{"_id":"6927ebc24ab714f47e07b682","slug":"maharashtra-cm-devendra-fadnavis-slam-eknath-shinde-lanka-jibe-target-shiv-sena-local-body-election-2025-11-27","type":"story","status":"publish","title_hn":"दोस्ती में दरार: 'हम भगवान राम के अनुयायी, लंका तो हम जलाएंगे!' एकनाथ शिंदे पर सीएम फडणवीस का तीखा हमला","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
दोस्ती में दरार: 'हम भगवान राम के अनुयायी, लंका तो हम जलाएंगे!' एकनाथ शिंदे पर सीएम फडणवीस का तीखा हमला
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: नितिन गौतम
Updated Thu, 27 Nov 2025 11:42 AM IST
सार
शिवसेना नेता और पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे ने हाल ही में पालघर जिले में ही अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करते समय कहा था कि 'रावण का भी अहंकार नहीं रहा था और उसकी लंका जल गई थी।'
विज्ञापन
देवेंद्र फडणवीस, सीएम, महाराष्ट्र
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं लग रहा है। दरअसल हाल ही में शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने एक ऐसा बयान दिया था, जिसे भाजपा पर निशाने के तौर पर देखा गया था। अब महाराष्ट्र के सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी तीखा पलटवार किया है। फडणवीस ने कहा है कि हम भगवान राम के अनुयायी हैं और लंका तो हम जलाएंगे।
'...लंका तो हम जलाएंगे'
महाराष्ट्र के पालघर में दहानु इलाके में नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव में प्रचार के लिए पहुंचे सीएम फडणवीस ने कहा कि 'जो लोग हमारे बारे में गलत बोलते हैं, उन्हें नजरअंदाज करिए। वे भले ही कह रहे हैं कि वे हमारी लंका जलाएंगे, लेकिन हम लंका में नहीं रहते। हम भगवान राम के अनुयायी हैं न कि रावण के। चुनाव के दौरान ऐसी बातें बोल दी जाती हैं, लेकिन इन्हें दिल से न लगाएं।'
फडणवीस ने आगे कहा कि 'हम वो हैं, जो जय श्री राम का जाप करते हैं। कल ही हमने अयोध्या के राम मंदिर पर धर्म ध्वजा फहराई है। हम वो पार्टी हैं, जो भगवान राम की पूजा करते हैं। लंका तो हम जलाएंगे।' गौरतलब है कि शिवसेना नेता और पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे ने हाल ही में पालघर जिले में ही अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करते समय कहा था कि 'रावण का भी अहंकार नहीं रहा था और उसकी लंका जल गई थी। आपको भी 2 दिसंबर (मतदान वाले दिन) को यही करना है।' शिंदे ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन माना गया कि शिंदे का निशाना भाजपा पर था।
ये भी पढ़ें- Ex-CJI: 'खुशी है नक्सलवाद खत्म हो रहा', बोले पूर्व सीजेआई गवई; जजों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं पर भी बोले
भाजपा और शिवसेना में चल ही तकरार
दरअसल भाजपा और शिवसेना के बीच इन दिनों तकरार देखने को मिल रही है। यह तकरार तब शुरू हुई, जब शिवसेना के कुछ पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इसे लेकर शिवसेना विधायकों ने नाराजगी जताई और साप्ताहिक कैबिनेट बैठक से दूरी बनाई। इसे लेकर शिवसेना के नेता सीएम फडणवीस से मिले। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने भी उल्हासनगर से भाजपा पदाधिकारियों को अपनी पार्टी में शामिल कराया था। अब भाजपा भी वैसा ही कर रही है। इसके बाद शिंदे ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की।
'इस धरती के बेटों को नजरअंदाज किया गया तो बर्दाश्त नहीं करेंगे'
पालघर में एक चुनावी सभा के दौरान सीएम फडणवीस ने ये भी कहा कि आगामी वाधवान बंदरगाह प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों को तरजीह दी जानी चाहिए। सीएम ने कहा कि अगर स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता नहीं दी गई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ने कहा कि पालघर में बंदरगाह बनने से 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। सीएम ने कहा कि 'वाधवान पोर्ट दुनिया से सबसे शीर्ष बंदरगाहों में से एक होगा और यह अपनी तरह का भारत का पहला बंदरगाह होगा, जिससे 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।' सीएम ने कहा कि मैंने प्राधिकरण को निर्देश दिया है कि स्थानीय लोगों को वाधवान पोर्ट में नौकरियों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
Trending Videos
'...लंका तो हम जलाएंगे'
महाराष्ट्र के पालघर में दहानु इलाके में नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव में प्रचार के लिए पहुंचे सीएम फडणवीस ने कहा कि 'जो लोग हमारे बारे में गलत बोलते हैं, उन्हें नजरअंदाज करिए। वे भले ही कह रहे हैं कि वे हमारी लंका जलाएंगे, लेकिन हम लंका में नहीं रहते। हम भगवान राम के अनुयायी हैं न कि रावण के। चुनाव के दौरान ऐसी बातें बोल दी जाती हैं, लेकिन इन्हें दिल से न लगाएं।'
विज्ञापन
विज्ञापन
फडणवीस ने आगे कहा कि 'हम वो हैं, जो जय श्री राम का जाप करते हैं। कल ही हमने अयोध्या के राम मंदिर पर धर्म ध्वजा फहराई है। हम वो पार्टी हैं, जो भगवान राम की पूजा करते हैं। लंका तो हम जलाएंगे।' गौरतलब है कि शिवसेना नेता और पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे ने हाल ही में पालघर जिले में ही अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करते समय कहा था कि 'रावण का भी अहंकार नहीं रहा था और उसकी लंका जल गई थी। आपको भी 2 दिसंबर (मतदान वाले दिन) को यही करना है।' शिंदे ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन माना गया कि शिंदे का निशाना भाजपा पर था।
ये भी पढ़ें- Ex-CJI: 'खुशी है नक्सलवाद खत्म हो रहा', बोले पूर्व सीजेआई गवई; जजों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं पर भी बोले
भाजपा और शिवसेना में चल ही तकरार
दरअसल भाजपा और शिवसेना के बीच इन दिनों तकरार देखने को मिल रही है। यह तकरार तब शुरू हुई, जब शिवसेना के कुछ पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इसे लेकर शिवसेना विधायकों ने नाराजगी जताई और साप्ताहिक कैबिनेट बैठक से दूरी बनाई। इसे लेकर शिवसेना के नेता सीएम फडणवीस से मिले। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने भी उल्हासनगर से भाजपा पदाधिकारियों को अपनी पार्टी में शामिल कराया था। अब भाजपा भी वैसा ही कर रही है। इसके बाद शिंदे ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की।
'इस धरती के बेटों को नजरअंदाज किया गया तो बर्दाश्त नहीं करेंगे'
पालघर में एक चुनावी सभा के दौरान सीएम फडणवीस ने ये भी कहा कि आगामी वाधवान बंदरगाह प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों को तरजीह दी जानी चाहिए। सीएम ने कहा कि अगर स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता नहीं दी गई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ने कहा कि पालघर में बंदरगाह बनने से 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। सीएम ने कहा कि 'वाधवान पोर्ट दुनिया से सबसे शीर्ष बंदरगाहों में से एक होगा और यह अपनी तरह का भारत का पहला बंदरगाह होगा, जिससे 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।' सीएम ने कहा कि मैंने प्राधिकरण को निर्देश दिया है कि स्थानीय लोगों को वाधवान पोर्ट में नौकरियों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन