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Kunal Kamra: एकनाथ शिंदे ही नहीं, SC-PM मोदी तक पर तंज कस घिर चुके हैं कुणाल कामरा, विवादों से रहा पुराना नाता
न्यूज डेस्क, अमर उजाला
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Tue, 25 Mar 2025 04:24 PM IST
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कुणाल कामरा के नेताओं पर तंज से खड़े हुए हैं विवाद।
- फोटो :
अमर उजाला
विस्तार
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा की तरफ से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर सियासत गर्मा गई है। जहां महायुति सरकार ने कुणाल के बयान की निंदा करते हुए उनसे माफी मांग की, वहीं विपक्षी दलों खासकर शिवसेना (यूबीटी) ने कॉमेडियन का समर्थन किया। इस बीच खुद शिंदे ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कुणाल के कटाक्ष की तुलना किसी के खिलाफ बोलने के लिए सुपारी लेने से की। शिंदे ने कामरा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और हमें भी व्यंग्य समझ में आता है, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए।शिंदे की इन टिप्पणियों के बाद से ही कुणाल कामरा के बयानों को लेकर सवाल खड़े हो गए। हालांकि, कामरा का इतिहास उठाकर देखा जाए तो सामने आता है कि यह पहली बार नहीं है, जब उनका विवादों से पाला पड़ा हो। खासकर विवादित टिप्पणी के मामले में। ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर कुणाल कामरा ने इससे पहले कब-कब विवादास्पद बयान दिए हैं? क्या पहले किसी मामले में उन पर कार्रवाई हुई है? एकनाथ शिंदे के अलावा कामरा ने और किन-किन नेताओं या बड़े चेहरों पर निशाना साधा है? आइये जानते हैं...
1. सुप्रीम कोर्ट पर ब्राह्मण-बनिया टिप्पणी से घिरे थे कामरा
मई 2020 में सुप्रीम कोर्ट में कुणाल कामरा के खिलाफ एक याचिका दायर हुई थी, जिसमें उन पर अपने शो 'बी लाइक' के दौरान सुप्रीम कोर्ट को ब्राह्मण-बनिया का मामला बताने का आरोप लगा था। तब अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने न्यायपालिका और जजों को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कथित तौर पर घेरने के लिए कामरा पर अवमानना की कार्रवाई को मंजूरी दी थी।
2. अर्णब गोस्वामी से फ्लाइट में ही भिड़े, एयरलाइन कंपनियों ने लगाया बैन
जनवरी 2020 में कुणाल कामरा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें मुंबई से लखनऊ जा रही एक फ्लाइट में सहयात्री पत्रकार अर्णब गोस्वामी को घेरते और उनकी सीट पर जाकर उन्हें परेशान करते दिखाया गया था। इस घटना के बाद कुणाल कामरा पर दुर्व्यवहार के लिए इंडिगो, एयर इंडिया, गो एयर और स्पाइसजेट जैसी कंपनियों ने छह महीने का प्रतिबंध लगा दिया था।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कुणाल कामरा ने खुद एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट भी किया था। इस दौरान उन्होंने अर्णब को लेकर एक वक्तव्य भी दिया और पत्रकार को डरपोक बताया।
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मई 2020 में सुप्रीम कोर्ट में कुणाल कामरा के खिलाफ एक याचिका दायर हुई थी, जिसमें उन पर अपने शो 'बी लाइक' के दौरान सुप्रीम कोर्ट को ब्राह्मण-बनिया का मामला बताने का आरोप लगा था। तब अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने न्यायपालिका और जजों को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कथित तौर पर घेरने के लिए कामरा पर अवमानना की कार्रवाई को मंजूरी दी थी।
2. अर्णब गोस्वामी से फ्लाइट में ही भिड़े, एयरलाइन कंपनियों ने लगाया बैन
जनवरी 2020 में कुणाल कामरा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें मुंबई से लखनऊ जा रही एक फ्लाइट में सहयात्री पत्रकार अर्णब गोस्वामी को घेरते और उनकी सीट पर जाकर उन्हें परेशान करते दिखाया गया था। इस घटना के बाद कुणाल कामरा पर दुर्व्यवहार के लिए इंडिगो, एयर इंडिया, गो एयर और स्पाइसजेट जैसी कंपनियों ने छह महीने का प्रतिबंध लगा दिया था।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कुणाल कामरा ने खुद एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट भी किया था। इस दौरान उन्होंने अर्णब को लेकर एक वक्तव्य भी दिया और पत्रकार को डरपोक बताया।
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3. जब बच्चे का एडिटेड वीडियो शेयर कर फंसे कॉमेडियन
मई 2020 में कुणाल कामरा ने एक एडिटेड वीडियो शेयर किया था। इसमें पीएम मोदी के जर्मनी दौरे के वक्त एक सात साल के बच्चे के गाने के वीडियो से छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद राष्ट्रीय बालअधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कॉमेडियन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए तुरंत वीडियो हटाने के लिए कहा।
हालांकि, कुणाल कामरा ने अपने बचाव में कहा कि यह वीडियो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि एनसीपीसीआर ने उन पर एक मीम पोस्ट करने के लिए कार्रवाई की मांग की है।
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4. जब सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के मामले में घिरे थे कामरा
कुणाल कामरा 2020 में सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के मामले में घिर चुके हैं। दरअसल, पत्रकार अर्णब गोस्वामी से जुड़े एक मामले में जब सुप्रीम कोर्ट ने कुणाल कामरा को जमानत देने का फैसला किया तो कुणाल कामरा ने तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पर तंज कसा था। उन्होंने एक्स (तब ट्विटर) पर पोस्ट कर सुप्रीम कोर्ट को 'सुप्रीम जोक ऑफ द कंट्री' करार दिया था। इतना ही नहीं कामरा ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर एक एडिटेड फोटो भी पोस्ट की। साथ ही सीजेआई चंद्रचूड़ के खिलाफ टिप्पणी भी की।
इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2020 को कामरा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कॉमेडियन को कोर्ट की अवमानना के मामले में अपनी हरकतों पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था। हालांकि, कामरा ने साफ कर दिया था कि वह अपने बयानों के लिए माफी नहीं मांगेंगे। अपने आधिकारिक बयान में उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला देते हुए बयान वापस लेने से इनकार कर दिया।
मई 2020 में कुणाल कामरा ने एक एडिटेड वीडियो शेयर किया था। इसमें पीएम मोदी के जर्मनी दौरे के वक्त एक सात साल के बच्चे के गाने के वीडियो से छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद राष्ट्रीय बालअधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कॉमेडियन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए तुरंत वीडियो हटाने के लिए कहा।
हालांकि, कुणाल कामरा ने अपने बचाव में कहा कि यह वीडियो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि एनसीपीसीआर ने उन पर एक मीम पोस्ट करने के लिए कार्रवाई की मांग की है।
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4. जब सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के मामले में घिरे थे कामरा
कुणाल कामरा 2020 में सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के मामले में घिर चुके हैं। दरअसल, पत्रकार अर्णब गोस्वामी से जुड़े एक मामले में जब सुप्रीम कोर्ट ने कुणाल कामरा को जमानत देने का फैसला किया तो कुणाल कामरा ने तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पर तंज कसा था। उन्होंने एक्स (तब ट्विटर) पर पोस्ट कर सुप्रीम कोर्ट को 'सुप्रीम जोक ऑफ द कंट्री' करार दिया था। इतना ही नहीं कामरा ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर एक एडिटेड फोटो भी पोस्ट की। साथ ही सीजेआई चंद्रचूड़ के खिलाफ टिप्पणी भी की।
इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2020 को कामरा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कॉमेडियन को कोर्ट की अवमानना के मामले में अपनी हरकतों पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था। हालांकि, कामरा ने साफ कर दिया था कि वह अपने बयानों के लिए माफी नहीं मांगेंगे। अपने आधिकारिक बयान में उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला देते हुए बयान वापस लेने से इनकार कर दिया।
5. कोरोनावायरस महामारी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर वार
2021 में कुणाल कामरा ने कोरोनावायरस महामारी के संकट से निपटने के तरीकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की थी। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि अगर पीएम मोदी और अन्य नेता जल्दी और प्रभावी ढंग से कदम उठाते तो कई जिंदगियां बच सकती थीं।
6. देवी-देवताओं के अपमान को लेकर वीएचपी का कानूनी नोटिस
सितंबर 2022 में कुणाल कामरा का हरियाणा के गुरुग्राम में होने वाला एक शो रद्द कर दिया गा। दरअसल, कुणाल पर हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था। वीएचपी ने इसे लेकर गुरुग्राम के उपायुक्त को चिट्ठी लिखी थी। इतना ही नहीं वीएचपी ने कामरा को एक कानूनी नोटिस भी भेजा और माफी की मांग की।
इसके बाद कामरा ने वीएचपी को एक खुला खत लिखा। उन्होंने संगठन को चुनौती दी कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की निंदा करें और साबित करें कि वे आतंकवाद विरोधी और हिंदू समर्थक हैं। इतना ही नहीं कामरा ने कहा कि संगठन साबित करें कि उन्होंने हिंदू धर्म का अपमान किया है।
2021 में कुणाल कामरा ने कोरोनावायरस महामारी के संकट से निपटने के तरीकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की थी। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि अगर पीएम मोदी और अन्य नेता जल्दी और प्रभावी ढंग से कदम उठाते तो कई जिंदगियां बच सकती थीं।
6. देवी-देवताओं के अपमान को लेकर वीएचपी का कानूनी नोटिस
सितंबर 2022 में कुणाल कामरा का हरियाणा के गुरुग्राम में होने वाला एक शो रद्द कर दिया गा। दरअसल, कुणाल पर हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था। वीएचपी ने इसे लेकर गुरुग्राम के उपायुक्त को चिट्ठी लिखी थी। इतना ही नहीं वीएचपी ने कामरा को एक कानूनी नोटिस भी भेजा और माफी की मांग की।
इसके बाद कामरा ने वीएचपी को एक खुला खत लिखा। उन्होंने संगठन को चुनौती दी कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की निंदा करें और साबित करें कि वे आतंकवाद विरोधी और हिंदू समर्थक हैं। इतना ही नहीं कामरा ने कहा कि संगठन साबित करें कि उन्होंने हिंदू धर्म का अपमान किया है।
7. ओला के सीईओ को निशाने पर लिया
कुणाल कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल से भी खूब टक्कर ली। कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटी के ग्राहकों की शिकायत नहीं सुलझाने के लिए भाविश को आड़े हाथों लिया और उन्हें जल्द से जल्द समस्याओं का निदान करने या ग्राहकों के पैसे लौटाने की बात कही। यह बहस तब बढ़ गई जब भाविश अग्रवाल ने कामरा को ग्राहकों की समस्याओं को सुलझाने में मदद करने या फिर 'चुप रहने' के लिए कहा।
यह विवाद यहीं नहीं रुका। भाविश ने कामरा को अपनी कंपनी में नौकरी भी ऑफर कर दी। हालांकि, कामरा ने कहा कि अगर भाविश उनसे सभी ग्राहकों की समस्या जल्द से जल्द सुलझाने का वादा कर दें तो वे यह काम करने के लिए तैयार हैं।
Ola Electric: कुणाल कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक पर फिर साधा निशाना, नितिन गडकरी से की दखल देने की अपील
कुणाल कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल से भी खूब टक्कर ली। कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटी के ग्राहकों की शिकायत नहीं सुलझाने के लिए भाविश को आड़े हाथों लिया और उन्हें जल्द से जल्द समस्याओं का निदान करने या ग्राहकों के पैसे लौटाने की बात कही। यह बहस तब बढ़ गई जब भाविश अग्रवाल ने कामरा को ग्राहकों की समस्याओं को सुलझाने में मदद करने या फिर 'चुप रहने' के लिए कहा।
यह विवाद यहीं नहीं रुका। भाविश ने कामरा को अपनी कंपनी में नौकरी भी ऑफर कर दी। हालांकि, कामरा ने कहा कि अगर भाविश उनसे सभी ग्राहकों की समस्या जल्द से जल्द सुलझाने का वादा कर दें तो वे यह काम करने के लिए तैयार हैं।
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8. उमर खालिद के साथ फोटो साझा कर भी विवादों में घिरे
कुणाल कामरा अपने पॉडकास्ट शो 'शट अप या कुणाल' को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। कामरा अपने इस शो में राजनीतिक-हास्य समेत कई मुद्दों पर बात करते हैं। वह इस शो पर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शेहला राशिद, पत्रकार रवीश कुमार, सांसद असदुद्दीन ओवैसी जैसे बड़े चेहरों को भी बुला चुके हैं।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनके और उमर खालिद के रिश्तों को लेकर भी निशाना साध चुके हैं। दरअसल, दिल्ली में 2020 में हुई हिंसा के मामले में आरोपी उमर खालिद जेल में बंद हैं। उन पर आतंक-रोधी गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस दर्ज है। हालांकि, कुणाल समय-समय पर उनका समर्थन करते रहे हैं। 2020 में खालिद की गिरफ्तारी के दौरान कामरा ने कहा था कि उन्हें उमर खालिद को लेकर फैलाए गए एक भी झूठ पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा था कि आज हम हारे जरूर हैं, लेकिन हम उसके बारे में (उमर खालिद) बोलना जारी रखेंगे।
कुणाल कामरा अपने पॉडकास्ट शो 'शट अप या कुणाल' को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। कामरा अपने इस शो में राजनीतिक-हास्य समेत कई मुद्दों पर बात करते हैं। वह इस शो पर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शेहला राशिद, पत्रकार रवीश कुमार, सांसद असदुद्दीन ओवैसी जैसे बड़े चेहरों को भी बुला चुके हैं।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनके और उमर खालिद के रिश्तों को लेकर भी निशाना साध चुके हैं। दरअसल, दिल्ली में 2020 में हुई हिंसा के मामले में आरोपी उमर खालिद जेल में बंद हैं। उन पर आतंक-रोधी गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस दर्ज है। हालांकि, कुणाल समय-समय पर उनका समर्थन करते रहे हैं। 2020 में खालिद की गिरफ्तारी के दौरान कामरा ने कहा था कि उन्हें उमर खालिद को लेकर फैलाए गए एक भी झूठ पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा था कि आज हम हारे जरूर हैं, लेकिन हम उसके बारे में (उमर खालिद) बोलना जारी रखेंगे।
इस साल जब उमर खालिद को दिल्ली की एक अदालत ने अंतरिम जमानत दी थी, तब कुणाल कामरा उनसे मिलने पहुंचे थे। इस दौरान कॉमेडियन ने अपने पोस्ट में लिखा था- दिल को समय जैसी किसी अवधारणा का अंदाजा नहीं है। उनके इस पोस्ट पर भी सैकड़ों यूजर्स ने कमेंट किए।
इतना ही नहीं दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 2020 की शुरुआत में जब कुछ बाहरी लोगों ने घुसकर कैंपस पर हमला कर दिया था, तो मुंबई में कुणाल कामरा ने उमर खालिद और कुछ अन्य जेएनयू स्टूडेंट्स के साथ मिलकर मार्च निकाला था। उनका यह प्रदर्शन गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू हुआ था।
इतना ही नहीं दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 2020 की शुरुआत में जब कुछ बाहरी लोगों ने घुसकर कैंपस पर हमला कर दिया था, तो मुंबई में कुणाल कामरा ने उमर खालिद और कुछ अन्य जेएनयू स्टूडेंट्स के साथ मिलकर मार्च निकाला था। उनका यह प्रदर्शन गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू हुआ था।
9. चुनाव आयोग और ईवीएम की आलोचना
कुणाल कामरा ने अलग-अलग समय पर अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स और वीडियोज के जरिए चुनाव आयोग और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल की आलोचना की है। इस मुद्दे पर कई राजनीतिक दलों ने कुणाल कामरा पर तंज भी कसा है।
कुणाल कामरा ने अलग-अलग समय पर अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स और वीडियोज के जरिए चुनाव आयोग और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल की आलोचना की है। इस मुद्दे पर कई राजनीतिक दलों ने कुणाल कामरा पर तंज भी कसा है।