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चक्रवात 'दाना': रात सचिवालय में ही रहेंगी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, हालात पर रखेंगी नजर
अमर उजाला ब्यूरो, कोलकाता।
Published by: निर्मल कांत
Updated Thu, 24 Oct 2024 05:52 PM IST
सार
Cyclone Dana: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मानव जीवन सबसे मूल्यवान है। लोगों की जान बचानी होगी। इसलिए स्कूलों को बंद किया गया है। मैं आज रात नवान्न में रहूंगी। आपदा प्रबंधन विभाग के सभी लोग काम करेंगे।
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चक्रवात दाना
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
चक्रवाती तूफान 'दाना' गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में टकराने की संभावना है। इसके मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार इस पर नजर रख रही हैं। अधिकारियों के साथ बैठकें कर रही हैं। इस बीच, जानकारी मिल रही है मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज रात नवान्न (सचिवालय) में अपने दफ्तर में ही रहेंगी और स्थिति पर नजर रखेंगी। उन्होंने बताया कि नवान्न में 24 घंटे हेल्पलाइन चालू रहेगी। नवान्न में हेल्पलाइन नंबर (033) 22143526 है। साथ ही जिलों में भी हेल्पलाइन शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, मानव जीवन सबसे मूल्यवान है। लोगों की जान बचानी होगी। इसलिए स्कूलों को बंद किया गया है। मैं आज रात नवान्न में रहूंगी। आपदा प्रबंधन विभाग के सभी लोग काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वह अपने दफ्तर से सभी कार्यों की निगरानी करेंगी। जो अधिकारी रात में नवान्न में रहेंगे, उनके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।
बंगाल के नौ जिलों में स्कूल बंद
आपदा के आशंकाओं के चलते राज्य के 9 जिलों में सभी स्कूल बंद रखने का निर्णय प्रशासन ने लिया है। उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता, हावड़ा, हुगली, बांकुरा, पश्चिम मेदिनीपुर और झाड़ग्राम में चक्रवात का प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए अग्रिम सुरक्षा के तौर पर 23 से 26 अक्टूबर तक राज्य के इन नौ जिलों के सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है, जैसा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही बताया था।
स्थिति की जानकारी दे रहीं मुख्यमंत्री
वर्तमान में चक्रवात सागर द्वीप से 270 किलोमीटर दूर है। गुरुवार आधी रात से शुक्रवार सुबह के बीच चक्रवात टकरा सकता है। उससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्थिति पर जागरूक नजर रख रही हैं। 'दाना' के स्थलीय क्षेत्र में आने से पहले गुरुवार शाम को उन्होंने स्थिति की जानकारी साझा की।
बंगाल में बनाए गए हैं 851 कैंप
मुख्यमंत्री ने बताया कि आपदा के संभावित क्षेत्रों से 3,56,941 लोगों को पहचाना गया है। हालांकि, उनमें से सभी ने अभी तक सुरक्षित स्थान पर आश्रय नहीं लिया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 1,59,837 लोग सुरक्षित स्थान पर आश्रय ले चुके हैं। बाद में और अधिक लोग सुरक्षित स्थान पर आने की उम्मीद जताई गई है। आपदा प्रबंधन के लिए 851 कैंप चलाए जा रहे हैं। विभिन्न राहत शिविरों में 83,583 लोग आश्रय ले चुके हैं।
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, मानव जीवन सबसे मूल्यवान है। लोगों की जान बचानी होगी। इसलिए स्कूलों को बंद किया गया है। मैं आज रात नवान्न में रहूंगी। आपदा प्रबंधन विभाग के सभी लोग काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वह अपने दफ्तर से सभी कार्यों की निगरानी करेंगी। जो अधिकारी रात में नवान्न में रहेंगे, उनके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।
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बंगाल के नौ जिलों में स्कूल बंद
आपदा के आशंकाओं के चलते राज्य के 9 जिलों में सभी स्कूल बंद रखने का निर्णय प्रशासन ने लिया है। उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता, हावड़ा, हुगली, बांकुरा, पश्चिम मेदिनीपुर और झाड़ग्राम में चक्रवात का प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए अग्रिम सुरक्षा के तौर पर 23 से 26 अक्टूबर तक राज्य के इन नौ जिलों के सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है, जैसा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही बताया था।
स्थिति की जानकारी दे रहीं मुख्यमंत्री
वर्तमान में चक्रवात सागर द्वीप से 270 किलोमीटर दूर है। गुरुवार आधी रात से शुक्रवार सुबह के बीच चक्रवात टकरा सकता है। उससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्थिति पर जागरूक नजर रख रही हैं। 'दाना' के स्थलीय क्षेत्र में आने से पहले गुरुवार शाम को उन्होंने स्थिति की जानकारी साझा की।
बंगाल में बनाए गए हैं 851 कैंप
मुख्यमंत्री ने बताया कि आपदा के संभावित क्षेत्रों से 3,56,941 लोगों को पहचाना गया है। हालांकि, उनमें से सभी ने अभी तक सुरक्षित स्थान पर आश्रय नहीं लिया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 1,59,837 लोग सुरक्षित स्थान पर आश्रय ले चुके हैं। बाद में और अधिक लोग सुरक्षित स्थान पर आने की उम्मीद जताई गई है। आपदा प्रबंधन के लिए 851 कैंप चलाए जा रहे हैं। विभिन्न राहत शिविरों में 83,583 लोग आश्रय ले चुके हैं।
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