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Gujarat: गुजरात के अरावली में एंबुलेंस में लगी आग; नवजात और डॉक्टर सहित चार की मौत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मोडासा (गुजरात)
Published by: निर्मल कांत
Updated Tue, 18 Nov 2025 12:49 PM IST
सार
Gujarat: गुजरात के मोडासा में एक एंबुलेंस में आग लगने से नवजात सहित चार लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य झुलस गए। एंबुलेंस में नवजात को उपचार के लिए अहमदाबाद ले जाया जा रहा था।
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एंबुलेंस (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : फ्रीपिक
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विस्तार
गुजरात के अरावली जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां मोडासा कस्बे के पास एंबुलेंस में आग लगने से एक नवजात, एक डॉक्टर और दो अन्य लोगों की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
घटना क्या हुई?
पुलिस निरीक्षक डीबी वाला ने बताया कि मोडासा-धांसुरा रोड पर एंबुलेंस में आग रात करीब एक बजे आग लगी। एंबुलेस में बीमार नवजात को मोडासा के निजी अस्पताल से अहमदाबाद के निजी अस्पताल में आगे के उपचार के लिए ले जाया जा रहा था। अधिकारी ने बताया कि नवजात, उसके पिता जिग्नेश मोची (38 वर्षीय), अहमदाबाद के डॉक्टर शांतिलाल रेंटिया (30 वर्षीय) और अरावली की नर्स भूरीबेन मनात (23 वर्षीय) की मौत हो गई। तीन अन्य (मोची के दो रिश्तेदार और एंबुलेंस चालक) झुलस गए और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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अहमदाबाद में होना था नवजात का उपचार
अधिकारी ने आगे बताया कि जिग्नेश मोची महिसाग जिले के रहने वाले थे और उनके नवजात का जन्म के बाद मोडासा के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। जब उसे आगे के उपचार के लिए अहमदाबाद निजी अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी एंबुलेंस में अज्ञात कारण से आग लग गई।
पुलिस ने जारी किया सीसीटीवी फुटेज
पुलिस की ओर से जारी सीसीटीवी में दिखाया गया कि चालक को पीछे की ओर आग का अहसास होने के बाद एंबुलेंस की गति एक पेट्रोल पंप के पास धीमी होती है। वाला ने बताया, चालक और सामने बैठे मोची के दो रिश्तेदार चोटों के साथ बाहर निकल आए। लेकिन पीछे बैठे नवजात, उसके पिता, डॉक्टर और नर्स आग की लपटों में फंसकर जल गए। हालांकि, सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंचा, लेकिन चारों लोगों को बचाया नहीं जा सका।
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घटना की जांच करेंगे फोरेंसिक विशेषज्ञ: पुलिस अधीक्षक
झुलसे हुए लोगों की पहचान चालक अंकित ठाकोर और जिग्नेश मोची के रिश्तेदार गौरंग मोची और गीता बेन मोची के रूप में हुई है। जिले के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह जडेजा ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है, ताकि घटना की जांच में पता चल सके कि आखिर आग कैसे लगी।
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घटना क्या हुई?
पुलिस निरीक्षक डीबी वाला ने बताया कि मोडासा-धांसुरा रोड पर एंबुलेंस में आग रात करीब एक बजे आग लगी। एंबुलेस में बीमार नवजात को मोडासा के निजी अस्पताल से अहमदाबाद के निजी अस्पताल में आगे के उपचार के लिए ले जाया जा रहा था। अधिकारी ने बताया कि नवजात, उसके पिता जिग्नेश मोची (38 वर्षीय), अहमदाबाद के डॉक्टर शांतिलाल रेंटिया (30 वर्षीय) और अरावली की नर्स भूरीबेन मनात (23 वर्षीय) की मौत हो गई। तीन अन्य (मोची के दो रिश्तेदार और एंबुलेंस चालक) झुलस गए और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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अहमदाबाद में होना था नवजात का उपचार
अधिकारी ने आगे बताया कि जिग्नेश मोची महिसाग जिले के रहने वाले थे और उनके नवजात का जन्म के बाद मोडासा के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। जब उसे आगे के उपचार के लिए अहमदाबाद निजी अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी एंबुलेंस में अज्ञात कारण से आग लग गई।
पुलिस ने जारी किया सीसीटीवी फुटेज
पुलिस की ओर से जारी सीसीटीवी में दिखाया गया कि चालक को पीछे की ओर आग का अहसास होने के बाद एंबुलेंस की गति एक पेट्रोल पंप के पास धीमी होती है। वाला ने बताया, चालक और सामने बैठे मोची के दो रिश्तेदार चोटों के साथ बाहर निकल आए। लेकिन पीछे बैठे नवजात, उसके पिता, डॉक्टर और नर्स आग की लपटों में फंसकर जल गए। हालांकि, सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंचा, लेकिन चारों लोगों को बचाया नहीं जा सका।
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घटना की जांच करेंगे फोरेंसिक विशेषज्ञ: पुलिस अधीक्षक
झुलसे हुए लोगों की पहचान चालक अंकित ठाकोर और जिग्नेश मोची के रिश्तेदार गौरंग मोची और गीता बेन मोची के रूप में हुई है। जिले के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह जडेजा ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है, ताकि घटना की जांच में पता चल सके कि आखिर आग कैसे लगी।