहिए।'
शीर्ष नेताओं के फैसले के अनुसार चलेंगे स्थानीय नेता
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सीनियर नेताओं के फैसले आने के बाद, स्थानीय नेता उसी के अनुसार चलेंगे। शिवसेना विशेष रूप से मुंबई, नासिक, पुणे, पालघर, कल्याण, डोंबिवली और नवी मुंबई नगर निगमों में भाजपा के बराबर भागीदार के रूप में चुनाव लड़ना चाहती है। पुणे में रविंद्र ढांगेकर और भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल के बीच भूमि सौदों को लेकर चल रही विवाद पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि संदेश भेजे गए हैं कि गठबंधन में कोई कड़वाहट नहीं होनी चाहिए। रविंद्र ढांगेकर ने मुरलीधर मोहोल पर भूमि सौदों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। बता दें, रविंद्र ढांगेकर 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए और मार्च 2025 में शिवसेना में शामिल हो गए।
यह भी पढ़ें - Gujarat: प्रतिबंध के बावजूद अहमदाबाद के फार्महाउस में चल रही थी शराब पार्टी, 13 अफ्रीकियों समेत 20 गिरफ्तार
महिला डॉक्टर के सुसाइड केस को सपकाल हमलावर
कांग्रेस नेता ने सतारा जिले में एक महिला डॉक्टर के कथित आत्महत्या के मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना की और कहा कि सरकार असंवेदनशील और असक्षम है। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दबाव डालने की खबरें हैं। सपकाल ने शिंदे के सहयोगी अजित पवार पर भी कटाक्ष किया और कहा कि भाजपा की झूठ बोलने की शैली शायद पवार पर भी असर कर गई है।
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अपनी पार्टी को बचाने के लिए दिल्ली आए शिंदे- सपकाल
हर्षवर्धन सपकाल ने कहा, 'भाजपा चाहती थी कि शिंदे सेना और अजित पवार की एनसीपी अपने दम पर चुनाव लड़े, ताकि उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर किया जा सके। शिंदे ने इस योजना को समझते हुए तुरंत दिल्ली जाकर अपनी पार्टी को बचाने की कोशिश की।' उन्होंने कहा कि भाजपा, शिंदे सेना और एनसीपी का यह 'ट्रिपल इंजन' गठबंधन आंतरिक संघर्षों से भरा हुआ है। तीनों पार्टियों में एक दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ चल रही है, जिससे गठबंधन की स्थिरता पर सवाल उठते हैं।
पीएम से मुलाकात को शिंदे ने बताया शिष्टाचार भेंट
वहीं एकनाथ शिंदे ने मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि यह एक सांस्कृतिक और शिष्टाचार भेंट थी, और उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद किया कि उन्होंने बिहार चुनावों के बीच समय दिया। मुलाकात करीब 90 मिनट चली। उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की। स्थानीय निकाय चुनावों में साझेदार पार्टियां अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, न कि किसी गठबंधन के तहत। उन्होंने कहा, 'ये जमीनी चुनाव हैं। स्थानीय नेता महसूस करते हैं कि उन्हें अपने बल पर चुनाव लड़ना चाहिए।'
शीर्ष नेताओं के फैसले के अनुसार चलेंगे स्थानीय नेता
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सीनियर नेताओं के फैसले आने के बाद, स्थानीय नेता उसी के अनुसार चलेंगे। शिवसेना विशेष रूप से मुंबई, नासिक, पुणे, पालघर, कल्याण, डोंबिवली और नवी मुंबई नगर निगमों में भाजपा के बराबर भागीदार के रूप में चुनाव लड़ना चाहती है। पुणे में रविंद्र ढांगेकर और भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल के बीच भूमि सौदों को लेकर चल रही विवाद पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि संदेश भेजे गए हैं कि गठबंधन में कोई कड़वाहट नहीं होनी चाहिए। रविंद्र ढांगेकर ने मुरलीधर मोहोल पर भूमि सौदों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। बता दें, रविंद्र ढांगेकर 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए और मार्च 2025 में शिवसेना में शामिल हो गए।
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महिला डॉक्टर के सुसाइड केस को सपकाल हमलावर
कांग्रेस नेता ने सतारा जिले में एक महिला डॉक्टर के कथित आत्महत्या के मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना की और कहा कि सरकार असंवेदनशील और असक्षम है। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दबाव डालने की खबरें हैं। सपकाल ने शिंदे के सहयोगी अजित पवार पर भी कटाक्ष किया और कहा कि भाजपा की झूठ बोलने की शैली शायद पवार पर भी असर कर गई है।