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Nepal Unrest: नेपाल में पूर्व पीएम की पत्नी की हत्या पर सीएम ममता बनर्जी दुखी, कविता लिखकर की शांति की अपील
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जलपाईगुड़ी
Published by: पवन पांडेय
Updated Wed, 10 Sep 2025 10:57 PM IST
सार
नेपाल में हिंसा ने राजनीतिक संकट को गहरा कर दिया है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी की मौत ने इस घटना को और संवेदनशील बना दिया है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने न केवल इस घटना की निंदा की, बल्कि कविता लिखकर नेपाल के लोगों के प्रति संवेदना जताई और सीमा पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए।
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ममता बनर्जी, सीएम, पश्चिम बंगाल
- फोटो : ANI
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विस्तार
नेपाल में फैली हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने नेपाल में पूर्व प्रधानमंत्री झाला नाथ खनाल की पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध है। सीएम ममता ने बुधवार को उत्तरी बंगाल स्थित राज्य सचिवालय उत्तरकन्या में पत्रकारों से कहा, 'हमारा पड़ोसी देश सुखी रहे, यही हमारी कामना है। पश्चिम बंगाल हमेशा मानवता और करुणा का संदेश देता आया है। किसी जीवित इंसान को जला देना और उस पर खुशी मनाना, यह इंसानियत नहीं है।'
यह भी पढ़ें - Nepal Unrest: प्रदर्शन के बीच सबसे ज्यादा चर्चा में चार नाम, जानें युवा क्रांति के पीछे के इन चेहरों को
'नफरत और अत्याचार में नहीं बदलने चाहिए'
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वह नफरत और अत्याचार में नहीं बदलने चाहिए। ममता ने इस दुखद घटना पर अपनी भावनाएं व्यक्त करने के लिए एक कविता भी लिखी, जो नेपाल के लोगों के प्रति उनकी संवेदनाओं को दर्शाती है।
नेपाल में बिगड़े हालात
नेपाल में मंगलवार को हालात अचानक बिगड़ गए जब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने लगातार दूसरे दिन चले बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शनों के दबाव में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी भवनों और संसद भवन में आग लगा दी। कई वरिष्ठ नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया गया। बता दें कि सोमवार को हुई हिंसा में 19 लोगों की मौत हो गई थी। इसी क्रम में मंगलवार को भी बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और आगजनी हुई। सबसे दिल दहला देने वाली घटना काठमांडू के डल्लू इलाके में हुई, जहां गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम झाला नाथ खनाल के घर को आग लगा दी। उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार घर के अंदर फंस गईं और गंभीर रूप से झुलस गईं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
राजनीतिक अवसरवाद पर ममता का निशाना
सीएम ममता बनर्जी ने हिंसा को बढ़ावा देने वालों पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, 'कुछ अवसरवादी हमेशा मौके का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। चाहे राज्यों को बांटने के नाम पर हो, जिलों को बांटने के नाम पर या देशों को तोड़ने के नाम पर। लेकिन लोगों की जिंदगी को आग में झोंकना बिल्कुल गलत है।' उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हिंसा और राजनीति के नाम पर किसी की जान नहीं जानी चाहिए।
यह भी पढ़ें - Nepal: क्या जमीन और प्रदर्शनकारी नेपाल के हैं पर आंदोलन के पीछे है किसी और हाथ, ओली इसके कितने जिम्मेदार?
सीमा क्षेत्रों में सतर्कता के निर्देश
नेपाल की सीमा उत्तर बंगाल से सटी हुई है। सीएम ममता ने कहा कि नेपाल की स्थिति को देखते हुए उन्होंने सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम ममता ने कहा, 'सीमावर्ती इलाकों में कुछ लोग गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। मैंने प्रशासन को सख्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है। लोगों से भी अपील है कि वे सावधान और चौकन्ने रहें।'
सीएम ममता ने बढ़ाई उत्तरी बंगाल में मौजूदगी
सीएम ममता बनर्जी फिलहाल जलपाईगुड़ी में हैं। नेपाल में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उन्होंने उत्तर बंगाल में अपनी मौजूदगी बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि जब तक नेपाल में शांति नहीं लौटती, तब तक वह कोलकाता वापस नहीं जाएंगी। हालांकि, राज्य के मुख्य सचिव बुधवार रात कोलकाता लौट जाएंगे, ताकि वहां सरकारी कामकाज प्रभावित न हो। ममता ने कहा, 'अगर नेपाल में हालात सुधरते हैं तो मैं गुरुवार को कोलकाता लौट सकती हूं। लेकिन अगर स्थिति गंभीर रही, तो मेरा कार्यक्रम बदल सकता है।'
सीएम ममता का अंतिम संदेश
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि नेपाल के लोगों को शांति का रास्ता अपनाना चाहिए और बाहरी ताकतों को इस संकट का फायदा नहीं उठाने देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हिंसा से किसी का भला नहीं होगा। नेपाल और भारत के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। हम सभी की जिम्मेदारी है कि पड़ोसी देश में शांति स्थापित हो।'
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'नफरत और अत्याचार में नहीं बदलने चाहिए'
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वह नफरत और अत्याचार में नहीं बदलने चाहिए। ममता ने इस दुखद घटना पर अपनी भावनाएं व्यक्त करने के लिए एक कविता भी लिखी, जो नेपाल के लोगों के प्रति उनकी संवेदनाओं को दर्शाती है।
नेपाल में बिगड़े हालात
नेपाल में मंगलवार को हालात अचानक बिगड़ गए जब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने लगातार दूसरे दिन चले बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शनों के दबाव में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी भवनों और संसद भवन में आग लगा दी। कई वरिष्ठ नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया गया। बता दें कि सोमवार को हुई हिंसा में 19 लोगों की मौत हो गई थी। इसी क्रम में मंगलवार को भी बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और आगजनी हुई। सबसे दिल दहला देने वाली घटना काठमांडू के डल्लू इलाके में हुई, जहां गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम झाला नाथ खनाल के घर को आग लगा दी। उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार घर के अंदर फंस गईं और गंभीर रूप से झुलस गईं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
राजनीतिक अवसरवाद पर ममता का निशाना
सीएम ममता बनर्जी ने हिंसा को बढ़ावा देने वालों पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, 'कुछ अवसरवादी हमेशा मौके का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। चाहे राज्यों को बांटने के नाम पर हो, जिलों को बांटने के नाम पर या देशों को तोड़ने के नाम पर। लेकिन लोगों की जिंदगी को आग में झोंकना बिल्कुल गलत है।' उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हिंसा और राजनीति के नाम पर किसी की जान नहीं जानी चाहिए।
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सीमा क्षेत्रों में सतर्कता के निर्देश
नेपाल की सीमा उत्तर बंगाल से सटी हुई है। सीएम ममता ने कहा कि नेपाल की स्थिति को देखते हुए उन्होंने सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम ममता ने कहा, 'सीमावर्ती इलाकों में कुछ लोग गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। मैंने प्रशासन को सख्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है। लोगों से भी अपील है कि वे सावधान और चौकन्ने रहें।'
सीएम ममता ने बढ़ाई उत्तरी बंगाल में मौजूदगी
सीएम ममता बनर्जी फिलहाल जलपाईगुड़ी में हैं। नेपाल में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उन्होंने उत्तर बंगाल में अपनी मौजूदगी बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि जब तक नेपाल में शांति नहीं लौटती, तब तक वह कोलकाता वापस नहीं जाएंगी। हालांकि, राज्य के मुख्य सचिव बुधवार रात कोलकाता लौट जाएंगे, ताकि वहां सरकारी कामकाज प्रभावित न हो। ममता ने कहा, 'अगर नेपाल में हालात सुधरते हैं तो मैं गुरुवार को कोलकाता लौट सकती हूं। लेकिन अगर स्थिति गंभीर रही, तो मेरा कार्यक्रम बदल सकता है।'
सीएम ममता का अंतिम संदेश
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि नेपाल के लोगों को शांति का रास्ता अपनाना चाहिए और बाहरी ताकतों को इस संकट का फायदा नहीं उठाने देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हिंसा से किसी का भला नहीं होगा। नेपाल और भारत के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। हम सभी की जिम्मेदारी है कि पड़ोसी देश में शांति स्थापित हो।'