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Gujarat: 360 करोड़ के पोंजी घोटाले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार; एक करोड़ से अधिक की बैंक डकैती में आठ गिरफ्तार
एजेंसी, अहमदाबाद/सूरत
Published by: दीपक कुमार शर्मा
Updated Fri, 27 Dec 2024 11:37 PM IST
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सार
गुजरात में 360 करोड़ से अधिक के घोटाले में आरोपी पोंजी स्कीम संचालक भूपेंद्र सिंह जाला को सीआईडी ने मेहसाणा जिले के एक गांव से गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, सूरत में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से 1.05 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण चुराने के मामले में पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

पोंजी स्कीम संचालक भूपेंद्र सिंह जाला
- फोटो : एएनआई
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विस्तार
गुजरात सीआईडी ने 360 करोड़ से अधिक के घोटाले में आरोपी पोंजी स्कीम संचालक भूपेंद्र सिंह जाला को मेहसाणा जिले के एक गांव से गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि जाला की पोन्जी स्कीम ने चार साल में 360 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया था। उसके खिलाफ मामले दर्ज होने के बाद से वह करीब एक महीने से फरार था।

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पुलिस अधीक्षक (सीआईडी-क्राइम) हिमांशु वर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह जाला मेहसाणा के एक फार्महाउस में छिपा था। हमारी टीम ने उसे वहीं से दबोचा। सीआईडी के अनुसार, जाला ने 36 फीसदी वार्षिक ब्याज दर का लालच देकर लोगों को अपनी कंपनी बीजेड फाइनेंशियल सर्विस की योजनाओं में पैसा लगाने के लिए राजी किया। निवेशकों के 100 करोड़ रुपये का इस्तेमाल 17 संपत्तियां खरीदने में किया। नवंबर में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने और उसकी संपत्तियों पर छापे के बाद से जाला फरार था। पुलिस ने उसकी आलीशान संपत्तियों के अलावा पोर्श समेत पांच कारें जब्त की हैं, जिनकी कुल कीमत 9 करोड़ रुपये है।
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दीवार काटकर यूबीआई की शाखा से चुराए थे 1.05 करोड़
गुजरात के सूरत में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से 1.05 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण चुराने के मामले में एक अंतरराज्यीय गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों की पहचान दीपक महतो, यश महात्मा, बरखु कुमार बिंद, सूरज सिंह, जयप्रकाश बिंद, कुंदन कुमार बिंद, खीरू बिंद और बादल महतो के रूप में हुई। इन्हें सूरत, दिल्ली, पंजाब और बिहार से गिरफ्तार किया गया, जबकि प. बंगाल का रहने वाला मास्टरमाइंड सूरज लोहार फरार है। आरोपियों के पास से 53.58 लाख रुपये नकद और कीमती सामान बरामद किया गया है। 16 दिसंबर की रात कुछ अज्ञात लोग दीवार में छेद करके मंगरोल तालुका के पालोड में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) शाखा में घुस गए। चोरों ने 6 लॉकर तोड़कर 1.05 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण चुरा लिए। इसमें 1.47 किलोग्राम सोना और 4 किलोग्राम चांदी के आभूषण शामिल थे।
दीपक महतो और यश महात्मा ने की थी रेकी
अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि सूरत के सायन गांव के निवासी दीपक महतो और यश महात्मा ने लुहार की मदद से इलाके की रेकी की। लुहार ने अपराध को अंजाम देने के लिए अपने पिकअप ट्रक को तैनात किया। उनसे पूछताछ के बाद खीरू और कुंदन कुमार को बिहार के मुंगेर जिले से गिरफ्तार किया गया। बादलकुमार महतो को बिहार के भागलपुर से पकड़ा गया, जबकि जयप्रकाश को पंजाब से पकड़ा गया। सूरज सिंह और बरखुकुमार को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। महतो और लुहार एक ही गांव के हैं और एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं। सायन में एक श्रमिक ठेकेदार महतो ने लुहार को सूरत में स्थानीय व्यावसायिक इकाइयों में काम करने के लिए बुलाया। लुहार ने अगस्त में 20 दिन तक बैंक की रेकी की थी।