Himachal Assembly: 100 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले तीन विधायकों में वीरभद्र के बेटे भी, दागी 13 फीसदी बढ़े
नई विधानसभा में 41 फीसदी से ज्यादा दागी होंगे। 2017 के मुकाबले दागियों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछली विधानसभा में 19 यानी 28 फीसदी दागी थे। कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह और भाजपा के लोकेंद्र कुमार पर सबसे ज्यादा 11-11 मामले दर्ज हैं।
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हिमाचल प्रदेश की नई विधानसभा पिछली विधानसभा के मुकाबले ज्यादा अमीर होगी। अमीरों की संपत्ति में इजाफे के साथ करोड़पति विधायकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। नई विधानसभा में 2017 के मुकाबले दागियों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ आई है। चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों में कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह पर सबसे ज्यादा 11 मामले दर्ज हैं। विक्रमादित्य के साथ ही भाजपा के लोकेंद्र कुमार पर भी 11 मामले चल रहे हैं।
आइए जानते हैं कि हिमाचल की नई विधानसभा में चुनकर आए नए चेहरे कितने पढ़े-लिखे हैं? नवनिर्वाचित विधायकों की औसत उम्र क्या है? कितने युवा और कितने बुजुर्ग हैं? कितने ऐसे विधायक हैं, जिनपर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं? कितने करोड़पति इस विधानसभा में पहुंचे हैं।
नई विधानसभा में कितने दागी?
नवनिर्वाचित विधायकों में 28 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यानीं, नई विधानसभा में 41 फीसदी से ज्यादा दागी होंगे। 2017 के मुकाबले दागियों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछली विधानसभा में 19 यानी 28 फीसदी दागी थे। कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह और भाजपा के लोकेंद्र कुमार पर सबसे ज्यादा 11-11 मामले दर्ज हैं। चुनाव जीते 28 दागियों में से 23 कांग्रेस के टिकट पर जीते हैं। वहीं, पांच भाजपा के टिकट पर जीते हैं।
कितने पढ़े-लिखें है नवनिर्वाचित विधायक?
नवनिर्वाचित विधायकों में नौ 10वीं पास, सात 12वीं पास, 16 के पास स्नातक की डिग्री है। वहीं, 15 स्नातक पेशेवर तो 19 परास्नातक भी जीते हैं। दो नवनिर्वाचित विधायकों ने पीएचडी की है। पीएचडी करने वाले दो विधायकों में कांग्रेस के धनी राम और भाजपा के हंस राज शामिल हैं।
कितनी उम्रदराज होगी नई विधानसभा?
नई विधानसभा की औसत उम्र 52 साल आठ महीने से ज्यादा होगी। कांग्रेस के टिकट पर गंगरेट से जीते चैतन्य शर्मा सबसे युवा हैं। उनकी उम्र 28 साल है। चुनाव जीते 35 साल से कम उम्र के चार उम्मीदवारों में कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह (33 साल), भाजपा के दीप राज (34 साल) और भाजपा के ही लोकेंद्र कुमार (34 साल) शामिल हैं।
कांग्रेस के टिकट पर सोलन से जीते 82 साल के धनी राम शांडिल्य चुनाव जीते उम्मीदवारों में सबसे उम्रदराज हैं। तीन विधायक ऐसे हैं जिनकी उम्र 75 साल या उससे ज्यादा है। तीनों कांग्रेस के टिकट पर जीते हैं। इनमें बैजनाथ से जीते किशोरी लाल (75 साल) और ज्वाली से जीते चंद्र कुमार (78 साल) शामिल हैं।
चुनाव जीते उम्मीदवारों में 93 फीसदी करोड़पति
नई विधानसभा में विधायकों की औसत संपत्ति 13.26 करोड़ रुपये होगी। 2017 में विधायकों की औसत संपत्ति 8.45 करोड़ रुपये थी। करीब 93 फीसदी यानी 63 नवनिर्वाचित विधायक करोड़पति हैं। इनमें दो की संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा है। 128 करोड़ की संपत्ति के मालिक भाजपा के बलबीर सिंह वर्मा नवनिर्वाचित विधायकों में सबसे अमीर हैं। वर्मा पिछली विधानसभा के भी सबसे अमीर विधायक थे।
उनके अलावा शिमला ग्रामीण से जीते कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह के पास भी 101 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। विक्रमादित्य पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। 50 से सौ करोड़ की संपत्ति वाले नवनिर्वाचित विधायकों की संख्या तीन है। वहीं, 13 नवनिर्वाचित विधायकों के पास 10 से 50 करोड़ रुपये की संपत्ति है। 45 विधायक ऐसे हैं जिनके पास एक से 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
पिछली विधानसभा के मुकाबले नई विधानसभा में करोड़पति विधायकों की संख्या में करीब 19 फीसदी का इजाफा हुआ है। 2017 में कुल 50 विधायक करोड़पति थे। जो पांच नवनिर्वाचित विधायक करोड़पति नहीं हैं उनमें सबसे कम संपत्ति अन्नी से भाजपा के टिकट पर जीते लोकेंद्र कुमार की है। लोकेंद्र ने चुनावी हलफनामे में अपनी कुल संपत्ति 29 लाख रुपये बताई है।