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Arogya Utsav: आरोग्य उत्सव में जुटे देश-विदेश के स्वास्थ्य विशेषज्ञ, आयुष चिकित्सा को बढ़ावा देने पर दिया जोर
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: बशु जैन
Updated Wed, 27 Aug 2025 07:01 PM IST
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सार
इंटीग्रेटेड आयुष काउंसिल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश-विदेश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं, विद्वानों और लोगों ने भाग लिया। इसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आयुष चिकित्सा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने पर जोर दिया।

आरोग्य उत्सव एक्सपो।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
भारत मंडपम में 24 अगस्त से 27 अगस्त तक तीन दिवसीय आरोग्य उत्सव एक्सपो 2025 का आयोजन किया गया। इंटीग्रेटेड आयुष काउंसिल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश-विदेश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं, विद्वानों और लोगों ने भाग लिया। इसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आयुष चिकित्सा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने पर जोर दिया।
महोत्सव का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। एक्सपो में आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पर अनेक सत्र हुए। विशेषज्ञों ने शोध और अनुभव साझा किए। साथ ही पंचकर्म, योग-प्रशिक्षण, हर्बल उपचार, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स और निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण के जरिये लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।
एक्सपो का उद्घाटन त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्रसेना रेड्डी नल्लू ने किया। उन्होंने कहा कि समाज की प्रगति नागरिकों के स्वास्थ्य पर निर्भर है। उन्होंने आयुष पद्धतियों को शिक्षा और जीवनशैली का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विपिन कुमार ने कहा कि परिषद का उद्देश्य परंपरा और आधुनिकता के संगम से विश्व को स्वास्थ्य की नई दृष्टि देना है। अंतरराष्ट्रीय योग गुरु डॉ. एचआर नागेंद्र ने कहा कि योग और आयुर्वेद केवल उपचार नहीं बल्कि जीवन का विज्ञान है। उन्होंने पारंपरिक पद्धतियों और आधुनिक शोध के बीच संतुलन की आवश्यकता बताई।
आचार्य बालकृष्ण जी ने कहा कि आयुर्वेद को घर-घर पहुंचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने भारतीय परंपरा और धरोहर को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का आह्वान किया। भारतीय योग संस्थान के अध्यक्ष देशराज ने कहा कि योग भारत की आत्मा है और इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना ही असली स्वास्थ्य है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे योग को केवल व्यायाम न समझें बल्कि आत्मिक संतुलन और राष्ट्र निर्माण का आधार मानें।
इस मौके पर इंटीग्रेटेड आयुष काउंसिल की अध्यक्ष डॉ. शिष्टा नड्डा ने घोषणा की कि अब परिषद एलोपैथी विशेषज्ञों के लिए भी खुली होगी। यह कदम एकीकृत स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूती प्रदान करेगा। डीपी मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. (डॉ.) राखी मेहर ने किया।
इस अवसर पर आयुष एक्सीलेंस अवार्ड डॉ. अकिलेश शर्मा, डॉ. हिमांशु वर्मा, डॉ. विनोद यादव को दिया गया। एम्स के डॉ. के अपर्णा शर्मा को मातृशक्ति शिशु कल्याण रत्न सम्मान - 2025 के साथ ही कृषि मंत्रालय के निदेशक डॉ शैलेश कुमार मिश्र को कृषि एवं किसान कल्याण रत्न सम्मान-2025 प्रदान किया गया । राज विद्या केंद्र की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वक्ता प्रेम रावत जी का वीडियो संदेश सुनाया गया।
कार्यक्रम में आंगतुकों ने पूरे एक्सपो का अवलोकन किया। आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, सिद्ध चिकित्सा पद्धतियों और हर्बल उत्पादों से जुड़े सैकड़ों स्टॉल्स आकर्षण का केंद्र बने। आयुर्वेदिक आहार, पंचकर्म चिकित्सा और योग प्रदर्शन ने लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी। ऑर्गेनिक उत्पादों और प्राकृतिक औषधियों को लेकर युवाओं और विदेशी आगंतुकों में विशेष उत्साह देखा गया। आयोजन में भारतीय योग संस्थान, राज विद्या केंद्र जैसे सहयोगी संगठनों की प्रमुख भूमिका रही।
समापन सत्र में वक्ताओं ने आरोग्य उत्सव एक्सपो को स्वस्थ भारत – समृद्ध भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। इंटीग्रेटेड आयुष काउंसिल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विपिन कुमार ने कहा कि यह आयोजन आयुष प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने और भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। उत्साहपूर्ण सहभागिता और बहुआयामी गतिविधियों के साथ आरोग्य उत्सव एक्सपो 2025 का समापन हुआ।

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महोत्सव का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। एक्सपो में आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पर अनेक सत्र हुए। विशेषज्ञों ने शोध और अनुभव साझा किए। साथ ही पंचकर्म, योग-प्रशिक्षण, हर्बल उपचार, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स और निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण के जरिये लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।
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एक्सपो का उद्घाटन त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्रसेना रेड्डी नल्लू ने किया। उन्होंने कहा कि समाज की प्रगति नागरिकों के स्वास्थ्य पर निर्भर है। उन्होंने आयुष पद्धतियों को शिक्षा और जीवनशैली का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विपिन कुमार ने कहा कि परिषद का उद्देश्य परंपरा और आधुनिकता के संगम से विश्व को स्वास्थ्य की नई दृष्टि देना है। अंतरराष्ट्रीय योग गुरु डॉ. एचआर नागेंद्र ने कहा कि योग और आयुर्वेद केवल उपचार नहीं बल्कि जीवन का विज्ञान है। उन्होंने पारंपरिक पद्धतियों और आधुनिक शोध के बीच संतुलन की आवश्यकता बताई।
आचार्य बालकृष्ण जी ने कहा कि आयुर्वेद को घर-घर पहुंचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने भारतीय परंपरा और धरोहर को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का आह्वान किया। भारतीय योग संस्थान के अध्यक्ष देशराज ने कहा कि योग भारत की आत्मा है और इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना ही असली स्वास्थ्य है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे योग को केवल व्यायाम न समझें बल्कि आत्मिक संतुलन और राष्ट्र निर्माण का आधार मानें।
इस मौके पर इंटीग्रेटेड आयुष काउंसिल की अध्यक्ष डॉ. शिष्टा नड्डा ने घोषणा की कि अब परिषद एलोपैथी विशेषज्ञों के लिए भी खुली होगी। यह कदम एकीकृत स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूती प्रदान करेगा। डीपी मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. (डॉ.) राखी मेहर ने किया।
इस अवसर पर आयुष एक्सीलेंस अवार्ड डॉ. अकिलेश शर्मा, डॉ. हिमांशु वर्मा, डॉ. विनोद यादव को दिया गया। एम्स के डॉ. के अपर्णा शर्मा को मातृशक्ति शिशु कल्याण रत्न सम्मान - 2025 के साथ ही कृषि मंत्रालय के निदेशक डॉ शैलेश कुमार मिश्र को कृषि एवं किसान कल्याण रत्न सम्मान-2025 प्रदान किया गया । राज विद्या केंद्र की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वक्ता प्रेम रावत जी का वीडियो संदेश सुनाया गया।
कार्यक्रम में आंगतुकों ने पूरे एक्सपो का अवलोकन किया। आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, सिद्ध चिकित्सा पद्धतियों और हर्बल उत्पादों से जुड़े सैकड़ों स्टॉल्स आकर्षण का केंद्र बने। आयुर्वेदिक आहार, पंचकर्म चिकित्सा और योग प्रदर्शन ने लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी। ऑर्गेनिक उत्पादों और प्राकृतिक औषधियों को लेकर युवाओं और विदेशी आगंतुकों में विशेष उत्साह देखा गया। आयोजन में भारतीय योग संस्थान, राज विद्या केंद्र जैसे सहयोगी संगठनों की प्रमुख भूमिका रही।
समापन सत्र में वक्ताओं ने आरोग्य उत्सव एक्सपो को स्वस्थ भारत – समृद्ध भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। इंटीग्रेटेड आयुष काउंसिल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विपिन कुमार ने कहा कि यह आयोजन आयुष प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने और भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। उत्साहपूर्ण सहभागिता और बहुआयामी गतिविधियों के साथ आरोग्य उत्सव एक्सपो 2025 का समापन हुआ।