Mizoram Election 2023: मिजोरम में मतदान कल, तैयारियां पूरीं; 174 उम्मीदवारों का भाग्य होगा ईवीएम में बंद
आइजोल की डीसी नाजुक कुमार ने कहा कि मतदान की तैयारी पूरी हो गई है। शांति-पूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद है। पुलिस और सीएपीएफ की तैनाती की गई है।
विस्तार
पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में मंगलवार को होने वाले मतदान के लिए चुनाव आयोग ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सोमवार सुबह सभी पोलिंग पार्टियों को जिला मुख्यालय से मतदान केंद्रों पर रवाना किया गया। पूरे राज्य में 1,276 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक होगा। शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के सभी बंदोबस्त किए गए हैं। आज 174 उम्मादावारों का भाग्य ईबीएम मशीनों में बंद हो जाएगा। इस बार 16 महिलाएं भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
इस बीच सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। मिजोरम के सीईओ मधुप व्यास ने कहा है कि राज्य में 1276 पोलिंग स्टेशनों में शांति पूर्ण मतदान के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। आइजोल की डीसी नाजुक कुमार ने कहा कि मतदान की तैयारी पूरी हो गई है। शांति-पूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद है। पुलिस और सीएपीएफ की तैनाती की गई है। इस बीच एक चतुर्थ आईआर कांस्टेबल जेड. लालमुआनजुआला की लॉन्गटलाई जिले में मतदान दल के वाहन के चट्टान से गिर जाने के बाद मौत हो गई।
मिजोरम विधानसभा सीटों का गणित
कुल सीटें- 40
सामान्य- 01
एसटी- 39
मिजोरम में मतदाता
कुल मतदाता- 8,51,895 लाख
पुरुष मतदाता- 4,12,969
महिला मतदाता- 4,38,925
कुल मतदान केंद्र- 1,276
17 दिसंबर को पूरा हो रहा सरकार का कार्यकाल
मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल इसी साल 17 दिसंबर को पूरा हो रहा है। कुल 851,895 पंजीकृत मतदाता सामने आए। ड्राफ्ट रोल की तुलना में अंतिम मतदाता सूची में 13,856 मतदाताओं की वृद्धि देखी गई।
किस पार्टी ने कितने प्रत्याशी उतारे?
एमएनएफ- 40
जेडपीएम- 40
कांग्रेस- 40
भाजपा- 23
आम आदमी पार्टी- 04
निर्दलीय- 27
इन चेहरों पर रहेगी नजर
जोरमथांगा, एनएनएफ
मिजोरम के वर्तमान मुख्यमंत्री और एमएनएफ के मुखिया हैं। वे भूमिगत एमएनएप नेता लालडेंगा के सहयोगी और उत्तराधिकारी हैं। जोरमथांगा की पहचान एक मिजो राष्ट्रवादी के रूप में है। वे म्यांमार और बांग्लादेशी शरणार्थियों को पनाह देकर एक उदार चेहरा बन कर उभरे हैं।
लालदुहोमा, जेडपीएम
जोरम पिपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के प्रमुख और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा एक पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने भूमिगत एमएनएफ नेता लालडेंगा के साथ लंदन में बातचीत करने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर नौकरी छोड़ी दी थी। बाद में उनके मिजो पीसीसी के साथ मतभेद हो गए थे। 2017 में जेडपीएम का गठन किया गया।
लालसावता, कांग्रेस
कांग्रेस इस बार नए नेतृत्व में प्रदेश में चुनाव मैदान में उतरी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता की छवि एक साफ-सुथरे नेता के रूप में है। वे प्रदेश के सबसे सफल वित्तमंत्री के रूप में जाना जाता है। कांग्रेस का मानना है कि जनता के पैसे और विकास लालसावता के नेतृत्व में सुरक्षित रहेंगे। राज्य की आर्थिक विकास को लालसावता एक बेहतरीन स्थिति में ला सकते हैं।
इन सीटों पर रहेगी की सबकी नजर
- आइजोल पूर्व-1: यह सबसे सबसे चर्चित सीट है। इस सीट से निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। जोरमथांगा 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां से जीते थे। इस बार उनके सामने जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के उपाध्यक्ष लालथानसांगा हैं। यह सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है। यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है।
- आइजोल पश्चिम-III: इस सीट पर भी कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। यहां पर भी त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। तीनों ही एक-दूसरे पर भारी दिखाई दे रहे हैं। निवर्तमान जेडपीएम विधायक वीएल जेथनजामा के खिलाफ पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता और एमएनएफ उम्मीदवार के. सॉमवेला मैदान में हैं।
- हच्छेक: इस सीट को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह त्रिपुरा की सीमा से सटे ममित जिले में है। यहां पर अभी कांग्रेस के लालरिंडिका राल्टे विधायक हैं। यहां से एमएनएफ ने राज्य खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे को उतारा है। यह सीट भले ही कांग्रेस की रही है, लेकिन इस बार रॉयटे भी मजबूत नजर आ रहे हैं। जेडपीएम ने केजे लालबियाकनघेटा को यहां से उतारा है।
- सेरछिप: इस विधानसभा सीट से जेडपीएम नेता और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालडुहोमा मैदान में हैं। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने यहां से जीत दर्ज की थी। इस बार उनके सामने एमएनएफ ने जे. माल्सावमजुअल वानचावंग और कांग्रेस ने आर. वानलालट्लुआंगा को मैदान में उतारा है। लालडुहोमा ने 2018 में इस सीट से पांच बार के मुख्यमंत्री ललथनहवला को मात दी थी। इस बार यहां माल्सावमज़ुअल वानचावंग के आने से मुकाबला और रोमांचक हो गया है।
शांतिपूर्ण मतदान के सारे इंतजाम पूरे: सीईओ
मिजोरम के सीईओ मधुप व्यास ने कहा है कि राज्य में 1276 पोलिंग स्टेशनों में शांति पूर्ण मतदान के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। कुछ इलाकों में रविवार तो कुछ इलाकों के लिए सोमवार को पोलिंग पार्टियां रवाना हुईं। किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए राज्य पुलिस और सीएपीएप की 50 कंपनियां की तैनाती की गई है। मतदान को देखते हुए असम, मणिपुर और त्रिपुरा की अंतरराज्यीय सीमाएं सील कर दी गई हैं। इसके साथ ही म्यांमार और बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। अब तक 40 करोड़ से अधिक के मादक पदार्थों को जब्त किया जा चुका है।