सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   Cong leader Surjewala Said Didn't discuss leadership change with MLAs, MPs in Karnataka

Karnataka: कर्नाटक कांग्रेस में बदलाव की अटकलों पर विराम, सुरजेवाला बोले- नेतृत्व नहीं, कामकाज की हो रही जांच

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बंगलूरू Published by: शुभम कुमार Updated Tue, 01 Jul 2025 05:03 PM IST
सार

कर्नाटक कांग्रेस के नेतृत्व में फेरदबल की अटकलों पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पूरी तरह से विराम लगा दिया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि नेतृत्व परिवर्तन की कोई चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पार्टी पूरी तरह से अपने विधायकों, मंत्रियों और संगठनों के कामकाज की समीक्षा पर फोकस कर रही है। ताकि आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके और जनता से किए वादे पूरे हों।

विज्ञापन
Cong leader Surjewala Said Didn't discuss leadership change with MLAs, MPs in Karnataka
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला - फोटो : ANI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

कर्नाटक कांग्रेस में शिर्ष नेतृत्व में बदलाव को लेकर तेज होती अटकलों पर पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने एक बार फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को उन्होंने नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा को सिरे ने नकारते हुए साफ और स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर किसी भी तरह की राय नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वे केवल विधायकों और सांसदों से उनके क्षेत्रों में किए गए कार्यों की जानकारी ले रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुरजेवाला ने कहा कि कल भी मैंने जवाब दिया था और आज भी साफ कर रहा हूं नेतृत्व परिवर्तन को लेकर राय लेने का सवाल ही नहीं है। जवाब केवल एक शब्द में है नहीं।

Trending Videos

बता दें कि सुरजेवाला ने मामले में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। इस दौरान सुरजेवाला के साथ कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम डीके. शिवकुमार भी मौजूद थे। सुरजेवाला ने बताया कि वे विधायकों, सांसदों, एमएलसी और हाल में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़े उम्मीदवारों से मुलाकात कर रहे हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन


विधायकों से मांगी परफॉर्मेंस रिपोर्ट
सुरजेवाला ने कहा कि हम अपने विधायकों से मिल रहे हैं ताकि जान सकें कि उन्होंने बीते दो वर्षों में अपने क्षेत्र में क्या काम किया है। हर विधायक की जनता के प्रति जवाबदेही होती है और कांग्रेस के चुनावी वादों को पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है। इसलिए हम उनसे रिपोर्ट कार्ड मांग रहे हैं।

सुरजेवाला ने आगे कहा कि विधायकों से यह भी पूछा जा रहा है कि उनके क्षेत्र में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी और विधानसभा कांग्रेस कमेटी की क्या स्थिति है और उन्होंने कितनी बार पार्टी बैठकें आयोजित कीं। साथ ही, उनसे यह भी पूछा जा रहा है कि उन्हें अपने क्षेत्र में किन दिक्कतों या जरूरतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि विधायकों की कोई अपेक्षाएं हैं तो उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सरकार तक पहुंचाया जाएगा।


ये भी पढ़ें:- केंद्र ने कई योजनाओं को दी मंजूरी: रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को हरी झंडी, नई खेल नीति पर लगी मुहर

मंत्रियों और मोर्चा संगठनों से भी होगी बातचीत
विधायकों के बाद, सुरजेवाला ने बताया कि वे मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे ताकि यह जाना जा सके कि उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में क्या कार्य किया है। इसके साथ ही युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एससी/एसटी, ओबीसी, किसान और अल्पसंख्यक विभाग जैसे फ्रंटल संगठनों की भूमिका की भी समीक्षा की जाएगी।

कर्नाटक में कांग्रेस की योजना की गारंटी पर फोकस
सुरजेवाला ने कहा कि इस दौरान सरकार की पांच बड़ी गारंटी योजनाओं की भी समीक्षा की जाएगी। गौरतलब है कि कर्नाटक कांग्रेस की पांच प्रमुख योजनाओं में महिलाओं को ₹3,000 मासिक सहायता देना, किसानों के लिए ₹3 लाख तक का कर्ज माफी, हर परिवार को ₹25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा देना, बेरोजगार युवाओं को ₹4,000 मासिक भत्ता देना और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जैसी योजनाएं शामिल है। 

भाजपा पर लगाया योजना बंद करने का आरोप
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने आगे भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इन योजनाओं को बंद कराना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि 58,000 करोड़ रुपये कन्नड़ जनता के खातों में न जाएं। लेकिन कांग्रेस की गारंटी योजनाएं कभी बंद नहीं होंगी।

ये भी पढ़ें:- Indian Navy: अरब सागर में फिर देवदूत बनी भारतीय नौसेना, विदेशी टैंकर में लगी आग बुझाई; बचाई 14 भारतीयों की जान

बागी तेवर अपनाने वाले विधायकों को दी नसीहत
इसके अलावा अंत में सुरजेवाला ने उन विधायकों को भी सलाह दी जो सार्वजनिक रूप से सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी विधायक को कोई समस्या है तो उसे परिवार के मुखिया से बात करनी चाहिए पार्टी के लिए डी.के. शिवकुमार और सरकार के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर की बातों को सार्वजनिक मंच पर लाना उचित नहीं है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed