सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   Indian Army issues Rs 30,000 Cr tender to BEL for buying 'Anant Shastra' air defence missile systems

अनंत शस्त्र: दुश्मन के मंसूबे नाकाम करेगा स्वदेशी मिसाइल सिस्टम, सेना ने ₹30000 करोड़ का टेंडर किया जारी

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शुभम कुमार Updated Sat, 27 Sep 2025 12:25 PM IST
सार

भारतीय सेना ने वायु रक्षा को मजबूती देने और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए 30,000 करोड़ की परियोजना के तहत DRDO द्वारा विकसित स्वदेशी 'अनंत शस्त्र' मिसाइल सिस्टम खरीदने का निर्णय लिया है। यह अत्याधुनिक प्रणाली पाक-चीन सीमा पर तैनात होगी और ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों में दुश्मन ड्रोन को रोकने में अहम भूमिका निभाएगी।

विज्ञापन
Indian Army issues Rs 30,000 Cr tender to BEL for buying 'Anant Shastra' air defence missile systems
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : ANI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारतीय सेना ने वायु क्षमता को और ज्यादा मजबूत करने और रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देते हुए पांच से छह रेजिमेंट के लिए 'अनंत शस्त्र' सतह से वायु मिसाइल सिस्टम खरीदने का टेंडर जारी किया है। यह मिसाइल सिस्टम रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है और पहले इसे क्विक रिएक्शन सतह से वायु मिसाइल सिस्टम के नाम से जाना जाता था।

Trending Videos

इस परियोजना की कुल लागत लगभग 30,000 करोड़ रुपये अनुमानित है। इस नए सिस्टम से भारतीय सेना की वायु रक्षा क्षमता मजबूत होगी, जिसने मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को नाकाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

विज्ञापन
विज्ञापन

बता दें कि भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयां पहले से ही MR-SAM, आकाश और अन्य छोटे एयर डिफेंस सिस्टम चलाती हैं, जो भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर हवाई खतरों से रक्षा करती हैं। रक्षा अधिग्रहण परिषद ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद इस स्वदेशी सिस्टम को खरीदने की मंजूरी दी थी।


ये भी पढ़ें:- Guwahati University: जुबीन गर्ग के नाम पर होगा प्रदर्शन कला एवं संस्कृति केंद्र, प्रतिमा भी होगी स्थापित

क्या है अनंत शस्त्र मिसाइल सिस्टम?
अनंत शस्त्र मिसाइल सिस्टम अत्यंत मोबाइल है, जो चलते-चलते लक्ष्यों को खोजने और ट्रैक करने में सक्षम है और शॉर्ट स्टॉप पर फायर कर सकता है। इसका रेंज लगभग 30 किलोमीटर है, जो MR-SAM और आकाश जैसे मौजूदा सिस्टम्स के साथ मिलकर काम करेगा।

किसी भी समय किया जा सकता है परीक्षण
यह मिसाइल सिस्टम दिन और रात दोनों परिस्थितियों में परीक्षण किया जा चुका है। पाकिस्तान के साथ चार दिन के संघर्ष के दौरान भारतीय सेना के एयर डिफेंस यूनिट्स ने L-70 और Zu-23 एयर डिफेंस गन से ज्यादातर ड्रोन नष्ट किए थे, जबकि आकाश, MR-SAM और वायु सेना के स्पाइडर व सुदर्शन S-400 सिस्टम ने भी अहम भूमिका निभाई।

ये भी पढ़ें:- PM Modi Odisha Visit: ओडिशा को पीएम मोदी ने दी करोड़ों की सौगात, झारसुगुड़ा ने कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

भारतीय सेना को मिलेगी बड़ी मदद
गौरतलब है कि इस नए सिस्टम से सेना को नए राडार, शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम, जैमर और लेजर आधारित सिस्टम भी मिलेंगे, जो पाकिस्तानी सेना के तुर्की और चीनी ड्रोन से निपटने में मदद करेंगे। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी स्वदेशीकरण को तेजी से बढ़ावा दे रहे हैं। भविष्य में जोरावर लाइट टैंक और कई अन्य स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम भी सेना में शामिल होने की संभावना है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed